सीरीज जीत के बाद विराट कोहली का बड़ा बयान, कहा-कुछ वक्त में बदलाव के दौर से गुजरेगी टीम इंडिया

विराट कोहली टी20 क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में संयुक्त रूप से शीर्ष स्थान पर हैं. (फाइल फोटो)
वेस्टइंडीज (West Indies) के खिलाफ कटक (Cuttack) में खेले गए तीसरे वनडे में भारतीय कप्तान (Indian Captain) विराट कोहली (Virat Kohli) ने 83 रनों की बेहतरीन पारी खेली.
- News18Hindi
- Last Updated: December 23, 2019, 11:34 AM IST
कटक. वेस्टइंडीज (West Indies) के खिलाफ टी20 सीरीज के बाद तीन मैचों की वनडे सीरीज भी टीम इंडिया (Team India) ने 2-1 से अपने नाम कर ली है. भारतीय कप्तान (Indian Captain) विराट कोहली (Virat Kohli) ने एक बार फिर इस मैच में बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए 85 रनों की पारी खेली. उनके आउट होने के बाद रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) और शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 8 गेंद शेष रहते चार विकेट से जीत हासिल कर ली. सीरीज जीत के बाद कप्तान विराट कोहली ने टीम इंडिया के प्रदर्शन और भविष्य की योजनाओं पर खुलकर बात की. उन्होंने ये भी बताया कि कटक वनडे में खुद के आउट होने के बाद वे नर्वस हो गए थे.
तीन ओवरों में बदल दिया मैच
भारतीय कप्तान (Indian Captain) विराट कोहली (Virat Kohli) ने वेस्टइंडीज (West Indies) पर सीरीज जीत के बाद कहा, 'इतने सारे मैचों का सफलतापूर्वक पीछा करने के बाद आप थोड़े शांत रहते हैं और समझते हैं कि ओस किस तरह असर डालेगी. ऐसे में आपको छोटी साझेदारी की जरूरत होती है. यही वो क्षण होते हैं जब विपक्षी टीम बिखर जाती है. ये देखना सुखद अहसास है कि दूसरे खिलाड़ी मैच खत्म कर रहे हैं. ईमानदारी से कहूं तो जब मैं आउट हुआ था तो नर्वस था. मगर मैंने देखा कि दूसरे छोर पर रवींद्र जडेजा विश्वास से भरे हुए हैं. उन्होंने तीन ओवरों में ही मैच बदल दिया.' रवींद्र जडेजा ने इस मैच में नाबाद 39 रन बनाए, जबकि उनके साथ शार्दुल ठाकुर 6 गेंद पर 17 रन बनाकर नाबाद रहे.
वर्ल्ड कप का वो आधा घंटा...
विराट कोहली (Virat Kohli) ने कहा, 'ईमानदारी से कहूं तो वर्ल्ड कप में आधे घंटे का खेल छोड़ दें तो भारतीय क्रिकेट के लिए ये शानदार साल रहा. हम आईसीसी ट्रॉफी का पीछा करते रहेंगे क्योंकि ये टीम उसकी हकदार है. हमने पिछले कुछ सालों में कड़ी मेहनत की है. हमारे पास विजन है लेकिन उसके अलावा भी हमने जिस तरह का क्रिकेट खेला है, उसका हिस्सा होना शानदार है.

विपक्षी टीम को कहीं भी आउट करने की क्षमता रखते हैं भारतीय गेंदबाज
भारतीय कप्तान (Indian Captain) ने टीम इंडिया (Team India) की शानदार सफलता में तेज गेंदबाजों के योगदान को बेहद अहम बताया. उन्होंने कहा, 'ऐसे गेंदबाजों की टीम में मौजूदगी होना, जो विपक्षी टीम को कहीं भी ऑल आउट करने की क्षमता रखते हैं, शानदार बात है. ये ऐसी चीज है जिस पर हम पहले बहुत अधिक निर्भर नहीं हुआ करते थे. लेकिन तेज गेंदबाजों ने भारत में स्पिनरों से ध्यान खींचकर बड़ी उपलब्धि हासिल की है. यही वजह है कि अब हम इस अहसास के साथ विदेश जाते हैं कि यहां-वहां एक या दो मैच की बजाय सीरीज जीतने का दम रखते हैं. इसीलिए मुझे लगता है कि खेल को समझना, उसके बारे में सोचना और लगातार सीखते रहना अहम है. इन्हीं सब चीजों की वजह से भारतीय तेज गेंदबाज आज यहां खड़े हैं, जिसके वो हकदार भी हैं.'

