5 साल बाद कमबैक टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई बैटर को हुआ था कोविड, क्या नागपुर में मौका मिलेगा?
नई दिल्ली. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर गावस्कर टेस्ट सीरीज हो और उसमें ड्रामा, रोमांच और जुनून न हो. ऐसा हो ही नहीं सकता. दोनों टीमें जब भी आमने-सामने होती हैं, तो क्रिकेट का हर रंग देखने को मिलता है. एक बार फिर 9 फरवरी से भारत और ऑस्ट्रेलिया के 4 टेस्ट की बॉर्डर-गावस्कर सीरीज शुरू होने जा रही है. पहला मैच नागपुर में खेला जाना है. इस मैच में ऑस्ट्रेलिया की प्लेइंग-XI कैसी होगी? कैसे मौका मिलेगा? यह सवाल हर क्रिकेट प्रेमी के मन में है. क्या भारतीय ऑफ स्पिनर आर अश्विन को देखते हुए ऑस्ट्रेलिया बाएं हाथ के बैटर मैट रेनशॉ को मौका देगी.
खैर, टीम कैसे होगी, कौन अंदर आएगा और कौन बाहर? ये तो मैच के दिन साफ हो ही जाएगा. आज हम भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाली बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी (India vs Australia Border Gavaskar Trophy) से जुड़ी एक दिलचस्प कहानी बताने जा रहे. ऑस्ट्रेलियाई टीम पिछली बार 2016-17 में भारत दौरे पर आई थी. तब 4 टेस्ट की सीरीज भारत ने 2-1 से जीती थी. लेकिन पहला वार ऑस्ट्रेलिया ने किया था. मेहमान टीम ने पुणे में हुए पहले टेस्ट में 3 ही दिन में भारत को साफ कर दिया था और 333 रन से जीत दर्ज की थी.
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 2016-17 में हुए बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के पुणे टेस्ट को मेहमान की जीत के अलावा एक और वजह से याद रखा जाता है. दरअसल, इस टेस्ट के पहले दिन ही मैदान पर फुलऑन ड्रामा हुआ था. इस टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था. डेविड वॉर्नर के सलामी जोड़ीदार के रूप में बाएं हाथ के बैटर मैट रेनशॉ खेल रहे थे. डेविड वॉर्नर के 28वें ओवर में आउट होते ही मैट रेनशॉ उनसे पहले ही पवेलियन की तरफ चलते बने.
बल्ला छोड़ मैदान से भागे रैनशॉ
इस वाकये को जिसने भी देखा, वो हैरत में पड़ गए. क्योंकि आउट तो वॉर्नर हुए थे. फिर रैनशॉ क्यों मैदान से बाहर भागने लगे. बाद में पता चला कि रैनशॉ का पेट खराब हो गया था और इसी वजह से उन्होंने दूसरे बैटर के मैदान पर उतरने से पहले ही टॉयलेट की तरफ दौड़ लगा दी थी थी. तब ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ सिर्फ आंखें तरेरने के अलावा कुछ नहीं कर पाए थे. ऑस्ट्रेलिया टीम की काफी किरकिरी हुई थी. हालांकि, टॉयलेट ब्रेक के बाद लौटे रेनशॉ अर्धशतक ठोककर आउट हुए थे. अंत भला तो सब भला, ऑस्ट्रेलिया ने यह टेस्ट 333 रन से जीता.
5 साल बाद टेस्ट टीम में वापसी पर कोरोना हो गया
भारत दौरे के बाद रैनशॉ को 3 टेस्ट और खेलने को मिले और इसके बाद वो ऑस्ट्रेलिया से ऐसे बाहर हुए कि अगले टेस्ट के लिए 5 साल का इंतजार करना पड़ा. रैनशॉ को इस साल भारत आने से पहले दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जनवरी में सिडनी टेस्ट में मौका मिला. लेकिन, किस्मत देखिए कि मैच से पहले उन्हें कोरोना हो गया. इस वजह से उन्हें टीम से अलग बैठना पड़ा. वो खेले तो सही, लेकिन मैच का पूरा मजा नहीं उठा पाए.
इससे पहले, 2018-19 में भी पाकिस्तान के खिलाफ यूएई में खेली गई टेस्ट सीरीज में भी रेनशॉ की वापसी नजर आ रही थी. लेकिन, वॉर्म अप मैच में सिर में गेंद लग गई और कनक्शन के कारण वो मौका हाथ से फिसल गया.
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क्या नागपुर में रैनशॉ को मौका मिलेगा?
अब वो भारत के खिलाफ नागपुर टेस्ट में खेलने की उम्मीद लगाए बैठे हैं. बाएं हाथ के बैटर के खिलाफ आर अश्विन के शानदार रिकॉर्ड के कारण यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मध्य क्रम के बैटर को कप्तान पैट कमिंस मौका देते हैं या नहीं
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