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क्रिकेट से जुड़ी 10 फिल्में और वेब सीरीज, जो आपको Lockdown में देखनी चाहिए

एमएस धोनी पूर्व भारतीय कप्तान हैं

एमएस धोनी पूर्व भारतीय कप्तान हैं

हम यहां उन फिल्मों या वेब सीरीज के बारे में बता रहे हैं जो किसी खिलाड़ी की बजाय टीम या घटना पर आधारित हैं और मनोरंजक हो ...अधिक पढ़ें

    नई दिल्ली: लॉकडाउन ने जब सबको घरों में कैद कर दिया है तो यह तरह से मौका भी है कि हम अपनी पसंद की कुछ चीजें सीख, देख या पढ़ लें. क्रिकेट के शौकीनों के लिए दूरदर्शन से लेकर अन्य टीवी चैनल पुराने मैचों का प्रसारण कर रहे हैं. वे एक बार फिर अपने पसंदीदा मैचों का आनंद ले सकते हैं. खेलप्रेमी लॉकडाउन के इस मौके का फायदा उठाकर कुछ फिल्में भी देख सकते हैं, जो क्रिकेट पर आधारित हैं.

    बात फिल्मों की चली है तो हम बता दें कि क्रिकेट पर मूवी तीन तरह की बनी हैं. पहली किसी क्रिकेटर की जिंदगी पर आधारित, दूसरी किसी टीम या घटना पर आधारित और तीसरी काल्पनिक. पहले तरह की मूवी में सचिन तेंदुलकर, एमएस धोनी, मोहम्मद अजहरुद्दीन पर आधारित बायोपिक को शामिल किया जा सकता है. दूसरी तरह की मूवी में लगान (Lagaan) और फायर इन बेबीलोन शामिल हैं. तीसरी तरह की मूवी में इकबाल या अव्वल नंबर शामिल हैं. हम यहां उन फिल्मों या सीरीज के बारे में बता रहे हैं जो मनोरंजक होने के साथ-साथ जानकारी भी लेकर आती हैं.

    लगान
    लगान बॉलीवुड की ब्लॉकबस्टर फिल्मों में से एक है. आमिर खान की यह मूवी ब्रिटिश काल पर आधारित है. फिल्म में एक गांव के लोग सूखा पड़ने और अंग्रेजों के अन्याय के विरोध में लगान देने से इनकार कर देते हैं. अंग्रेज इसके बदले उनसे मैच खेलने को कहते हैं. इस मैच की शर्त थी कि यदि गांव वाले जीत गए तो लगान माफ हो जाएगा और यदि हार गए तो दोगुना हो जाएगा. गांव वाले जीत जाते हैं और लगान माफ हो जाता है.

    फायर इन बेबीलोन
    यह डॉक्यूमेंट्री वेस्टइंडीज के 1970-80 के दशक का सफर है. इसमें दिखाया गया है कि कैसे एक मनोरंजन करने वाली लेकिन नाकाम टीम विश्व विजेता बनती है. क्रिकेटप्रेमी जानते हैं कि 1960 के दशक में वेस्टइंडीज की टीम को बहुत ताकतवर नहीं माना जाता था. लेकिन 1970 के दशक में क्लाइव लॉयड के कप्तान बनने के बाद टीम का कायाकल्प होता है. विवियन रिचर्ड्स की कातिलाना बैटिंग और तेज गेंदबाजों की खौफनाक गेंदबाजी ने इस टीम को ब्लैक प्राइड दिलाया. फायर इन बेबीलोन (Fire in Babylon) में कैरेबयाई टीम के इसी सफर को दिखाया गया है.

    द एशेज: द ग्रेटेस्ट सीरीज
    एशेज सीरीज दुनिया की सबसे पुरानी क्रिकेट सीरीज है, जो ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेली जाती है. 2005 में यह सीरीज इंग्लैंड में खेली गई. सीरीज से पहले ग्लेन मैक्ग्रा ने दावा किया कि ऑस्ट्रेलिया यह सीरीज 5-0 से जीतेगा. लेकिन इंग्लैंड ने गजब का खेल दिखाया. उसने सीरीज में पिछड़ने के बाद गजब की वापसी की, वह भी तब जब मेजबान टीम के आधे खिलाड़ी नए थे. वे पहली बार यह सीरीज खेल रहे थे. द एशेज: द ग्रेटेस्ट सीरीज (The Ashes: the Greatest Series) देखकर आप अनुभव करेंगे कि क्यों ज्यादातर क्रिकेटर टेस्ट क्रिकेट को आज भी बेस्ट मानते हैं.

    बॉडीलाइन
    बॉडीलाइन (Bodyline) सात पार्ट की एक सीरीज है, जो आपको डॉन ब्रैडमैन की महानता का अनुभव कराती है. यहां यह बताना जरूरी है कि यह फिल्म ब्रैडमैन की महानता दिखाने के लिए नहीं बनी है. इसे बनाने का कारण तो यह बताना था कि 1930 के दशक में ब्रैडमैन की दहशत ऐसी थी कि इंग्लैंड को बॉडीलाइन गेंदबाजी के लिए मजबूर होना पड़ गया. इंग्लैंड के कप्तान डगलस जॉर्डिन ने ब्रैडमैन के प्रहार से बचने के लिए बॉडीलाइन टैक्टिस अपनाई. इसमें गेंदबाज राउंड द विकेट गेंदबाजी करता था और बल्लेबाज के शरीर को निशाना बनाता था. इस टैक्टिस को खेलभावना के विपरीत माना गया. बाद में कुछ नियम भी बदले गए, ताकि ऐसी रणनीति दोबारा ना बनाई जा सके.

