सलूंबर जिला
रिपोर्ट: निशा राठौड़
उदयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की नए जिलों की घोषणा के बाद मेवाड़-वागड़ के जिलों के मानचित्र पर एक बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा. उदयपुर की ऐतिहासिक सबसे बड़ी जयसमंद झील अब नवगठित सलूंबर जिले का हिस्सा बनने जा रही है. इसके साथ ही प्राकृतिक रूप से खनिज की खदानें भी सलूंबर के हिस्से में जाने वाली है. सलूंबर को नया जिला बनाने की मांग पिछले 40 वर्षों से की जा रही थी. इस मांग का पूरा होने से सलूंबर क्षेत्र वासियों में काफी उत्साह नजर आ रहा है.
सलूंबर को जिला बनाने की घोषणा के बाद 32 साल में उदयपुर के नक्शे में तीसरी बार बदलाव किया जाएगा. इससे पहले उदयपुर से वर्ष 1991 में राजसमंद को वर्ष 2008 में प्रतापगढ़ जिले को अलग घोषित किया गया था. अब तक तहसील और पंचायत समिति मुख्यालय रहे. सलूंबर को जिला और बांसवाड़ा को मुख्यालय संभाग मुख्यालय बनाने से उदयपुर संभाग का राजनीतिक और प्रशासनिक दायरा भी सीमित हो जाएगा.
40 वर्षों से अलग जिला बनाने की मांग
उदयपुर जिले से सलूंबर को अलग करने की मांग पिछले 40 वर्षों से की जा रही थी. सलूंबर उदयपुर जिला मुख्यालय से करीब 100 से 125 किलोमीटर की दूरी पर है. इसमें बांसवाड़ा डूंगरपुर उदयपुर जिले से सटे हुए कई क्षेत्र शामिल किए जाएंगे. इसमें मुख्य रूप से खेरवाड़ा, ऋषभदेव, सराडा, सेमारी, लसाडिया पंचायत के कई गांव शामिल होंगे.
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Tags: Rajasthan news, Udaipur news
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