होम /न्यूज /खेल /संदीप पाटिल ने MCA अध्यक्ष पद के लिए दाखिल किया नामांकन, शिकायत दर्ज

संदीप पाटिल ने MCA अध्यक्ष पद के लिए दाखिल किया नामांकन, शिकायत दर्ज

संदीप पाटिल के खिलाफ हितों के टकराव की शिकायत दर्ज (BCCI/Twitter)

संदीप पाटिल के खिलाफ हितों के टकराव की शिकायत दर्ज (BCCI/Twitter)

संदीप पाटिल भारत के पूर्व तेज गेंदबाज सलिल अंकोला के करीबी रिश्तेदार हैं, जो वर्तमान में एमसीए सीनियर पुरुष चयन समिति क ...अधिक पढ़ें

नई दिल्ली. भारत के पूर्व क्रिकेटर संदीप पाटिल ने मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) के अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया था. इसके कुछ ही घंटों बाद वर्तमान संयुक्त सचिव संजय नाइक ने संदीप पाटिल के इस फैसले के खिलाफ हितों के टकराव की शिकायत दर्ज करा दी.

एमसीए लोकपाल और नैतिकता अधिकारी, न्यायमूर्ति दिलीप भोसले (सेवानिवृत्त) को अपनी 13-पृष्ठ की शिकायत में नाइक ने लिखा, ”शिकायतकर्ता ने कहा कि संदीप पाटिल एमसीए के शीर्ष परिषद के अध्यक्ष और/या सदस्य के पद के लिए अपना नामांकन फॉर्म जमा करने के योग्य नहीं हैं, क्योंकि प्रतिवादी एमसीए के संविधान के नियम 38 (वी) (हितों का टकराव) के तहत पात्र नहीं या अयोग्य हैं.”

संजय नाइक ने बताया कि संदीप पाटिल भारत के पूर्व तेज गेंदबाज सलिल अंकोला के करीबी रिश्तेदार हैं, जो वर्तमान में एमसीए सीनियर पुरुष चयन समिति के अध्यक्ष हैं. अंकोला की बेटी सना की शादी पाटिल के बेटे चिराग से हुई है. उन्होंने कहा, ”यह ध्यान देने योग्य है कि प्रतिवादी की बहू, यानी श्रीमती सना पाटिल क्रिकेटर सलिल अंकोला की बेटी हैं, जो चयन समिति, मुंबई सीनियर चयन समिति के वर्तमान अध्यक्ष हैं. चूंकि सलिल अंकोला की बेटी यहां प्रतिवादी की बहू हैं, इसलिए प्रतिवादी और उनके बीच घनिष्ठ संबंध है. इस तरह यह स्पष्ट रूप से हितों के टकराव की बात है, जैसा कि एमसीए के संविधान के नियम 38 (वी) के तहत परिभाषित किया गया है.”

ऋषभ पंत की गर्लफ्रेंड ईशा नेगी की VIDEO को देखकर लोग उर्वशी रौतेला को क्यों कर रहे ट्रोल? जानिए सब

नाइक ने आगे कहा कि एमसीए अध्यक्ष पद के लिए पाटिल के नामांकन को खारिज करने की जरूरत है. उन्होंने कहा, ”इन तथ्यों और परिस्थितियों के आधार पर शिकायतकर्ता सम्मानपूर्वक यह प्रस्तुत करता है कि प्रतिवादी एमसीए के उक्त संविधान के उक्त नियम 38 (वी) के तहत अध्यक्ष और/या सर्वोच्च परिषद के सदस्य के पद के लिए अपना नामांकन दाखिल करने के लिए स्पष्ट रूप से अयोग्य है. एमसीए और इसलिए प्रतिवादी अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन जमा करने और चुनाव कराने का हकदार नहीं है.

India vs WA XI: सूर्यकुमार ने ऑस्ट्रेलिया में पहली पारी में ही बिखेरी चमक, फिफ्टी ठोक भारत को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया

उन्होंने कहा इसलिए न्याय के हित में और एमसीए के हित में यह आवश्यक है कि प्रतिवादी द्वारा प्रस्तुत नामांकन फॉर्म को अस्वीकार/रद्द किया जाना आवश्यक है और/या प्रतिवादी को अध्यक्ष पद के लिए चुनाव कराने के लिए अयोग्य घोषित किया जाना चाहिए.

दिलचस्प बात यह है कि संदीप पाटिल 2019 में एमसीए अध्यक्ष बनने के लिए कतार में थे. लेकिन, हितों के टकराव के कारण, स्टार स्पोर्ट्स के मराठी प्रसारण के लिए एक कमेंटेटर के रूप में अपने अनुबंध के कारण, उन्हें शीर्ष पद के लिए चुनाव को छोड़ना पड़ा था.

Tags: Conflict of Interest, Mumbai Cricket Association, Sandeep Patil

टॉप स्टोरीज
अधिक पढ़ें