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Chess Olympiad 2022: बेहद दुखद है 36 वर्षीय ग्रैंडमास्टर की कहानी, गोल्ड जितने के बाद बताई यूक्रेन में मची तबाही की कहानी

Chess Olympiad 2022: बेहद दुखद है इस ग्रैंडमास्टर की कहानी. (Twitter/International Chess Federation)

Chess Olympiad 2022: बेहद दुखद है इस ग्रैंडमास्टर की कहानी. (Twitter/International Chess Federation)

Chess Olympiad 2022: मैच के आखिरी दिन यूक्रेन के स्वर्ण पर कब्जा होते ही 36 वर्षीय ग्रैंडमास्टर अन्ना उशेनिना काफी भावु ...अधिक पढ़ें

नई दिल्ली. यूक्रेन की महिला टीम ने शतरंज ओलंपियाड 2022 (Chess Olympiad 2022) के अंतिम दिन पोलैंड को 3-1 से हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया है. मैच के आखिरी दिन यूक्रेन के स्वर्ण पर कब्जा होते ही 36 वर्षीय ग्रैंडमास्टर अन्ना उशेनिना (Anna Ushenina) काफी भावुक नजर आईं. इस बीच उनको हॉल के एक कोने में अपनी साथी खिलाड़ी नतालिया बुक्सा की बाहों में नम आंखों के साथ देखा गया. इन बीच दोनों खिलाड़ियों के बीच कोई खुशी या हाई-फाइव्स नहीं देखा गया. बस दोनों खिलाड़ियों ने एक दुसरे को नम आंखों से आलिंगन किया.

बता दें मौजूदा समय में रूसी सैन्य आक्रमण की वजह से यूक्रेन के हालात बदतर हैं. लाखों लोग रूसी सैन्य आक्रमण का सामना कर रहे हैं. हाल यह है कि वहां लोगों को खाने एवं रहने के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है. यूक्रेन में इस बदतर स्थिति के बीच यह ओलंपियाड स्वर्ण कुछ देर के लिए ही सही लेकिन लोगों के चेहरे पर मुस्कान बिखेरेगी.

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स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाने के बाद अन्ना उशेनिना ने नम आंखों के साथ कहा, ‘यह बिल्कुल अलग अनुभूति है, लेकिन पदक युद्ध को रोक नहीं सकता है.’ उशेनिना के इस कथन के बाद खचाखच भरे हाल में एक पल के लिए सन्नाटा सा छा गया. महिला खिलाड़ी के इस कथन से यूक्रेन के लोगों का दर्द समझा जा सकता है.

उशेनिना अपने देश की पहली महिला विश्व चैंपियन हैं, जो खार्किव से ताल्लुक रखती हैं. खार्किव रूस की सीमा से सिर्फ 30 मील दूर है और आक्रमण के दौरान सर्वाधिक गोलाबारी झेलने वाले शहरों में एक रहा है. उन्होंने कहा, ‘बेहद भयानक समय था, क्योंकि हम सीमा के बेहद करीब रह रहे थे. जैसे ही हमने यह खबर सुनी कि रूसियों ने मार्च किया है, हमारे पास बिना किसी तैयारी के भागने के अलावा और कोई विकल्प नहीं था.’

उन्होंने बताया कि वह भी अपने साथी खिलाड़ियों की तरह अबतक अपने घर नहीं गई हैं. पांच सदस्यीय टीम में हर किसी के पास बताने के लिए कुछ न कुछ दुखद कहानी है. मुजिचुक बहनें, अन्ना और मारिया पश्चिमी यूक्रेन के ल्वीव शहर से निकलने में कामयाब हुई थीं.

Tags: Chess, Chess Champion, Chess Olympiad

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