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दक्षिण अफ्रीका में 18 साल पहले मिला दर्द अब हुआ दूर, खिलाड़ी के रूप में अधूरा सपना बतौर कोच हुआ पूरा

शेफाली वर्मा की भारतीय महिला अंडर-19 टीम के अलावा कोच के लिए भी विश्व कप की जीत खास. (ICC Women Twitter)

शेफाली वर्मा की भारतीय महिला अंडर-19 टीम के अलावा कोच के लिए भी विश्व कप की जीत खास. (ICC Women Twitter)

ICC Womens Under 19 T20 World Cup final: शेफाली वर्मा की भारतीय क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड को हराकर अंडर-19 टी20 विश्व कप ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

भारत ने अंडर-19 महिला टी20 विश्व कप का खिताब जीता
18 साल पहले दक्षिण अफ्रीका में मिली हार का दर्द दूर हुआ

नई दिल्ली. पहला महिला अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप और पहले ही टूर्नामेंट में खिताब जीत जाना. इससे बेहतर शायद ही कुछ हो सकता है. शेफाली वर्मा की अगुआई वाली भारयी महिला अंडर-19 क्रिकेट टीम के साथ दक्षिण अफ्रीका में यही हुआ है. पहली बार आयोजित हुए विश्व कप का खिताब भारत ने अपने नाम किया. खिलाड़ियों के लिए तो यह जीत खास है ही. लेकिन, उन्हें विश्व चैंपियन बनाने में जिस कोच ने अपना सबकुछ खपा दिया, उसके लिए भी यह जीत भी पुरानी जख्म को भरने जैसी है.

हम बात कर रहें इस टी20 विश्व कप में भारतीय महिला अंडर-19 टीम की कोच नूशीन अल खदीर की. उनके लिए यह जीत बेहद खास है. क्योंकि जो सपना 18 साल पहले बतौर खिलाड़ी अधूरा रह गया था. वो कोच के रूप में आज पूरा हो गया.

आखिर 18 साल पहले ऐसा क्या हुआ था, जिसका दर्द नूशीन खदीर के दिल में आज भी था. दरअसल, 2005 में भारतीय महिला क्रिकेट टीम पहली बार किसी वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचीं थी. फाइनल में उसका सामना ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम से था. तब भी टूर्नामेंट दक्षिण अफ्रीका में खेला गया था और फाइनल सेंचुरियन में था. ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 216 रन का टारगेट दिया था. लेकिन मिताली राज की अगुआई वाली भारतीय टीम 46 ओवर में 117 रन पर ही ढेर हो गई और ऑस्ट्रेलिया ने 98 रन से जीत दर्ज की और विश्व कप पर कब्जा जमा लिया.

18 साल पहले चूक गई थी भारतीय महिला टीम
2005 के महिला वर्ल्ड कप फाइनल में नूशीन खदीर भारतीय टीम का हिस्सा थीं. उन्होंने किफायती गेंदबाजी की थी और 10 ओवर में सिर्फ 35 रन दिए थे. लेकिन, पहली बार विश्व कप के फाइनल में पहुंचने के बाद खिताब जीतने का सपना पूरा नहीं हो पाया. इसके बाद भारत 2017 में भी वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचकर हार गया था. 2020 के टी20 विश्व कप में भी ऑस्ट्रेलिया ने उसे फाइनल में शिकस्त दी थी. यानी पहले फाइनल के 18 साल बाद भारत की झोली में विश्व कप आया और नूशीन का सालों पुराना सपना पूरा हो गया.

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बच्चों ने हमारा सपना पूरा कर दिखाया: नूशिन
भारत के लिए 78 वनडे और 5 टेस्ट खेलने वाली नूशीन को अंडर-19 टी20 विश्व कप से कुछ महीने पहले ही टीम का कोच बनाया गया था. ऐसे में उनके लिए यह सफलता खास हो जाती है. उन्होंने मैच के बाद कहा, “इस कप का हम लंबे वक्त से इंतजार कर रहे थे. यह पहली बार है जब हमने विश्व कप जीता है और अंडर-19 के बच्चों ने यह कर दिखाया है. यह दिखाता है कि हमारा भविष्य कैसा होगा? राष्ट्रगान से लेकर जीत तक हमारे रोंगटे खड़े हो गए थे. मुझे एहसास और समझ है कि यह हमारे लिए कितना खास है. युवाओं के जरिए हमारे विश्व कप जीतने का सपना पूरा हुआ. इसे बयां करना आसान नहीं.”

Tags: India under 19, Mithali raj, Shafali verma, Under 19 World Cup, Women cricket

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