चौथे नंबर की समस्या तो सुलझी, लेकिन इस 'बीमारी' ने बढ़ाई टीम इंडिया की परेशानी, पाकिस्तान से भी पीछे हैं विराट के धुरंधर

टीम इंडिया को इस साल टी20 वर्ल्ड कप समेत कई अहम टूर्नामेंट में हिस्सा लेना है. (फाइल फोटो)
पिछले साल आईसीसी वर्ल्ड कप (ICC World Cup) में टीम इंडिया (Team India) को चौथे नंबर के बल्लेबाज की समस्या सुलझाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी थी.
- News18Hindi
- Last Updated: January 13, 2020, 12:51 PM IST
नई दिल्ली. इस बात को अधिक वक्त नहीं बीता जब भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) चौथे नंबर के बल्लेबाज की समस्या को सुलझाने में लगी थी. टीम की ये तलाश श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) पर जाकर खत्म हुई, जिन्होंने मिले मौकों को भुनाते हुए निरंतर अच्छा प्रदर्शन किया. ऐसे में जबकि चौथे नंबर के बल्लेबाज की तलाश पूरी हो गई तो टीम इंडिया के लिए एक और परेशानी सामने आ खड़ी हुई है. परेशानी भी ऐसी कि उसके चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान (Pakistan) का भी रिकॉर्ड इस मामले में उससे बेहतर है.
धोनी और पंड्या के बिना मुश्किल हुए हालात
दरअसल, टीम इंडिया (Team India) के हालिया प्रदर्शन में ये साफ देखने को मिला है कि टीम अपने शीर्ष और मध्यक्रम पर जरूरत से ज्यादा निर्भर है. ऐसे में जब भी ऐसे हालात बनते हैं कि टीम को निचले क्रम के बल्लेबाजों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होती है, वो कसौटी पर खरे नहीं उतरते हैं. अब महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) भी न्यूजीलैंड दौरे (New Zealand Tour) के लिए टी20 टीम में नहीं चुने गए हैं, जबकि ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) भी अभी कमर के निचले हिस्से की सर्जरी के बाद उबर रहे हैं तो ये समस्या और गहरा गई है.
पाकिस्तान से भी कम है भारत का छठे नंबर का स्ट्राइक रेट
अगर आंकड़ाें पर गौर करें तो पिछले एक साल में जनवरी 2019 से लेकर जनवरी 2020 तक भारत (India) के छह नंबर के सभी बल्लेबाजों का कुल स्ट्राइक रेट महज 91.47 का रहा है. इस मामले में पाकिस्तान (Pakistan) की स्थिति भी भारतीय टीम के मुकाबले काफी बेहतर है. इस अवधि में पाकिस्तान ने 104.95 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं, जबकि ऑस्ट्रेलिया ने 104.64 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की है. वहीं वेस्टइंडीज का स्ट्राइक रेट 96.57, इंग्लैंड का 96.16 और न्यूजीलैंड का स्ट्राइक रेट 95.68 का है.

केदार जाधव से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद
इसका ये भी मतलब हुआ कि अगर भारतीय टीम (Indian Team) अच्छी शुरुआत कर भी लेती है तो भी निचले क्रम के बल्लेबाजों से उचित सहयोग न मिलने के कारण टीम विशाल स्कोर तक पहुंचने में असफल ही रहती है. ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 14 जनवरी से शुरू हो रही तीन वनडे मैचों की सीरीज में केदार जाधव और रवींद्र जडेजा के प्रदर्शन पर खासतौर पर निगाहें होंगी. जाधव के लिए बल्ले से योगदान देना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि उन्होंने हालिया सीरीज में गेंदबाजी नहीं की है. जनवरी 2019 से छठे नंबर पर जाधव का स्ट्राइक रेट 91.57 का रहा है, जो किसी भी तरह बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता.
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धोनी और पंड्या के बिना मुश्किल हुए हालात
दरअसल, टीम इंडिया (Team India) के हालिया प्रदर्शन में ये साफ देखने को मिला है कि टीम अपने शीर्ष और मध्यक्रम पर जरूरत से ज्यादा निर्भर है. ऐसे में जब भी ऐसे हालात बनते हैं कि टीम को निचले क्रम के बल्लेबाजों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होती है, वो कसौटी पर खरे नहीं उतरते हैं. अब महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) भी न्यूजीलैंड दौरे (New Zealand Tour) के लिए टी20 टीम में नहीं चुने गए हैं, जबकि ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) भी अभी कमर के निचले हिस्से की सर्जरी के बाद उबर रहे हैं तो ये समस्या और गहरा गई है.

महेंद्र सिंह धोनी न्यूजीलैंड दौरे के लिए चुनी गई टी20 टीम का हिस्सा नहीं हैं. (फाइल फोटो)
अगर आंकड़ाें पर गौर करें तो पिछले एक साल में जनवरी 2019 से लेकर जनवरी 2020 तक भारत (India) के छह नंबर के सभी बल्लेबाजों का कुल स्ट्राइक रेट महज 91.47 का रहा है. इस मामले में पाकिस्तान (Pakistan) की स्थिति भी भारतीय टीम के मुकाबले काफी बेहतर है. इस अवधि में पाकिस्तान ने 104.95 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं, जबकि ऑस्ट्रेलिया ने 104.64 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की है. वहीं वेस्टइंडीज का स्ट्राइक रेट 96.57, इंग्लैंड का 96.16 और न्यूजीलैंड का स्ट्राइक रेट 95.68 का है.

पिछले एक साल में छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने के दौरान केदार जाधव का स्ट्राइक रेट उतना प्रभावशाली नहीं रहा है. (एपी)
केदार जाधव से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद
इसका ये भी मतलब हुआ कि अगर भारतीय टीम (Indian Team) अच्छी शुरुआत कर भी लेती है तो भी निचले क्रम के बल्लेबाजों से उचित सहयोग न मिलने के कारण टीम विशाल स्कोर तक पहुंचने में असफल ही रहती है. ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 14 जनवरी से शुरू हो रही तीन वनडे मैचों की सीरीज में केदार जाधव और रवींद्र जडेजा के प्रदर्शन पर खासतौर पर निगाहें होंगी. जाधव के लिए बल्ले से योगदान देना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि उन्होंने हालिया सीरीज में गेंदबाजी नहीं की है. जनवरी 2019 से छठे नंबर पर जाधव का स्ट्राइक रेट 91.57 का रहा है, जो किसी भी तरह बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता.
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