बैंच स्ट्रैंथ पर भारतीय कप्तान ने कही ये बात
वेस्टइंडीज (West Indies) पर सीरीज जीत के बाद भारतीय कप्तान (Indian Captain) विराट कोहली (Virat Kohli) ने बैंच स्ट्रैंथ काे लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि हम एक प्रक्रिया में हैं. लगातार नए खिलाड़ियों को आजमा रहे हैं. देख रहे हैं कि वे दबाव के क्षणों में कैसा प्रदर्शन करते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि लोग मानें या मानें कुछ साल बाद हम एक बार फिर बदलाव के दौर से गुजरेंगे. तब युवाओं को आगे आना होगा और जिम्मेदारी लेनी होगी. उन्हें भारतीय क्रिकेट (Indian Cricket) का वो मानक बनाए रखना होगा, जो अब स्थापित किया जा रहा है. ये सिर्फ ऐसे खिलाड़ियों की पहचान करने वाली बात है. एक बार जब ये खिलाड़ी तय हो जाएंगे तब आपको ये अहसास होगा कि आपने भारतीय क्रिकेट में कुछ योगदान दिया है. आप टीम को उतना ही मजबूत छोड़कर जा रहे हैं जितनी कि वो आपके खेलने के दिनों में थी.
वनडे सीरीज जीतने के बाद भी विराट कोहली को है उन 30 मिनटों का पछतावा!
तीन ओवरों में बदल दिया मैच
भारतीय कप्तान (Indian Captain) विराट कोहली (Virat Kohli) ने वेस्टइंडीज (West Indies) पर सीरीज जीत के बाद कहा, 'इतने सारे मैचों का सफलतापूर्वक पीछा करने के बाद आप थोड़े शांत रहते हैं और समझते हैं कि ओस किस तरह असर डालेगी. ऐसे में आपको छोटी साझेदारी की जरूरत होती है. यही वो क्षण होते हैं जब विपक्षी टीम बिखर जाती है. ये देखना सुखद अहसास है कि दूसरे खिलाड़ी मैच खत्म कर रहे हैं. ईमानदारी से कहूं तो जब मैं आउट हुआ था तो नर्वस था. मगर मैंने देखा कि दूसरे छोर पर रवींद्र जडेजा विश्वास से भरे हुए हैं. उन्होंने तीन ओवरों में ही मैच बदल दिया.' रवींद्र जडेजा ने इस मैच में नाबाद 39 रन बनाए, जबकि उनके साथ शार्दुल ठाकुर 6 गेंद पर 17 रन बनाकर नाबाद रहे.

विराट कोहली ने कहा है कि भारतीय तेज गेंदबाजों ने अपने प्रदर्शन से स्पिनरों पर से ध्यान खींच लिया है. (एपी)
वर्ल्ड कप का वो आधा घंटा...
विराट कोहली (Virat Kohli) ने कहा, 'ईमानदारी से कहूं तो वर्ल्ड कप में आधे घंटे का खेल छोड़ दें तो भारतीय क्रिकेट के लिए ये शानदार साल रहा. हम आईसीसी ट्रॉफी का पीछा करते रहेंगे क्योंकि ये टीम उसकी हकदार है. हमने पिछले कुछ सालों में कड़ी मेहनत की है. हमारे पास विजन है लेकिन उसके अलावा भी हमने जिस तरह का क्रिकेट खेला है, उसका हिस्सा होना शानदार है.

भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा कि गेंदबाजों के दम पर टीम इंडिया कहीं भी जीत दर्ज कर सकती है. (फाइल फोटो)
विपक्षी टीम को कहीं भी आउट करने की क्षमता रखते हैं भारतीय गेंदबाज
भारतीय कप्तान (Indian Captain) ने टीम इंडिया (Team India) की शानदार सफलता में तेज गेंदबाजों के योगदान को बेहद अहम बताया. उन्होंने कहा, 'ऐसे गेंदबाजों की टीम में मौजूदगी होना, जो विपक्षी टीम को कहीं भी ऑल आउट करने की क्षमता रखते हैं, शानदार बात है. ये ऐसी चीज है जिस पर हम पहले बहुत अधिक निर्भर नहीं हुआ करते थे. लेकिन तेज गेंदबाजों ने भारत में स्पिनरों से ध्यान खींचकर बड़ी उपलब्धि हासिल की है. यही वजह है कि अब हम इस अहसास के साथ विदेश जाते हैं कि यहां-वहां एक या दो मैच की बजाय सीरीज जीतने का दम रखते हैं. इसीलिए मुझे लगता है कि खेल को समझना, उसके बारे में सोचना और लगातार सीखते रहना अहम है. इन्हीं सब चीजों की वजह से भारतीय तेज गेंदबाज आज यहां खड़े हैं, जिसके वो हकदार भी हैं.'

विराट कोहली की अगुआई में टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 और वनडे सीरीज 2-1 से अपने नाम की. (फाइल फोटो)
बैंच स्ट्रैंथ पर भारतीय कप्तान ने कही ये बात
वेस्टइंडीज (West Indies) पर सीरीज जीत के बाद भारतीय कप्तान (Indian Captain) विराट कोहली (Virat Kohli) ने बैंच स्ट्रैंथ काे लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि हम एक प्रक्रिया में हैं. लगातार नए खिलाड़ियों को आजमा रहे हैं. देख रहे हैं कि वे दबाव के क्षणों में कैसा प्रदर्शन करते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि लोग मानें या मानें कुछ साल बाद हम एक बार फिर बदलाव के दौर से गुजरेंगे. तब युवाओं को आगे आना होगा और जिम्मेदारी लेनी होगी. उन्हें भारतीय क्रिकेट (Indian Cricket) का वो मानक बनाए रखना होगा, जो अब स्थापित किया जा रहा है. ये सिर्फ ऐसे खिलाड़ियों की पहचान करने वाली बात है. एक बार जब ये खिलाड़ी तय हो जाएंगे तब आपको ये अहसास होगा कि आपने भारतीय क्रिकेट में कुछ योगदान दिया है. आप टीम को उतना ही मजबूत छोड़कर जा रहे हैं जितनी कि वो आपके खेलने के दिनों में थी.
वनडे सीरीज जीतने के बाद भी विराट कोहली को है उन 30 मिनटों का पछतावा!