गृह मंत्रालय ने बुधवार को राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को उदयपुर में एक दर्जी की हत्या की घटना की जांच अपने हाथ में लेने और मामले में किसी भी संगठन तथा अंतरराष्ट्रीय संलिप्तता का पता लगाने के निर्देश दिए हैं. मंत्रालय के प्रवक्ता ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा है कि गृह मंत्रालय ने एनआईए को राजस्थान के उदयपुर में हुई कन्हैया लाल तेली की नृशंस हत्या की जांच करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि किसी भी संगठन और अंतरराष्ट्रीय संलिप्तता की गहन जांच की जाएगी.
उदयपुर में पुलिस की व्यापक तैनाती की गई है और स्थिति को देखते हुए राज्य के सभी 33 जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को निलंबित किया गया है. वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जोधपुर से बुधवार को जयपुर पहुंच गये हैं. वह यहां कानून-व्यवस्था को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक करेंगे.
हत्यारों द्वारा तीन बार वीडियो बनाया गया हत्याकांड से पहले करीब एक सप्ताह पहले का वीडियो (17 जून ) , जिसमें आरोपियों द्वारा हत्याकांड को अंजाम देने की बात किया जा रहा है. आरोपी रियाज कहता है की - यह वीडियो मैं जुमे के दिन बना रहा हूं ,लेकिन इस वीडियो को उस दिन वायरल करूंगा , जिस दिन अल्लाह की शान में गुस्ताखी करने वालों का शख्स का सिर कलम कर दूंगा, आखिरकार 28 जून को कन्हैयालाल की हत्या कर दी जाती है, लेकिन सवाल उठता है आखिर अगला निशाना कौन है ?
हत्याकांड को अंजाम देने के लिए हत्यारे जब कन्हैयालाल के यहां हत्यारे पहुंचते हैं तो उस हत्याकांड को अंजाम देने से पहले बातचीत और कपड़े की नाप देने वाले एक अन्य आरोपी द्वारा वीडियो बनाया जाता है, उसके बाद कन्हैयालाल की हत्याकांड का वीडियो बनाने के दौरान उन आरोपियों के चेहरे पर कोई डर या खौफ का शिकन तक नहीं है. यानी ये पहले से ही एक पेशेवर हत्यारे की तरह इस वारदात को अंजाम दिया गया है .
हत्याकांड को अंजाम देने के बाद उन दोनों हत्यारे बहुत ही खुश होकर वीडियो बनाकर हत्याकांड को अंजाम देने वाले हथियारों का भी प्रदर्शन करता हुआ दिखा है. उसके बाद उस वीडियो में साफ तौर पर बयान दिया गया की आने वाले दिनों में कई ऐसे लोगों की हत्याकांड को अंजाम दिया जाएगा, जो एक साजिश का हिस्सा है .
हत्याकांड को अंजाम देने वाले हत्यारे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम से भी धमकी देता हुआ वीडियो बनाकर उसे कई मोबाइल पर वायरल किया गया. उस वीडियो को वायरल करने का मकसद क्या था? ये जानना बेहद आवश्यक है, लिहााजा इस मामले में आगे की तफ्तीश केन्द्रीय खुफिया एजेंसी आईबी और केन्द्रीय जांच एजेंसी एनआईए की टीम विस्तार से इस मामले की तह तक जाएगी .
कन्हैयालाल की हत्या की क्यों की गई ? जबकी नुपूर शर्मा से जुड़े मामले में राजस्थान के उदयपुर सहित देश के कई राज्यों में काफी लोगों ने उस मसले पर सोशल मीडिया पर अपने विचारों को लिखा था, लेकिन क्या कन्हैयालाल की हत्या करने के पीछे मात्र कोई साजिश थी या उसकी हत्या करना बेहद आसान था. इसी वजह से उस हत्याकांड को अंजाम दिया गया .
उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या करने का पैटर्न तालीबानी अंदाज के जैसा था, तो क्या इस साजिश में कोई आतंकी या आतंकी संगठन से जुड़े कनेक्शन का मामला सामने आ सकता है, लिहाजा इस वजह से एनआईए की तफ्तीश इस मामले में महत्वपूर्ण हो गई है .
तालीबानी अंदाज में कन्हैयालाल की हत्या को अंजाम देने वाले आरोपी रियाज मोहम्मद और मोहम्मद गौस को राजसमंद जिले से गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन अब सवाल उठता है की ये किन-किन लोगों के संपर्क में था , हत्याकांड को अंजाम देने के लिए कौन उसको भड़का रहा था ?
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FIRST PUBLISHED : June 29, 2022, 13:16 IST