IND VS ENG: मोटेरा से गावस्कर, कपिल, सचिन, कुंबले का दिल का रिश्ता, जानें यहां के खास रिकॉर्ड

India vs England: भारत और इंग्लैंड के बीच 24 फरवरी से तीसरा टेस्ट होने जा रहा है.
India vs England: अहमदाबाद के मोटेरा में 24 फरवरी से भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरा टेस्ट होने जा रहा है. यह स्टेडियम भारतीय क्रिकेट इतिहास के महत्वपूर्ण पहलों का गवाह रहा है. सुनील गावस्कर, कपिल देव, सचिन तेंदुलकर और अनिल कुंबले ने यहां अपने करियर के अहम पड़ाव तय किए हैं.
- News18Hindi
- Last Updated: February 23, 2021, 2:28 PM IST
नई दिल्ली. दुनिया का सबसे बड़ा स्टेडियम (Motera Stadium) सजकर तैयार है. एक लाख 10 हजार दर्शक क्षमता वाले इस स्टेडियम में भारत और इंग्लैंड (India vs England) के बीच डे-नाइट टेस्ट खेला जाएगा. चार मैचों की टेस्ट सीरीज के बाकी बचे दोनों टेस्ट यहीं होंगे. ऐसे में इस मैदान से वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाली दूसरी टीम का फैसला होगा. यह मैदान भारतीय क्रिकेट के महत्वपूर्ण पहलों का गवाह रहा है. सुनील गावस्कर, कपिल देव, सचिन तेंदुलकर और अनिल कुंबले ने यहां अपने करियर के अहम पड़ाव तय किए हैं. भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट मैच शुरू होने से पहले इस मैदान के ऐतिहासिक सफर पर एक नजर डाल लेते हैं.
1983: पहले ही मैच में कपिल ने झटके 9 विकेट
मोटेरा में पहला इंटरनेशनल मैच नवंबर 1983 में भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेला गया. 16 नवंबर यानी मैच के चौथे दिन पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज कपिल देव ने विंडीज की दूसरी पारी के 10 में से 9 विकेट झटके. यह टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में एक पारी में किसी भारतीय तेज गेंदबाज का बेस्ट प्रदर्शन है. हालांकि, टीम इंडिया यह मैच हार गई थी.
1987: गावस्कर बने 10 हजार रन बनाने वाले पहले खिलाड़ीसुनील गावस्कर ने 7 मार्च 1987 को पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में 10 हजार रन पूरे किए थे. तब गावस्कर टेस्ट में 10 हजार रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज बने थे. गावस्कर को एक ही पारी में बल्लेबाजी का मौका मिला था. उन्होंने 170 गेंदों में 6 चौकों की मदद से 63 रन बनाए थे. यह मैच ड्रॉ रहा था.
1994: कपिल ने हेडली के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा
कपिल देव ने 8 फरवरी 1994 को श्रीलंका के बाएं हाथ के बल्लेबाज हसन तिलकरत्ने को आउट कर टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया। यह उनका 432वां विकेट था. इसी के साथ उन्होंने न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज रिचर्ड हैडली को पीछे छोड़ा. कपिल पूरे मैच में सिर्फ यही एक विकेट ले सके थे. टीम इंडिया ने यह मैच पारी से जीता था. इसके बाद कपिल ने एक और टेस्ट खेला और संन्यास ले लिया.
1999: सचिन ने पहला दोहरा शतक लगाया
सचिन तेंदुलकर करिअर के शुरुआती 70 टेस्ट में एक भी दोहरा शतक नहीं लगा सके थे. उन्होंने 30 अक्टूबर 1999 को न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट के दूसरे दिन पहली बार 200 रन का आंकड़ा पार किया था. सचिन ने 217 रन की पारी में 29 चौके लगाए थे. उन्होंने एक भी छक्का नहीं लगाया. इससे उनके दबाव को समझा जा सकता है. यह सचिन के करिअर का तीसरा बड़ा स्कोर भी है.
2005: कुंबले ने 100वां टेस्ट खेला और 7 विकेट भी लिए
लेग स्पिनर अनिल कुंबले ने दिसंबर 2005 में अपना 100वां टेस्ट इसी मैदान पर खेला था. कुंबले ने श्रीलंका से हुए मैच में 7 विकेट लिए थे और 50 रन भी बनाए थे. उन्होंने मैच की दूसरी पारी यानी 22 दिसंबर को पांच विकेट लिए थे. टीम ने यह मैच 259 रन से जीता. इसी के साथ मैदान पर टीम ने तीन मैचों की सीरीज पर 2-0 से कब्जा किया था और कुंबले प्लेयर ऑफ द सीरीज रहे थे.
