IND VS AUS: टीम इंडिया को खल रही है धोनी की कमी, दिग्गज खिलाड़ी ने कही बड़ी बात

IND VS AUS: एमएस धोनी की कमी खल रही है टीम इंडिया को? (PHOTO-CSK INSTAGRAM)
माइकल होल्डिंग (Michael Holding) का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम इंडिया को एमएस धोनी (MS Dhoni) की याद आ रही होगी, लक्ष्य का पीछा करने का उनका अनुभव कमाल था
- News18Hindi
- Last Updated: November 28, 2020, 6:25 PM IST
नई दिल्ली. वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज माइकल होल्डिंग (Michael Holding) का मानना है कि सितारों से सजे बैटिंग ऑर्डर के बावजूद भारतीय टीम को महेंद्र सिंह धोनी के ‘कौशल और रवैये’ की कमी खल रही है जो बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए काफी काम आते थे. ऑस्ट्रेलिया ने पहले एक दिवसीय क्रिकेट मैच में भारत को 66 रन से हराया . होल्डिंग ने यूट्यूब चैट शो ‘ होल्डिंग नथिंग बैक’ में कहा ,' भारत के लिये लक्ष्य का पीछा करना कठिन था . भारत को महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की कमी खली .'
धोनी लक्ष्य का पीछा करते हुए बना लेते थे नियंत्रण
माइकल होल्डिंग ने कहा ,' धोनी आम तौर पर बल्लेबाजी क्रम में निचले हाफ में उतरते हैं और लक्ष्य का पीछा करते हुए नियंत्रण बना लेते हैं . उनके टीम में रहते भारत ने अतीत में लक्ष्य का बखूबी पीछा किया है .' उन्होंने कहा ,' भारत के पास काफी प्रतिभाशाली बल्लेबाज हैं जो स्ट्रोक्स खेलने में माहिर है . हार्दिक ने शानदार पारी खेली लेकिन फिर भी भारत को धोनी जैसे खिलाड़ी की जरूरत थी . सिर्फ कौशल ही नहीं बल्कि रवैये के मामले में भी .'
होल्डिंग ने कहा कि भारतीय टीम लक्ष्य का पीछा करते हुए धोनी के रहते आत्मविश्वास से परिपूर्ण रहती थी . उन्होंने कहा ,' वे टॉस जीतकर क्षेत्ररक्षण से नहीं डरते थे क्योंकि उन्हें पता था कि एम एस धोनी क्या कर सकता है और उनके बल्लेबाज कितने सक्षम हैं .' उन्होंने कहा ,' लक्ष्य का पीछा करते समय धोनी कभी घबराते नहीं थे . उन्हें अपनी क्षमता का पता था और वे विचलित नहीं होते थे . जो भी साथ में बल्लेबाजी करता था, वह उससे बात करते रहते और उसकी मदद करते थे . भारत का बल्लेबाजी क्रम शानदार है लेकिन लक्ष्य का पीछा करने में धोनी की बात ही अलग थी .'
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'टीम इंडिया ने की बेहद खराब फील्डिंग'
होल्डिंग ने भारत के लचर क्षेत्ररक्षण की भी आलोचना की . उन्होंने कहा ,' एससीजी बड़ा मैदान है लेकिन भारतीयों की फील्डिंग बेहद औसत रही . गेंद क्षेत्ररक्षकों के सिर के ऊपर से निकल गई लेकिन छक्का नहीं हुआ . सीमारेखा से इतना दूर नहीं रहना चाहिये था .'
धोनी लक्ष्य का पीछा करते हुए बना लेते थे नियंत्रण
माइकल होल्डिंग ने कहा ,' धोनी आम तौर पर बल्लेबाजी क्रम में निचले हाफ में उतरते हैं और लक्ष्य का पीछा करते हुए नियंत्रण बना लेते हैं . उनके टीम में रहते भारत ने अतीत में लक्ष्य का बखूबी पीछा किया है .' उन्होंने कहा ,' भारत के पास काफी प्रतिभाशाली बल्लेबाज हैं जो स्ट्रोक्स खेलने में माहिर है . हार्दिक ने शानदार पारी खेली लेकिन फिर भी भारत को धोनी जैसे खिलाड़ी की जरूरत थी . सिर्फ कौशल ही नहीं बल्कि रवैये के मामले में भी .'
होल्डिंग ने कहा कि भारतीय टीम लक्ष्य का पीछा करते हुए धोनी के रहते आत्मविश्वास से परिपूर्ण रहती थी . उन्होंने कहा ,' वे टॉस जीतकर क्षेत्ररक्षण से नहीं डरते थे क्योंकि उन्हें पता था कि एम एस धोनी क्या कर सकता है और उनके बल्लेबाज कितने सक्षम हैं .' उन्होंने कहा ,' लक्ष्य का पीछा करते समय धोनी कभी घबराते नहीं थे . उन्हें अपनी क्षमता का पता था और वे विचलित नहीं होते थे . जो भी साथ में बल्लेबाजी करता था, वह उससे बात करते रहते और उसकी मदद करते थे . भारत का बल्लेबाजी क्रम शानदार है लेकिन लक्ष्य का पीछा करने में धोनी की बात ही अलग थी .'
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'टीम इंडिया ने की बेहद खराब फील्डिंग'
होल्डिंग ने भारत के लचर क्षेत्ररक्षण की भी आलोचना की . उन्होंने कहा ,' एससीजी बड़ा मैदान है लेकिन भारतीयों की फील्डिंग बेहद औसत रही . गेंद क्षेत्ररक्षकों के सिर के ऊपर से निकल गई लेकिन छक्का नहीं हुआ . सीमारेखा से इतना दूर नहीं रहना चाहिये था .'