रिपोर्ट-निशा राठौड़
उदयपुर.मेवाड़ राज परिवार न सिर्फ़ अपने राजसी ठाठ बाट के लिए विशेष पहचान रखते हैं. इसी राजसी ठाठ में यहां की विंटेज कार कलेक्शन भी सबसे खास है. मेवाड़ राज परिवार के पास 1924 से 1966 तक का खास 23 कार का कलेक्शन है. इस कार कलेक्शन को राज परिवार तीन पीढ़ियों ने सहेज कर रखा है.
रॉल्स रॉयस कारों का विशेष लगाव, द लुसियस बिबे ट्रॉफी जीती
मेवाड़ के पूर्व राजपरिवारों को रॉल्स रॉयस कारों का विशेष लगाव रहा है. हाउस ऑफ मेवाड़ में पहली रॉल्स रॉयस कारों में जीएलके 21 कार शामिल थी. यह कार 1924 मॉडल की है. इस कार का वर्ष 1999 मे रिपेयरिंग का कार्य शुरू हुआ था. इस कार की मरम्मत के लिये रेडिएटर सहित प्रमुख पुर्जों को लंदन भेजा गया तो वहीं इसके टायर न्यूजीलैंड से मंगवाए गए थे. नवंबर 2008 में इस कार को ’बेस्ट ऑफ क्लास कैटेगरी, विंटेज क्लासिक इन द कार्टियर ट्रेवल विद स्टाइल कॉनकॉर्स’ से सम्मानित किया गया. इस कार ने कैलिफोर्निया यूएसए में आयोजित 62 वें पेबल बीच कॉनकॉर दा एलेगेंस की द लुसियस बिबे ट्रॉफी जीती है.
विंटेज कारों का रखा जाता है ख़ास ख्याल
मेवाड़ के पूर्व राजघराने के सदस्य लक्ष्यराज सिंह को भले ही सादगी पसंद हो, लेकिन वे कारों के काफी शौकीन हैं. यही वजह है कि मेवाड़ की रॉयल फैमेली का विंटेज और क्लासिक कारों का कारवां आज भी पूरी तरह से मेंटेन है. उनकी हर चीज की समय-समय पर पूरी देखरेख की जाती है. लक्ष्यराज मेवाड़ ने बताया कि कई बार पुर्जे की समस्या आती है, लेकिन इन कार कंपनियों से संपर्क करने पर पार्ट्स मिल जाते हैं.
मेवाड़ हाउस कैडिलैक-कन्वर्टिबल और सैलून की एक जोड़ी रखने वाले पहले लोगों में से एक था. यह कार 1938 मॉडल की है. इसका उपयोग उदयपुर के श्रीजी अरविंद सिंह मेवाड़ द्वारा शाही समारोहों और त्योहारों जैसे अश्व पूजा, दशहरा और होलिका दहन जैसे महत्वपूर्ण कार्यों के लिए किया जाता है. दूसरी ओर कैडिलैक सैलून का उपयोग महारानी अपनी निजी कार के रूप में करती है. जनवरी 1960 में इंग्लैंड की महारानी, 1963 में जैकलीन कैनेडी और 1968 में ईरान के शाह के उदयपुर दौरे के दौरान यह कार काम में ली गई थी.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Rajasthan news, Udaipur news