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2009: सचिन ने करिअर के 30000 रन पूरे किए
सचिन तेंदुलकर ने नवंबर 2009 में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट मैच के दौरान मोटेरा में ही क्रिकेट में 30 हजार रन बनाने का मुकाम हासिल किया. सीरीज के पहले टेस्ट के अंतिम दिन के 44वें ओवर में तेंदुलकर ने यह रिकॉर्ड बनाया था. यह मैच भी ड्रॉ रहा था. इस मैच के दौरान सचिन ने करिअर के 20 साल पूरे किए थे. वे तब ऐसा करने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने थे.
और अब ये 4 रिकॉर्ड बन सकते हैं:
सीरीज के बचे दोनों टेस्ट इसी मैदान पर होने हैं. टीम इंडिया यदि इसमें से एक मैच जीत लेती है और एक ड्रॉ कर लेती है तो वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के पहले सीजन के फाइनल में पहुंच जाएगी. इसके पहले टीम इंडिया ने 2007 में टी20 वर्ल्ड कप के पहले सीजन के फाइनल में जगह बनाई थी और पाक को हराकर खिताब भी जीता था. वनडे वर्ल्ड का पहला फाइनल विंडीज और इंग्लैंड के बीच खेला गया था. वहीं न्यूजीलैंड की टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंच चुकी है. यानी कोई टीम दो फॉर्मेट के पहले सीजन के फाइनल में नहीं पहुंच सकी है. टीम इंडिया यह रिकॉर्ड बना सकती है.
कोहली घर में धोनी को पीछे छोड़ेंगे
विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया ने घर में 30 में से 21 टेस्ट में जीत हासिल की है. वे घर में सबसे ज्यादा टेस्ट जीतने के मामले में महेंद्र सिंह धोनी के साथ संयुक्त रूप से टॉप पर हैं. एक टेस्ट और जीतते ही वे घर में टेस्ट जीतने वाले सबसे सफल भारतीय कप्तान बन जाएंगे.
इशांत 100वां टेस्ट खेलेंगे
इशांत शर्मा को यदि तीसरे टेस्ट में मौका मिलता है तो वे 100 टेस्ट खेलने वाले दूसरे भारतीय तेज गेंदबाज बनेंगे. इसके पहले सिर्फ कपिल देव ही ऐसा कर सके हैं. ओवरऑल भारतीय खिलाड़ियों की बात की जाए तो सिर्फ 10 ने 100 टेस्ट खेले हैं.
अश्विन 400 विकेट के करीब
गजब की फॉर्म में चल रहे रविचंद्रन अश्विन के लिए भी तीसरा टेस्ट बेहद अहम है. वे अब तक टेस्ट करियर में 394 विकेट ले चुके हैं. अगर वे इंग्लैंड के खिलाफ डे-नाइट टेस्ट में 6 विकेट लेते हैं तो वे 400 विकेट के जादुई आंकड़े को भी छू लेंगे. मोटेरा उनके इस अहम पड़ाव का गवाह बनने को तैयार है.
1983: पहले ही मैच में कपिल ने झटके 9 विकेट
मोटेरा में पहला इंटरनेशनल मैच नवंबर 1983 में भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेला गया. 16 नवंबर यानी मैच के चौथे दिन पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज कपिल देव ने विंडीज की दूसरी पारी के 10 में से 9 विकेट झटके. यह टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में एक पारी में किसी भारतीय तेज गेंदबाज का बेस्ट प्रदर्शन है. हालांकि, टीम इंडिया यह मैच हार गई थी.
1987: गावस्कर बने 10 हजार रन बनाने वाले पहले खिलाड़ीसुनील गावस्कर ने 7 मार्च 1987 को पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में 10 हजार रन पूरे किए थे. तब गावस्कर टेस्ट में 10 हजार रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज बने थे. गावस्कर को एक ही पारी में बल्लेबाजी का मौका मिला था. उन्होंने 170 गेंदों में 6 चौकों की मदद से 63 रन बनाए थे. यह मैच ड्रॉ रहा था.
1994: कपिल ने हेडली के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा
कपिल देव ने 8 फरवरी 1994 को श्रीलंका के बाएं हाथ के बल्लेबाज हसन तिलकरत्ने को आउट कर टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया। यह उनका 432वां विकेट था. इसी के साथ उन्होंने न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज रिचर्ड हैडली को पीछे छोड़ा. कपिल पूरे मैच में सिर्फ यही एक विकेट ले सके थे. टीम इंडिया ने यह मैच पारी से जीता था. इसके बाद कपिल ने एक और टेस्ट खेला और संन्यास ले लिया.