    डेथ ऑफ ए जेंटलमैन
    डेथ ऑफ ए जेंटलमैन (Death of a Gentleman) एक डॉक्यूमेंट्री है, जो किसी टीम पर आधारित नहीं है, लेकिन क्रिकेट की राजनीति समझने के लिए यह बेहद अहम है. साल 2014 में भारत, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया ने अपने दबदबे का इस्तेमाल करते हुए आईसीसी में विशेष स्थान हासिल कर लिया. इसके तहत इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल की कमाई का बड़ा हिस्सा इन तीनों देशों के क्रिकेट बोर्ड को मिलना था. बाकी बचा हिस्सा अन्य देशों को बांटा जाना था. इस तरह से आईसीसी में एक तरह की असमानता को कानूनी रूप दे दिया गया. हालांकि, भारत, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया का तर्क था कि चूंकि सबसे अधिक कमाई उनके जरिये होती है, इसलिए उसका बड़ा हिस्सा भी उन्हीं को मिलना चाहिए, ना कि इसे बराबर बांटा जाना चाहिए.

    द टेस्ट: ए न्यू एरा फॉर ऑस्टेलियन टीम
    द टेस्ट: ए न्यू एरा फॉर ऑस्टेलियन टीम (The Test: a new era for Australia's team) सीरीज ऑस्ट्रेलिया के अर्श से फर्श पर उठने की कहानी है. साल 2018 में ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेटर बॉल टैम्परिंग करते हुए रंगे हाथ पकड़े गए. नतीजा टीम के कप्तान स्टीव स्मिथ, उप कप्तान डेविड वॉर्नर समेत तीन खिलाड़ियों को प्रतिबंधित कर दिया गया. कोच ने इस्तीफा दे दिया. टीम जीत से हार के रास्ते पर चल पड़ी. बदनामी हुई सो अलग. लेकिन इस टीम ने एक साल के भीतर गजब की वापसी की. वह विश्व कप के सेमीफाइनल तक पहुंची और एशेज सीरीज भी ड्रॉ कराया. इस डॉक्यूमेंट्री में यही दिखाया गया है कि ऑस्ट्रेलिया कैसे तमाम बाधाओं को पार कर पुराना मकाम हासिल कर सका.

    हैंसी
    हैंसी क्रोन्ये. क्रिकेट में जब भी मैच फिक्सिंग की बात आती है तो दक्षिण अफ्रीका के इसी क्रिकेटर का नाम सबसे पहले लिया जाता है. एक तरह से हैंसी ऐसा पहला कप्तान था, जिसने अपने साथी खिलाड़ियों को भी मैच फिक्स करने के लिए प्रेरित किया. हैंसी (Hansie) इसी पर आधारित फिल्म है. वैसे तो आपको कई खिलाड़ियों पर आधारित बायोपिक मिल जाएंगी, लेकिन उनसे पहले इस मूवी को देखा जाना चाहिए. यह मूवी खिलाड़ी, खेल या मैच फिक्सिंग से भी ज्यादा इस बात को दिखाती है कि आखिर वो कौन से लालच या परिस्थितियां थीं, जो एक खिलाड़ी को अपने ही देश से धोखा करने को मजबूर कर देती हैं.

    रॉर ऑफ द लायंस
    रॉर ऑफ द लायंस (Roar of the Lion) चेन्नई सुपरकिंग्स का सफर दिखाती है. पांच पार्ट की यह वेब सीरीज चेन्नई सुपरकिंग्स के बैन होने के बाद की कहानी है. आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में दोषी पाए जाने के बाद इस टीम पर दो साल का बैन लग गया था. ना सिर्फ टीम, बल्कि कप्तान महेंद्र सिंह धोनी भी शक के घेरे में थे. लेकिन समर्थकों ने टीम का साथ नहीं छोड़ा. दो साल बाद यह टीम बैन से लौटी और चैंपियन बनी.

    इनसाइड एज
    इनसाइड एज (Inside Edge) एक वेब सीरीज है, जो क्रिकेट के पीछे के सच को दिखाती है. इसमें दिखाया गया है कि एक टीम को बनाने में उसके मालिक,  बोर्ड और क्रिकेटर की क्या भूमिका होती है. यह भी दिखाया गया है कि सट्टेबाज किसी मैच को कितना प्रभावित कर सकते हैं. वेब सीरीज में मुंबई मावरिक्स नाम की काल्पनिक टीम के माध्यम से यह दिखाया गया है कि आम दर्शक क्रिकेट को जितना जानता और समझता है, यह खेल उससे कहीं अधिक गहरा है.  परदे के पीछे के क्रिकेट को समझने के लिए यह दिलचस्प वेब सीरीज है.

    इकबाल
    इकबाल (Iqbal) एक गूंगे लड़के की जिंदगी पर आधारित मूवी है. वह बोल या सुन नहीं सकता कि लेकिन भारतीय टीम में खेलना चाहता है. पिता को उसका सपना असंभव लगता है और इस कारण वह उसे क्रिकेट की बजाय घर के काम में हाथ बंटाने को कहता है. लड़का अपनी जिद पर अड़ा रहता है. एक दिन वह रिटायर्ड क्रिकेट कोच से मिलता है जो उसका सपना साकार करता है. यह पूरी तरह मसाला फिल्म है, लेकिन काफी अच्छी है और क्रिकेट फैंस को देखनी चाहिए. इस फिल्म में कपिल देव भी केमियो रोल में नजर आते हैं.

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    Tags: Death of a Gentleman, Fire in Babylon, Hansie, Inside Edge, Iqbal, Lagaan, Roar of the Lion, The Ashes: the Greatest Series, The Test: a new era for Australias team

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