राहुल द्रविड़ ने नागपुर टेस्ट से पहले 2 और स्पिनर को प्रैक्टिस के लिए बुलाया. (AP)
नई दिल्ली. क्या ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले ही भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ डर गए हैं? यह सवाल इसलिए उठा है क्योंकि नाथन लॉयन एंड कंपनी का सामना करने की तैयारी के लिए ही भारत ने एक-दो नहीं स्पिन गेंदबाजों की पूरी प्लेइंग-XI ही प्रैक्टिस में उतार दी है. हाल के सालों में तेज गेंदबाजी नहीं, बल्कि स्पिन गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों को परेशान किया है. खेल के दिग्गज भी इस बात को मानते हैं. शायद कोच द्रविड़ भी इससे इत्तेफाक रखते हैं. इसलिए रोहित शर्मा, विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा जैसे दिग्गज बल्लेबाजों को टेस्ट सीरीज के लिए तैयार करने के इरादे से 10 स्पिनर टीम से जोड़े हैं.
बता दें कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय स्क्वॉड में पहले से ही आर अश्विन, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव के रूप में 4 स्पिनर थे. इसके बाद भारतीय टीम मैनेजमेंट ने वॉशिंगटन सुंदर, राहुल चाहर, साई किशोर और सौरभ कुमार को प्रैक्टिस के लिए बुलाया था. इस लिस्ट में जयंत यादव और पुलकित नारंग का नाम भी जुड़ गया है. यानी कुल 10 स्पिनर नागपुर टेस्ट के लिए भारतीय टीम को तैयार कर रहे. इसमें तीन ऑफ स्पिनर, दो लेग स्पिनर और चार बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज शामिल हैं. इससे पता चलता है कि कोच द्रविड़ तैयारी में किसी तरह की कमी नहीं छोड़ना चाहते हैं.
स्पिन गेंदबाजों को खेलने का हुनर भूले भारतीय बल्लेबाज!
एक दौर था जब दुनिया भर के दिग्गज स्पिनर राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण जैसे भारतीय बल्लेबाजों से खौफ खाते थे. लेकिन, हाल के सालों में स्पिन गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों को काफी परेशान किया है. वसीम जाफर भी ऐसा मानते हैं. उन्होंने हाल ही में यह कहा था कि आज ज्यादातर भारतीय बल्लेबाज स्पिन गेंदबाजों को अच्छे से नहीं खेल पाते हैं. उनके पास स्पिन खेलने का एक ही तरीका है. वो है गेंदबाज के खिलाफ अटैकिंग क्रिकेट खेलना. पहले ऐसा नहीं था. पहले के बल्लेबाज स्पिन गेंदबाजों को खेलने के हुनर जानते थे. उन्हें पता होता था कि कब आक्रमण करना है और कब रक्षात्मक रुख अख्तियार करना है.
रोहित-विराट स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ होते हैं परेशान
रोहित शर्मा और विराट कोहली हाल के सालों में बाएं हाथ और लेग स्पिनर के खिलाफ संघर्ष करते नजर आए हैं. केएल राहुल का भी यही हाल है. श्रेयस अय्यर स्पिन को अच्छा खेलते हैं. लेकिन वो नागपुर टेस्ट में टीम का हिस्सा नहीं होंगे.
रोहित शर्मा 45 टेस्ट में 25 बार स्पिन गेंदबाजों का शिकार हुए हैं. वहीं, विराट कोहली 57, केएल राहुल 19 बार स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ आउट हुए हैं. यानी स्पिन गेंदबाजों का सामना करना दिग्गजों के लिए भी आसान नहीं रहा है. द्रविड़ को इस कमजोरी का पता है. ऑस्ट्रेलिया भी यह जानता है. इसलिए 4 स्पिनर के साथ इस दौरे पर आया है.
वहीं, उसके पास पार्ट टाइम स्पिन गेंदबाज भी हैं. भारतीय टीम मैनेजमेंट ने जयंत यादव और पुलकित नारंग के रूप में दो और ऑफ स्पिनर को इसलिए जोड़ा है. ताकि भारतीय बल्लेबाजों को ऑस्ट्रेलिया के नंबर-1 स्पिन गेंदबाज नाथन लॉयन को खेलने में परेशानी ना हो.
4 टेस्ट की बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज भारत के लिहाज से अहम है. क्योंकि यह वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा है और अगर भारत को फाइनल में पहुंचना है तो उसे यह सीरीज कम से कम 2-0 के अंतर से जीतनी होगी.
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