1999 में पाकिस्तान के भारत दौरे पर सचिन तेंदुलकर ने देश के लिए शानदार शतक जड़ा था.(AP)
नई दिल्ली. भारत और पाकिस्तान (India vs Pakistan) के बीच मुकाबला, मतलब रोमांच का तीसरा डोज. चाहे बात क्रिकेट की हो या फिर किसी और खेल की. इन दिनों दोनों कट्टर-प्रतिद्वंदियों के बीच गर्मागरम बहस छिड़ी हुई है. मुद्दा है एशिया कप 2023 की मेजबानी का. एक तरफ भारत ने एशिया कप के लिए पाकिस्तान जाने के लिए साफ इनकार कर दिया. वहीं, दूसरी तरफ पाकिस्तान वनडे वर्ल्ड कप में शामिल न होने की धमकी दे रहा है.
इस बीच हम आपको एक ऐसे मैच का किस्सा सुनाते हैं जब भारत में पाकिस्तान की जीत पर तालियां बजीं. साल 1999, जब पाकिस्तान की जीत पर चेन्नई का ग्राउंड तालियों से गूंज उठा था. पाकिस्तान दौरा दोनों देशों के बीच अच्छे संबंध करने के लिए हुआ. लेकिन इस मैच को रोकने के लिए कई नाकाम कोशिशें की गईं. कभी दिल्ली की पिच को बर्बाद किया गया तो कभी बीसीसीआई के ऑफिस में धरना दिया गया. लेकिन अंत में टेस्ट मैच का आगाज चेन्नई में हुआ. पाकिस्तान के कप्तान वसीम अकरम ने अपनी टीम को सचिन पर फोकस करने के लिए कह दिया था. उन्होंने साफ किया कि हम सचिन का विकेट लेंगे तो मैच जीत जाएंगे.
मैच में क्या हुआ
पहली पारी में पाकिस्तान की टीम ने 238 रन पर सिमट चुकी थी. पाकिस्तान की टीम में एक ऐसा स्पिनर था जिसकी मेंटल हेल्थ पर सवाल खड़े किए जा रहे थे. कारण था मैच से पहले पिता को और एक्सीडेंट में भाई और भतीजी को खोना. वो थे सकलैन मुश्ताक, उन्होंने पहली पारी से ही कहर ढाया और पांच विकेट झटके. भारतीय टीम 254 पर ऑलआउट हो चुकी थी. दूसरी पारी में पाकिस्तान ने 286 रन बनाए और भारत को जीत के लिए चाहिए थे 271 रन. भारत में विकेटों की पतझड़ लगी थी और सभी की निगाहें थी मास्टर ब्लास्टर पर.
संजू सैमसन ने हाथ में थाम ली पिस्टल! पोस्ट से सब कुछ किया साफ, फैंस ने बताया किसे बनाना है निशाना?
सकलैन मुश्ताक ने नहीं छोड़ा पीछा
सकलैन का कहर फिर दिख रहा था, भारत ने 100 के अंदर पांच विकेट खो दिए थे. लेकिन थके हुए सचिन भरी गर्मी में देश के लिए लड़ रहे थे. सचिन दर्द में बैटिंग कर रहे थे लेकिन जीत के लिए चाहिए थे 17 रन. जीत भारत के हाथ में दिख रही थी लेकिन सकलैन की डिलीवरी के बाद मैदान पर शांति छा गई. सचिन 136 पर आउट हो चुके थे, भारत के हाथ में 3 विकेट थे और जीत के लिए 17 रन चाहिए थे. तीन बैटर्स ने मिलकर 17 रन नहीं बना पाए, जिसके बाद मास्टर ब्लास्टर की आंखों में आंसू थे. इतना ही नहीं, वो 24 साल में पहली बार प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड लेने नहीं गए. पाकिस्तान की इस जीत के बाद चेन्नई पर मौजूद 50,000 दर्शकों ने टीम के लिए तालियां भी बजाईं. साथ ही सचिन के लिए कई दर्शकों की आंखों में आंसू भी थे.
.
Tags: India Vs Pakistan, Sachin tendulkar, Team india, Wasim Akram