Cricket में सलाइवा का उपयोग हमेशा के लिए बैन हो सकता है, बड़ा कारण आया सामने

सलाइवा बैन के बाद टीम इंडिया ने 6 में से 3 टेस्ट जीते हैं.
कोरोना के कारण अभी क्रिकेट में सलाइवा के उपयोग पर अस्थाई तौर पर रोक लगी हुई है. पिछले साल आईसीसी ने खिलाड़ियों की सुरक्षा को देखते हुए यह फैसला किया था. इस पर अब स्थायी रोक की चर्चा हो रही है.
- News18Hindi
- Last Updated: February 23, 2021, 2:32 PM IST
नई दिल्ली. क्रिकेट के नियम बनाने वाली संस्था मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (Marylebone Cricket Club) की बैठक में सलाइवा पर स्थायी बैन पर चर्चा हुई. कोरोना के बीच पिछले साल आईसीसी (International Cricket Council) ने सलाइवा के उपयोग पर अस्थायी बैन लगा दिया था. पिछले साल जून से क्रिकेट की फिर से वापसी हुई है, तब से कोई गेंदबाज सलाइवा का उपयोग नहीं करता है. यदि कोई खिलाड़ी ऐसा करता है तो अंपायर उसे चेतावनी देते हैं और गेंद को सेंनिटाइज किया जाता है.
एमसीसी ने क्रिकेट से हमेशा के लिए सलाइवा पर बैन पर चर्चा इसलिए की, ताकि खिलाड़ियों के स्वास्थ्य पर किसी तरह तरह का उलटा प्रभाव ना पड़े. लेकिन इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण सलाइवा बैन के बाद टेस्ट मैच के रिजल्ट को माना जा सकता है. जब सलाइवा पर इंटरनेशनल लेवल पर रोक लगाई गई थी तब बड़े गेंदबाजों सहित दिग्गजों ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा था कि इससे गेंदबाज को रिवर्स स्विंग कराने में दिक्कत होगी. इसका सीधा प्रभाव टेस्ट मुकाबले के रिजल्ट पर पड़ेगा. वनडे और टी20 में सलाइवा का प्रभाव अधिक नहीं रहता है. सलाइवा का उपयोग करके गेंदबाज गेंद को एक ओर भारी करते हैं और इससे उन्हें रिवर्स स्विंग कराने में मदद मिलती है. लेकिन सलाइवा बैन के बाद टेस्ट मैच के रिजल्ट बताते हैं कि टेस्ट पर इसका प्रभाव नहीं पड़ा है.
सलाइवा पर रोक के बाद 24 में से 21 टेस्ट के रिजल्ट आए, यानी 88 फीसदी
सलाइवा बैन के बाद अब तक यानी 23 फरवरी 2021 तक 24 टेस्ट के मुकाबले खेले जा चुके हैं. इनमें से 21 के रिजल्ट आए हैं जबकि 3 मैच ड्रॉ रहे हैं. यानी 88 फीसदी मैच के रिजल्ट आए हैं. इससे कहा जा सकता है कि सलाइवा के रोक का टेस्ट मैच के रिजल्ट पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है. इस दौरान 9 टीमों ने टेस्ट के मुकाबल खेले. सबसे ज्यादा 10 टेस्ट इंग्लैंड ने खेले हैं. पाकिस्तान और विंडीज ने 7-7 जबकि टीम इंडिया ने 6 टेस्ट खेले. ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका ने 4-4 जबकि बांग्लादेश ने सबसे कम 2 टेस्ट खेले. इस दौरान सिर्फ एक टीम न्यूजीलैंड ने कोई टेस्ट नहीं गंवाया है. टीम इंडिय ने 6 में से 3 टेस्ट जीते जबकि 2 मैच में हार मिली.रोक के पहले अंतिम 24 मैच में भी 21 के रिजल्ट निकले थे
सलाइवा पर अस्थायी रोक के पहले अंतिम 24 मैच के रिजल्ट को देखें तो इसमें से भी 21 मैच के रिजल्ट आए थे जबकि 3 मैच ड्रॉ रहे थे. यानी तब भी 88 फीसदी मैच के रिजल्ट निकले थे. यानी सलाइवा पर रोक के बाद भी टेस्ट मैच के रिजल्ट पर कोई निगेटिव असर नहीं पड़ा है. इन 24 टेस्ट के दौरान 11 टीमों ने कम से कम एक टेस्ट खेला था. टीम इंडिया ने 6 मैच खेले थे. 4 में जीत दर्ज की थी, जबकि 2 मैच हम हारे थे.
