होम /न्यूज /राजस्थान /उदयपुर: पार्टी के प्रति आस्था की पराकाष्ठा, बेटे का नाम ही 'कांग्रेस' रख डाला

उदयपुर: पार्टी के प्रति आस्था की पराकाष्ठा, बेटे का नाम ही 'कांग्रेस' रख डाला

विनोद जैन ने अपने पुत्र का नाम कांग्रेस रखा तो उस दौरान उनको कई लोगों ने समझाने की कोशिश की. परिवार के सदस्यों का भी विरोध झेलना पड़ा. लेकिन वे निर्णय पर अडिग रहे.

विनोद जैन ने अपने पुत्र का नाम कांग्रेस रखा तो उस दौरान उनको कई लोगों ने समझाने की कोशिश की. परिवार के सदस्यों का भी विरोध झेलना पड़ा. लेकिन वे निर्णय पर अडिग रहे.

उदयपुर (Udaipur) निवासी कांग्रेस कार्यकर्ता (Congress worker) विनोद जैन पार्टी और सीएम अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) के ...अधिक पढ़ें

उदयपुर. इसे पार्टी के प्रति आस्था या समर्पण (Dedication) कहा जाए या फिर कुछ और. उदयपुर (Udaipur) निवासी कांग्रेस कार्यकर्ता (Congress worker) विनोद जैन पार्टी और सीएम अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot)  के प्रति इतने समर्पित हैं कि उन्हें इसके अलावा कुछ भी दिखाई नहीं देता. पार्टी के प्रति उनका लगाव इतना ज्यादा है कि उन्होंने अपने बेटे का नाम ही 'कांग्रेस जैन' (Congress Jain)  रख डाला. अब तक घर पर इस नाम के लिए परिवार का विरोध (Protest) झेल रहे विनोद जैन के पुत्र का सोमवार को बर्थ सर्टिफिकेट (Birth certificate) कांग्रेस जैन के नाम से जारी हुआ तो उनके निर्णय पर सरकारी मुहर भी लग गई.

परिजनों के विरोध के बावजूद नहीं बदला निर्णय
विनोद जैन सीएम अशोक गहलोत के डिजिटल प्लेटफॉर्म से जुड़े हैं. 18 जुलाई, 2019 को उनकी पत्नी वंदना जैन ने पुत्र को जन्म दिया था. विनोद जैन ने अपने कांग्रेस प्रेम के चलते और भविष्य में पुनः पार्टी कि देश में सत्ता वापसी की सोच के साथ अपने पुत्र का नाम कांग्रेस जैन रख दिया. विनोद जैन ने अपने पुत्र का नाम कांग्रेस रखा तो उस दौरान उनको कई लोगों ने समझाने की कोशिश की. परिवार के सदस्यों का भी कुछ विरोध झेलना पड़ा. लेकिन वे निर्णय पर अडिग रहे. उनका मानना था कि वे अशोक गहलोत से प्रेरित हैं और कांग्रेस से विशेष लगाव रखते हैं. ऐसे में वह अपने पुत्र का नाम कांग्रेस ही रखेंगे.

एनएसयूआई से शुरू किया था सफर
विनोद जैन लंबे समय से कांग्रेस से अपना जुडाव रखते हैं. उन्होंने पार्टी में अपनी यात्रा की शुरुआत एनएसयूआई से शुरू की थी. वे अब सोशल मीडिया के मार्फत अशोक गहलोत के कार्यों को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं. विनोद जैन वर्ष 1993 से 1995 तक राजसमंद जिले के एनएसयूआई के महासचिव रहे. तभी से अशोक गहलोत के साथ उनका जुड़ाव शुरू हुआ. शुरू से अब तक विनोद जैन ने अशोक गहलोत का साथ नहीं छोड़ा. आज भी जब कांग्रेस की अंदरुनी लड़ाई सामने आती हैं तो विनोद जैन सोशल मीडिया पर अशोक गहलोत का समर्थन करते हुए किसी भी कांग्रेसी को निशाने पर लेने से नहीं चुकते हैं.

उदयपुर: पार्टी के प्रति आस्था की पराकाष्ठा, बेटे का नाम ही 'कांग्रेस' रख डाला Udaipur: the culmination of faith towards the party-The name of the son was named 'Congress'
विनोद जैन के पुत्र का सोमवार को जारी किया गया बर्थ सर्टिफिकेट.


सीएम की डिजीटल प्लेटफार्म की टीम से जुड़े हैं जैन
वर्ष 2015 से अभी तक विनोद जैन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के डिजीटल प्लेटफार्म चलाने वाली टीम लोकेश शर्मा के सदस्य हैं. सोमवार को विनोद जैन के पुत्र का बर्थ सर्टिफिकेट जारी किया गया है. इसमें उनका नाम कांग्रेस जैन ही सामने आया है. कांग्रेस जैन का जन्म 18 जुलाई, 2019 को उदयपुर के पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में हुआ था.



पंचायत चुनाव: दुबई से सरपंच का चुनाव लड़ने आई सीकर की बहू, लाखों रुपए का सालाना पैकेज छोड़ा

शोरूम संचालक ने ट्रायल रूम में महिला के अश्लील फोटो खींचे, फिर किया रेप

Tags: Ashok gehlot, Congress, Jaipur news, Rajasthan news

टॉप स्टोरीज
अधिक पढ़ें