रिपोर्ट – निशा राठौड़
उदयपुर. कोरोना जैसी महामारी के बाद ऑर्गेनिक सब्जियों की तरफ आमजन का रुझान बढ़ा है. कहा जा रहा है कि इनके प्रयोग से कई तरह की बीमारियो से बचा जा सकता है. लेकिन आप अगर नॉन वेजिटेरियन हैं तो अब आप ऑर्गेनिक अंडे और मीट का प्रयोग भी कर सकेंगे. राजस्थान के उदयपुर शहर में अब ऑर्गेनिक मुर्गी पालन किया जा रहा है, जिससे ऑर्गेनिक एग्स और मीट उपलब्ध कराए जाने का दावा है. साथ ही किसानों को भी ऑर्गेनिक मुर्गी पालन के लिए निशुल्क ट्रेनिंग महाविद्यालय की ओर से दी जा रही है.
पशु उत्पाद विभाग के प्रोफेसर लोकेश गुप्ता ने बताया कि यहां अंडों से जो चूज़े उत्पन्न हुए हैं, उन्हें केवल सर्टिफाइड जैविक दाना ही दिया जा रहा है, जिससे उत्पादित अंडा भी जैविक ही है. इसमें किसी भी तरह के केमिकल का प्रयोग नहीं किया जाता है. गुप्ता के अनुसार इसके अच्छे रिजल्ट्स आए हैं. साथ ही किसानों की आय भी जैविक मुर्गी पालन से बढ़ी है. उदयपुर में यह ऑर्गेनिक एग महाविद्यालय के फार्म पर उपलब्ध कराए जा रहे हैं.
उदयपुर शहर के महाराणा प्रताप एग्रीकल्चर कॉलेज में आकर कोई भी किसान जैविक मुर्गी पालन की ट्रेनिंग के लिए आवेदन कर सकता है. उसे निशुल्क मुर्गी पालन की ट्रेनिंग दी जाएगी. जैविक मुर्गी पालन के लिए कितनी जगह की आवश्यकता है? साथ ही किस तरह से दूसरे जानवरों से बचाव करना है? जैविक सर्टिफाइड भोजन कितना देना है? ऐसे तमाम सवालों के बारे में भी जानकारियां दी जाती हैं. इसके बाद वह जैविक मुर्गीपालान कर अपनी आय बढ़ा सकता है.
महाराणा प्रताप यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर & टेक्नोलॉजी के प्रशासनिक कार्यालय का नंबर 0294 247 1302 यह है, यहां आप संपर्क कर सकते हैं. गौरतलब है कि ऑर्गेनिक खाने से कई तरह के स्वास्थ्य संबंधी लाभ हैं क्योंकि ऑर्गेनिक खाने में किसी भी तरह का केमिकल या पेस्टीसाइड इस्तेमाल नहीं किया जाता. दावा किया जाता है कि इससे कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से भी बचा जा सकता है.
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Tags: Healthy food, Udaipur news