1999: सचिन ने पहला दोहरा शतक लगाया
सचिन तेंदुलकर करिअर के शुरुआती 70 टेस्ट में एक भी दोहरा शतक नहीं लगा सके थे. उन्होंने 30 अक्टूबर 1999 को न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट के दूसरे दिन पहली बार 200 रन का आंकड़ा पार किया था. सचिन ने 217 रन की पारी में 29 चौके लगाए थे. उन्होंने एक भी छक्का नहीं लगाया. इससे उनके दबाव को समझा जा सकता है. यह सचिन के करिअर का तीसरा बड़ा स्कोर भी है.
2005: कुंबले ने 100वां टेस्ट खेला और 7 विकेट भी लिए
लेग स्पिनर अनिल कुंबले ने दिसंबर 2005 में अपना 100वां टेस्ट इसी मैदान पर खेला था. कुंबले ने श्रीलंका से हुए मैच में 7 विकेट लिए थे और 50 रन भी बनाए थे. उन्होंने मैच की दूसरी पारी यानी 22 दिसंबर को पांच विकेट लिए थे. टीम ने यह मैच 259 रन से जीता. इसी के साथ मैदान पर टीम ने तीन मैचों की सीरीज पर 2-0 से कब्जा किया था और कुंबले प्लेयर ऑफ द सीरीज रहे थे.
यह भी पढ़ें: IND VS ENG: ऑली स्टोन मोटेरा टेस्ट के लिए तैयार, फुटबॉल की कॉमेंट्री से लेकर बैट का बिजनेस तक करते हैं
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2009: सचिन ने करिअर के 30000 रन पूरे किए
सचिन तेंदुलकर ने नवंबर 2009 में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट मैच के दौरान मोटेरा में ही क्रिकेट में 30 हजार रन बनाने का मुकाम हासिल किया. सीरीज के पहले टेस्ट के अंतिम दिन के 44वें ओवर में तेंदुलकर ने यह रिकॉर्ड बनाया था. यह मैच भी ड्रॉ रहा था. इस मैच के दौरान सचिन ने करिअर के 20 साल पूरे किए थे. वे तब ऐसा करने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने थे.
और अब ये 4 रिकॉर्ड बन सकते हैं:
सीरीज के बचे दोनों टेस्ट इसी मैदान पर होने हैं. टीम इंडिया यदि इसमें से एक मैच जीत लेती है और एक ड्रॉ कर लेती है तो वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के पहले सीजन के फाइनल में पहुंच जाएगी. इसके पहले टीम इंडिया ने 2007 में टी20 वर्ल्ड कप के पहले सीजन के फाइनल में जगह बनाई थी और पाक को हराकर खिताब भी जीता था. वनडे वर्ल्ड का पहला फाइनल विंडीज और इंग्लैंड के बीच खेला गया था. वहीं न्यूजीलैंड की टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंच चुकी है. यानी कोई टीम दो फॉर्मेट के पहले सीजन के फाइनल में नहीं पहुंच सकी है. टीम इंडिया यह रिकॉर्ड बना सकती है.
कोहली घर में धोनी को पीछे छोड़ेंगे
विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया ने घर में 30 में से 21 टेस्ट में जीत हासिल की है. वे घर में सबसे ज्यादा टेस्ट जीतने के मामले में महेंद्र सिंह धोनी के साथ संयुक्त रूप से टॉप पर हैं. एक टेस्ट और जीतते ही वे घर में टेस्ट जीतने वाले सबसे सफल भारतीय कप्तान बन जाएंगे.
इशांत 100वां टेस्ट खेलेंगे
इशांत शर्मा को यदि तीसरे टेस्ट में मौका मिलता है तो वे 100 टेस्ट खेलने वाले दूसरे भारतीय तेज गेंदबाज बनेंगे. इसके पहले सिर्फ कपिल देव ही ऐसा कर सके हैं. ओवरऑल भारतीय खिलाड़ियों की बात की जाए तो सिर्फ 10 ने 100 टेस्ट खेले हैं.
अश्विन 400 विकेट के करीब
गजब की फॉर्म में चल रहे रविचंद्रन अश्विन के लिए भी तीसरा टेस्ट बेहद अहम है. वे अब तक टेस्ट करियर में 394 विकेट ले चुके हैं. अगर वे इंग्लैंड के खिलाफ डे-नाइट टेस्ट में 6 विकेट लेते हैं तो वे 400 विकेट के जादुई आंकड़े को भी छू लेंगे. मोटेरा उनके इस अहम पड़ाव का गवाह बनने को तैयार है.