होम /न्यूज /खेल /सरफराज-सूर्य की बहस में मैच विनर को भूल गए, दायां हाथ फ्रैक्चर तो बाएं से छुड़ाए बॉलरों के छक्के- VIDEO

सरफराज-सूर्य की बहस में मैच विनर को भूल गए, दायां हाथ फ्रैक्चर तो बाएं से छुड़ाए बॉलरों के छक्के- VIDEO

हनुमा विहारी का दायां हाथ फ्रैक्चर है फिर भी उन्होंने बाएं हाथ से बैटिंग की (Twitter)

हनुमा विहारी का दायां हाथ फ्रैक्चर है फिर भी उन्होंने बाएं हाथ से बैटिंग की (Twitter)

Hanuma Vihari Bravery to another level: स्टार भारतीय बल्लेबाज हनुमा विहारी अपनी राज्य की टीम आंध्र प्रदेश के रणजी ट्रॉफ ...अधिक पढ़ें

नई दिल्ली. भारतीय टेस्ट टीम में सरफराज खान और सूर्यकुमार यादव को जगह देने को लेकर चल रही बहस के बीच हम एक बड़े मैच विनर को भूल रहे हैं. यह मैच विनर और कोई नहीं, बल्कि हनुमा विहारी हैं. हनुमा विहारी एक वक्त पर भारतीय क्रिकेट टेस्ट टीम का अहम हिस्सा रहे हैं. हनुमा ने ही जनवरी 2021 में ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में भारत को कंगारू टीम के हाथों हार से बचाया था. मैच की चौथी पारी में बल्लेबाजी करते हुए हैमस्ट्रिंग की वजह से उनका बायां पैर पूरी तरह सुन्न हो गया था. बावजूद इसके हनुमा ने इंजेक्शन लेकर बल्लेबाजी की और सिडनी टेस्ट को ड्रॉ करवाया. पेनकिलर खाकर और इंजेक्शन लेकर हनुमा ने ढाई घंटे तक मैच में मैराथन बल्लेबाजी की. हैमस्ट्रिंग के बावजूद विहारी ने 161 गेंदें खेल डाली थीं. अब एक बार फिर से हनुमा विहारी ने कुछ ऐसी ही बहादुरी दिखाई है, जिसे पूरा क्रिकेट वर्ल्ड सैल्यूट कर रहा है.

रणजी ट्रॉफी मुकाबले में आंध्र प्रदेश के कप्तान हनुमा विहारी ने दाहिने हाथ की कलाई में फ्रैक्चर होने के बावजूद बैटिंग करने का साहस दिखाया है. मध्य प्रदेश के खिलाफ इंदौर में खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी क्वॉर्टर फाइनल मुकाबले में पहले दिन बल्लेाबाजी करते हुए आवेश खान की गेंद से हनुमा विहारी की कलाई फ्रैक्चर हो गई थी. बावजूद इसके हनुमा ने हार नहीं मानी. वह मैच के दूसरे दिन अंत में बल्लेबाजी करने उतर गए. अपनी टीम का नौंवा विकेट गिरने के बाद हनुमा विहारी बल्लेबाजी करने के लिए आए.

टूटा जबड़ा, टूटी नाक, खून की उल्टी, फ्रेक्चर, दस्त… क्रिकेटरों ने मैदान पर पेश की देशप्रेम की मिसाल

जब हनुमा विहारी दाहिने हाथ के फ्रैक्चर होने के बावजूद बाएं हाथ से बल्लेबाजी करने के लिए क्रीज पर उतरे तो आंध्र प्रदेश का स्कोर 9 विकेट के नुकसान पर 353 रन था. 29 वर्षीय हनुमा विहारी ने आवेश खान और कुमार कार्तिकेय पर दो चौके लगाकर सुनिश्चित किया कि लंच ब्रेक से पहले आंध्र की पारी खराब न हो. विहारी को होल्कर क्रिकेट स्टेडियम में खेले जा रहे मैच के पहले दिन आवेश की बाउंसर लगी थी, जिसके बाद वह रिटायर्ड हर्ट हो गए थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक, मिडिल ऑर्डर बैट्समैन कलाई की चोट के कारण कम से कम पांच-छह हफ्ते एक्शन से बाहर रहेंगे.

12वें प्लेयर को अचानक मिला डेब्यू का मौका, ‘पंच’ जड़ हिला दिए बैटर्स के सारे तार, पिता के कहने पर छोड़ा पहला प्यार

अपने कप्तान की इस चोट के बावजूद रिकी भुई और करण शिंदे की जोड़ी ने एक-एक शतक लगाकर अपनी टीम को अच्छा स्कोर दिलवाया. भुई ने 250 गेंद में 18 चौके और एक छक्के की मदद से 149 रन बनाए. दूसरी ओर, शिंदे ने 264 गेंदों में 12 चौकों और दो छक्कों की मदद से 110 रन बनाए. इस जोड़ी ने अलग होने से पहले तीसरे विकेट के लिए 265 रन की साझेदारी की. 2 विकेट के नुकसान पर 323 से आंध्र प्रदेश कुछ ही वक्त बात 9 विकेट के नुकसान पर 353 हो गया. इसके बाद हनुमा विहारी ने दोबारा बैटिंग करने का फैसला लिया.

बाएं हाथ और सिर्फ एक हाथ से बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने कुछ बाउंड्री लगाई. उनकी बैटिंग पर ना सिर्फ ड्रेसिंग रूम में तालियां बजी, बल्कि सोशल मीडिया पर भी इसकी जमकर तारीफ हो रही है. दिनेश कार्तिक और अन्य क्रिकेट दिग्गज हनुमा विहारी की इस बहादुरी को सलाम कर रहे हैं.

बता दें कि आंध्र प्रदेश ने पहली पारी में 379 रन बनाए हैं. हनुमा विहारी ने 57 गेंदों में 5 चौकों के साथ 27 रन की शानदार पारी खेली. हनुमा विहारी ने रणजी मुकाबले में फ्रैक्चर कलाई के साथ बैटिंग करते हुए फैन्स को बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी की याद दिला दी है, जहां उन्होंने ग्रेड 2 हैमस्ट्रिंग इंजरी के बावजूद 23 रन की पारी खेली थी और अपनी उस पारी में 4 चौके भी जड़े थे. हनुमा विहारी के दम पर भी भारत सिडनी टेस्ट को ड्रॉ करवाने में सफल रहा था.

Tags: Border Gavaskar Trophy, Hanuma vihari, India vs Australia, Ranji Trophy, Sarfaraz Khan, Suryakumar Yadav

टॉप स्टोरीज
अधिक पढ़ें