रोहित शर्मा के लिए नागपुर टेस्ट में प्लेइंग-XI चुनना आसान नहीं होगा-(AFP)
नई दिल्ली. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच आज से 4 टेस्ट की बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का पहला मैच नागपुर में खेला जाएगा. मैच से पहले पिच को लेकर काफी किचकिच हुई. रोहित शर्मा पिच को लेकर हो रही चर्चा से नाखुश नजर आए. उन्होंने कहा कि हमें क्रिकेट पर बात करनी चाहिए न कि पिच की. इसके अलावा एक और बात है, जिसपर जितना बाहर से बातें हुईं, उतनी ही भारतीय टीम मैनेजमेंट ने भी की होगी. वो ये कि भारत किन 11 खिलाड़ियों के साथ उतरेगा. 3 या 4 कितने स्पिन गेंदबाज खेलेंगे? और विकेटकीपर कौन होगा? क्योंकि ऋषभ पंत सड़क दुर्घटना में घायल होने की वजह से पूरी सीरीज से बाहर हैं. उनकी गैरहाजिरी में ईशान किशन को पहली बार टेस्ट टीम में चुना गया है. वहीं, श्रीकर भरत भी टीम में हैं और दोनों को ही डेब्यू का इंतजार है.
अब देखना होगा कि कप्तान रोहित शर्मा ईशान किशन और श्रीकर भरत में से किसे मौका देते हैं. ईशान या भरत दोनों में से किसी के लिए भी पंत की भरपाई करना आसान नहीं होगा. ईशान और एस भरत को प्लेइंग-XI में शामिल करने के अपने नफे-नुकसान हैं. कप्तान रोहित को भी ये बात पता होगी. ऐसे में उनके लिए इन दोनों में से किसी एक को चुनना आसान नहीं होगा.
ईशान या भरत किसका होगा डेब्यू?
रोहित शर्मा नागपुर टेस्ट से पहले कह चुके हैं कि हमें मिडिल ऑर्डर में ऋषभ पंत की कमी खलेगी. वो जिस तरह की बैटिंग करते हैं, वो किसी से छिपा नहीं है. ऐसे में हमें ऐसे खिलाड़ी की जरूरत होगी, जो उनके अंदाज में विपक्षी टीम पर हावी होकर खेल सके. अगर भारतीय कप्तान के इस बयान को मानें तो ईशान किशन का नागपुर टेस्ट में डेब्यू तय है. क्योंकि ईशान भी पंत के अंदाज में ताबड़तोड़ बैटिंग कर सकते हैं. वो वनडे और टी20 में ऐसा करके दिखा चुके हैं. लेकिन ईशान को टीम में रखने के अपने फायदे और नुकसान हैं.
ईशान को प्लेइंग-XI में रखने के फायदे और नुकसान दोनों
ईशान किशन को अगर कप्तान रोहित शर्मा नागपुर टेस्ट में मौका देते हैं तो वो मिडिल ऑर्डर में पंत की तरह अटैकिंग क्रिकेट खेल सकते हैं. खासतौर पर ऑस्ट्रेलिया के स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ. लेकिन इसका एक नुकसान भी है. जिस अंदाज में ईशान बैटिंग करते हैं. उनपर बहुत ज्यादा भरोसा नहीं किया जा सकता है. अटैकिंग क्रिकेट खेलने के चक्कर में वो किसी भी गेंद पर आउट हो सकते हैं. ऐसे में उन्हें रखना दोधारी तलवार जैसा है. अगर वो चल गए तो फिर ऑस्ट्रेलिया की शामत तय है और अगर चूके तो टीम इंडिया की परेशानी ही बढ़ेगी.
रणजी ट्रॉफी में दोनों का रिकॉर्ड एक जैसा
दूसरी तरफ एस भरत काफी साल से इंडिया-ए की तरफ से खेल रहे हैं. वो कई मौकों पर भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा भी रहे हैं. उन्हें टेस्ट फॉर्मेट की समझ है. जहां तक विकेटकीपिंग की बात है तो श्रीकर भरत ईशान से बेहतर हैं. खुद कोच राहुल द्रविड़ और एनसीए प्रमुख वीवीएस लक्ष्मण कई बार ये बात कह चुके हैं कि ऋद्धिमान साहा क बाद अगर कोई टेस्ट में बेहतर विकेटकीपर बन सकता है तो वो श्रीकर भरत हैं. बतौर बल्लेबाज उनकी तकनीक बेहतर है. ऑस्ट्रेलिया के पास नाथन लॉयन के रूप में एक अच्छा ऑफ स्पिनर है. ऐसे में बाएं हाथ के ईशान के लिए लॉयन का सामना करना मुश्किल हो सकता है.
IND vs AUS Dream11: आज आएगी कंगारुओं की शामत…ड्रीम टीम में इस खतरनाक बैटर को जरूर दें जगह
धोनी का करियर फिनिश, विराट कोहली का खेल ‘खत्म’, रोहित शर्मा के नाम पर होने जा रहा है धांसू रिकॉर्ड
ईशान ने रणजी ट्रॉफी में अब तक 44 की औसत से रन बनाए हैं. वहीं, एस भरत का औसत 40 के करीब है. हालांकि, स्ट्राइक रेट के मामले में श्रीकर भरत बेहतर हैं. उन्होंने ईशान किशन के 61 के मुकाबले रणजी ट्रॉफी में अबतक 65 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं. शतकों के मामले में दोनों बराबर ही हैं. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि ऋषभ पंत की गैरहाजिरी में कप्तान रोहित शर्मा किस पर दांव खेलते हैं. क्या पंत की तरह बैटिंग करने वाले ईशान किशन की लॉटरी लगती है या कोच द्रविड़ के भरोसेमंद विकेटकीपर एस भरत बाजी मारते हैं.
.
Tags: Border Gavaskar Trophy, India vs Australia, Ishan kishan, Rishabh Pant, Rohit sharma, Srikar Bharat