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रवि शास्त्री को बतौर कोच था फेल होने का डर, खुद बताई इसकी वजह

रवि शास्त्री के कार्यकाल में विदेश में टीम का प्रदर्शन अच्छा रहा. (Ravi Shastri Instagram)

रवि शास्त्री के कार्यकाल में विदेश में टीम का प्रदर्शन अच्छा रहा. (Ravi Shastri Instagram)

रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के टेस्ट करियर को लेकर बड़ी बात कही है. शास्त्री ने कहा कि रो ...अधिक पढ़ें

    नई दिल्ली. टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने कहा है कि रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के बैटिंग टैलेंट को अगर वो सही से निखार नहीं पाते, तो बतौर कोच यह उनके लिए बड़ी नाकामी होती. 59 साल के शास्त्री ने कहा कि रोहित को टेस्ट ओपनर बनाने को लेकर मेरी सोच बिल्कुल साफ थी. रोहित ने पहली बार अक्टूबर 2019 में विशाखापटनम में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट में ओपनिंग की शुरुआत की थी. इस मैच में दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने दो शतक ठोके थे और रोहित के टेस्ट करियर में यह टर्निंग प्वाइंट रहा.

    रोहित ने बतौर ओपनर 16 टेस्ट में 58 से ज्यादा के औसत से 1462 रन बनाए हैं. वह वर्तमान में ICC टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष क्रम के भारतीय बल्लेबाज हैं. वो मार्नस लाबुशेन, जो रूट, स्टीव स्मिथ और केन विलियमसन के बाद पांचवें स्थान पर हैं. विराट कोहली (Virat Kohli) भी फिलहाल, टेस्ट रैंकिंग में उनसे नीचे हैं.

    रोहित को बतौर ओपनर टेस्ट में स्थापित करना चाहता था: शास्त्री
    रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने स्टार स्पोर्ट्स से खास बातचीत में रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को लेकर कहा, “मेरे दिमाग में बहुत स्पष्ट था कि मैं रोहित को टेस्ट ओपनर के रूप में स्थापित करना चाहता था. मैंने सोचा कि अगर मैं एक बल्लेबाज के रूप में उनसे सर्वश्रेष्ठ नहीं निकाल सकता, तो एक कोच के रूप में असफल हूं. क्योंकि रोहित में एक बल्लेबाज के तौर पर काफी प्रतिभा थी.”

    ‘विराट और मैं काफी आक्रामक’
    स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत में शास्त्री ने यह भी बताया कि उनमें और विराट कोहली में कौन सी बातें एक जैसी हैं. शास्त्री ने कहा, कोहली और वो काफी आक्रामक हैं और बीते 4 सालों में हमारी योजना हमेशा नतीजों से डरे बिना जीत के लिए जी-जान लगाने की रही है.

    शास्त्री ने आगे कहा कि हम दोनों को बहुत जल्दी ही यह पता चल गया था कि कि विदेश में टेस्ट जीतने के लिए 20 विकेट लेने की जररूत होगी. इसलिए हमने आक्रामक और बेखौफ क्रिकेट खेलने का फैसला किया. इसका मतलब साफ था कि कई बार आप जीतने के चक्कर में हार जाते. लेकिन अगर इस तरह से खेलते हुए एक बार आपको जीत मिल जाए तो फिर इसकी आदत हो जाती है.

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    शास्त्री के कोच रहते टीम इंडिया टेस्ट में बेस्ट रही
    शास्त्री के कोच रहते भारत लंबे वक्त तक टेस्ट की नंबर-1 टीम रही. साथ ही विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप का फाइनल भी खेली थी. इतना ही नहीं, ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में दो बार टेस्ट सीरीज में भी शिकस्त दी. इस साल इंग्लैंड में, भारत 4 टेस्ट मैचों की श्रृंखला 2-1 से आगे चल रहा था जब आखिरी मैच कोविड -19 खतरों के कारण स्थगित कर दिया गया था.

    Tags: Cricket news, India vs South Africa, Ravi shastri, Rohit sharma, Virat Kohli

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