महेंद्र सिंह धोनी ने सीमित ओवरों की कप्तानी छोड़ते हुए विभाजित कप्तानी पर बयान दिया था. (AP)
नई दिल्ली. विराट कोहली (Virat Kohli) ने टी20 के कप्तानी छोड़ने, वनडे की कप्तानी छिनने के बाद अब टेस्ट कप्तान के पद से भी इस्तीफा दे दिया है. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में मिली हार के बाद विराट ने सोशल मीडिया के जरिये एक लंबा पोस्ट शेयर किया और अपना टेस्ट कप्तानी छोड़ने के फैसले (Virat Kohli quits Test Captaincy) का ऐलान कर दिया है. विराट को इस फैसले के बाद महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की एक भविष्यवाणी सही साबित हो गई है. धोनी ने 2017 में कप्तान के पद से इस्तीफा देते हुए स्वीकार किया था कि विभाजित कप्तानी भारत के लिए उपयुक्त नहीं है.
इंग्लैंड के खिलाफ पहले वनडे इंटरनेशनल मैच से पहले पुणे में सीमित ओवरों की कप्तानी छोड़ने के बाद अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में एमएस धोनी ने कहा था, ”विभाजित कप्तानी भारत में काम नहीं करती है. मेरे लिए आगे बढ़ने का यह सही समय था. विराट कोहली के नेतृत्व में भारतीय टीम अब तक की सबसे सफल टीम होगी.”
विराट कोहली 2014-15 में बने टेस्ट कप्तान
ऑस्ट्रेलिया में 2014-15 की टेस्ट सीरीज के दौरान धोनी के अचानक संन्यास लेने के बाद विराट कोहली टेस्ट कप्तान बने थे. इसने विभाजित कप्तानी का मार्ग प्रशस्त किया, लेकिन उसके बाद भारत को छोटे प्रारूपों में अनुकूल परिणाम नहीं मिले. वे ऑस्ट्रेलिया में 2015 विश्व कप और घर में 2016 वर्ल्ड टी20 दोनों में सेमीफाइनल में हार गए थे. हालांकि, विराट कोहली ने एक मजबूत टेस्ट टीम बनाई, जो लगातार जीत हासिल करती रही.
विराट कोहली के टेस्ट कप्तानी छोड़ने पर BCCI ने किया रिएक्ट, जानें क्या कहा
धोनी ने कहा था, विभाजित कप्तानी भारत में काम नहीं करती
महेंद्र सिंह धोनी ने कहा था कि 2015 के अंत में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू वनडे सीरीज हार से पहले, जब उनके नेतृत्व की भारी आलोचना हुई थी, उन्होंने महसूस किया था कि विभाजित कप्तानी भारत में काम नहीं करती है. धोनी ने कहा था, “मैं विभाजित कप्तानी में विश्वास नहीं करता. टीम के लिए केवल एक नेता होना चाहिए … विभाजित कप्तानी भारत में काम नहीं करती है, मैं सही समय का इंतजार कर रहा था. मैं चाहता था कि विराट काम में आसानी हो. वहां इसमें कोई गलत फैसला नहीं है. इस टीम में तीनों प्रारूपों में अच्छा प्रदर्शन करने की क्षमता है. मुझे लगा कि यह आगे बढ़ने का सही समय है.”
बता दें कि 2007 के अंत से लगभग एक वर्ष के लिए भारत के पास पहले सफेद और लाल गेंद वाले क्रिकेट के लिए अलग-अलग नामित कप्तान थे. 2007 में इंग्लैंड के दौरे के बाद राहुल द्रविड़ के कप्तानी से इस्तीफा दे दिया. महेंद्र सिंह धोनी को टी20 और वनडे कप्तान नियुक्त किया गया, जबकि अनिल कुंबले सीमित ओवरों के अंतरराष्ट्रीय मैचों से सेवानिवृत्त हुए. कुंबले नवंबर 2008 में सेवानिवृत्त होने तक टेस्ट कप्तान बने रहे.
.
Tags: BCCI, Cricket news, India vs South Africa, Ms dhoni, Sourav Ganguly, Virat Kohli
नेहा कक्कड़ ने 4 साल की उम्र में शुरू किया था गाना, जिस रियलिटी शो से हुई थीं बाहर, सालों बाद उसी की बनीं जज
टाटा मोटर्स के शेयर ने तोड़ा अपना रिकॉर्ड, क्या है अगला टारगेट, एक्सपर्ट ने बताया- कहां बेचें-खरीदें ये स्टॉक
इस गार्डन में लगे हैं 15000 पेड़ और दो लाख सजावटी फूलों के पौधे, तस्वीरों में देखें इस अद्भुद गार्डन को