एमसीसी ने क्रिकेट से हमेशा के लिए सलाइवा पर बैन पर चर्चा इसलिए की, ताकि खिलाड़ियों के स्वास्थ्य पर किसी तरह तरह का उलटा प्रभाव ना पड़े. लेकिन इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण सलाइवा बैन के बाद टेस्ट मैच के रिजल्ट को माना जा सकता है. जब सलाइवा पर इंटरनेशनल लेवल पर रोक लगाई गई थी तब बड़े गेंदबाजों सहित दिग्गजों ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा था कि इससे गेंदबाज को रिवर्स स्विंग कराने में दिक्कत होगी. इसका सीधा प्रभाव टेस्ट मुकाबले के रिजल्ट पर पड़ेगा. वनडे और टी20 में सलाइवा का प्रभाव अधिक नहीं रहता है. सलाइवा का उपयोग करके गेंदबाज गेंद को एक ओर भारी करते हैं और इससे उन्हें रिवर्स स्विंग कराने में मदद मिलती है. लेकिन सलाइवा बैन के बाद टेस्ट मैच के रिजल्ट बताते हैं कि टेस्ट पर इसका प्रभाव नहीं पड़ा है.
सलाइवा पर रोक के बाद 24 में से 21 टेस्ट के रिजल्ट आए, यानी 88 फीसदी
सलाइवा बैन के बाद अब तक यानी 23 फरवरी 2021 तक 24 टेस्ट के मुकाबले खेले जा चुके हैं. इनमें से 21 के रिजल्ट आए हैं जबकि 3 मैच ड्रॉ रहे हैं. यानी 88 फीसदी मैच के रिजल्ट आए हैं. इससे कहा जा सकता है कि सलाइवा के रोक का टेस्ट मैच के रिजल्ट पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है. इस दौरान 9 टीमों ने टेस्ट के मुकाबल खेले. सबसे ज्यादा 10 टेस्ट इंग्लैंड ने खेले हैं. पाकिस्तान और विंडीज ने 7-7 जबकि टीम इंडिया ने 6 टेस्ट खेले. ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका ने 4-4 जबकि बांग्लादेश ने सबसे कम 2 टेस्ट खेले. इस दौरान सिर्फ एक टीम न्यूजीलैंड ने कोई टेस्ट नहीं गंवाया है. टीम इंडिय ने 6 में से 3 टेस्ट जीते जबकि 2 मैच में हार मिली.रोक के पहले अंतिम 24 मैच में भी 21 के रिजल्ट निकले थे
सलाइवा पर अस्थायी रोक के पहले अंतिम 24 मैच के रिजल्ट को देखें तो इसमें से भी 21 मैच के रिजल्ट आए थे जबकि 3 मैच ड्रॉ रहे थे. यानी तब भी 88 फीसदी मैच के रिजल्ट निकले थे. यानी सलाइवा पर रोक के बाद भी टेस्ट मैच के रिजल्ट पर कोई निगेटिव असर नहीं पड़ा है. इन 24 टेस्ट के दौरान 11 टीमों ने कम से कम एक टेस्ट खेला था. टीम इंडिया ने 6 मैच खेले थे. 4 में जीत दर्ज की थी, जबकि 2 मैच हम हारे थे.