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ऋषभ पंत को शरीर में जहां लगी चोट, उसका विकेटकीपिंग से गहरा कनेक्शन, जाने कमबैक क्यों होगा मुश्किल?

सड़क दुर्घटना में चोटिल हुए ऋषभ पंत की वापसी आसान नहीं होगी. (Rishabh Pant instagram)

सड़क दुर्घटना में चोटिल हुए ऋषभ पंत की वापसी आसान नहीं होगी. (Rishabh Pant instagram)

Rishabh Pant Accident latest news updates: ऋषभ पंत कार हादसे में घायल हो गए. उन्हें घुटने, दखने, एड़ी कलाई और पीठ में च ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

ऋषभ पंत सड़क दुर्घटना में बुरी तरह जख्मी हो गए
पंत को घुटने, टखने-एड़ी और कलाई में चोट लगी है
विकेटकीपिंग में घुटना, टखना और कलाई अहम और वहीं चोट लगी

नई दिल्ली. ऋषभ पंत के लिए 2022 जाते-जाते बड़ा दर्द दे गया. पहला यह कि उन्हें श्रीलंका के खिलाफ टी20 और वनडे सीरीज के लिए चुनी गई टीम में जगह नहीं मिली और दूसरा यह कि वो शुक्रवार सुबह एक बड़े कार हादसे का शिकार हो गए. खिलाड़ी का टीम से अंदर-बाहर होना तो लगा रहता. कभी फॉर्म तो कभी फिटनेस वजह बनती है. इसलिए पहला दर्द तो ऐसा है कि पंत उससे जल्दी उबर जाएंगे. लेकिन, जिस दुर्घटना का वो शिकार हुए हैं, उससे उबरने में उन्हें वक्त लगेगा. यानी मैदान पर उनकी वापसी ना तो आसान होगी और ना ही जल्दी होगी. कम से कम उन्हें शरीर के जिन हिस्सों में चोट लगी है, उससे तो यही लगता है.

पंत को माथे, दाहिने हाथ की कलाई, दाएं घुटने के लिगामेंट, टखने और एड़ी में चोट लगी है. इसके अलावा, कार पलटने की वजह से उनकी पीठ में भी चोट लगी है.

घुटना, टखना, एड़ी और कलाई शरीर के ऐसे स्थान हैं, विकेटकीपिंग के दौरान जिसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता है और पंत को यहीं चोट लगी है. यानी एक विकेटकीपर शरीर के जिन हिस्सों का सबसे ज्यादा इस्तेमाल करता है, उसी स्थान पर पंत को चोट लगी है. अब चोट कितनी गंभीर है, यह तो सारे मेडिकल परीक्षण और स्कैन होने के बाद ही पता चलेगा. लेकिन, एक बात साफ है कि उनकी इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी आसान नहीं होगी.

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पंत पर वर्कलोड ज्यादा
पंत बीते एक साल से तीनों ही फॉर्मेट में खेल रहे थे. 2022 में उन्होंने 7 टेस्ट, 12 वनडे और 25 टी20 खेले. यानी कुल 44 इंटरनेशनल मैच में वो भारत की तरफ से उतरे. इससे अंदाजा लग जाता है कि उनपर कितना वर्कलोड है. वो पहले ही घुटने और लोअर बैक की चोट से जूझ रहे थे. इसे देखते हुए ही बीसीसीआई ने उन्हें स्ट्रेंथ ट्रेनिंग और कंडीशनिंग के लिए नेशनल क्रिकेट एकेडमी भेजने का फैसला लिया था. पंत वहां पहुंचते, उससे पहले ही यह हादसा हो गया.

पंत की चोट और विकेटकीपिंग स्किल्स का गहरा कनेक्शन
अब यह समझना होगा कि उनकी वापसी कितनी मुश्किल होगी, क्या इस चोट का पंत के करियर पर कोई असर पड़ेगा? इसके बारे में जानने से पहले, यह समझ लेते हैं कि विकेटकीपिंग के लिए मोटे तौर पर किन स्किल्स की जरूरत होती है और उसके लिए शरीर के कौन-कौन से हिस्से इस्तेमाल होते हैं और उनका मजबूत रहना क्यों जरूरी होता है?

मोटे तौर पर विकेटकीपिंग के लिए 4 स्किल्स जरूरी होती है. पहला रिफ्लेक्स, दूसरा फुटवर्क, तीसरा ग्लव्स वर्क और चौथा डिफ्लेक्शन.

रिफ्लेक्स: विकेटकीपर के लिए हैंड-आई कॉर्डिनेशन सबसे जरूरी होता है. एक विकेटकीपर के लिए आंख और हाथ के बीच का तालमेल बेहतर होना जरूरी होता है. अब पंत के दाहिने हाथ की कलाई पर ही चोट लगी है, जिसका विकेटकीपिंग में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता है. ऐसे में यह देखना होगा कि उनकी चोट कितनी गहरी है. अगर उनकी चोट गहरी नहीं हुई तो वापसी आसान होगी. लेकिन, अगर चोट गहरी होगी, तो पहले जैसा रिफ्लेक्स हासिल करने में काफी समय लग सकता है.  " isDesktop="true" id="5138459" >

फुटवर्क: विकेटकीपर को टेस्ट, वनडे या टी20 तीनों ही फॉर्मेट में हर वक्त अपने पैरों का इस्तेमाल करना होता. स्टम्प के पीछे उसे बड़ा एरिया कवर करना होता है. ऐसे में उसके पैर मजबूत होने जरूरी हैं और खासतौर पर फुटवर्क बेहतर होना चाहिए. तभी स्पिन और स्विंग का विकेटकीपर सही अंदाजा लगा सकता है और पंत को सबसे ज्यादा चोट दाएं पैर में ही लगी है. उनके दाएं घुटने का लिगामेंट टियर हुआ है. साथ ही टखने और एड़ी में भी चोट लगी है.

लिगामेंट इंजरी ठीक होने में 9 महीने का वक्त लग सकता है
दैनिक भास्कर से बातचीत में स्पोर्ट्स मेडिसिन एक्सपर्ट डॉ. रजत जांगिड़ ने यही बताया कि अगर हड्‌डी की चोट होती तो उसे ठीक होने में करीब 3 महीने का वक्त लग जाता है और अगर लिगामेंट टियर हुआ हो तो उसकी रिकवरी में काफी समय लगता है. कई बार 9 से 10 महीने भी लग जाते हैं.

लिगामेंट होते क्या हैं?

लिगामेंट फायबर्स का ऐसा ग्रुप होता है, जो दो हड्डियों को आपस में जोड़ता है. उसका टियर होना मतलब, हड्डी पर भी अतिरिक्त जोर पड़ना. इसलिए इस इंजरी से होने वाले जख्म भरने में काफी वक्त लगता है और पंत तो प्रोफेशनल खिलाड़ी हैं, उनके लिए तो स्टैंडर्ड उतने ही ऊंचे हैं. ऐसे में उन्हें इस चोट से उबरने में कम से कम 6-9 महीने का वक्त लग सकता है.

विकेटकीपर के लिए ग्लव्स वर्क और डिफ्लेक्शन की स्किल भी जरूरी है. यानी विकेटकीपर तक गेंद के पहुंचने से पहले उसमें किसी तरह की छेड़छाड़ हुई, फिर वो बैट से हो या बैटर के शरीर से. इस तरह की गेंद लपकने के लिए विकेटकीपर के हाथ, पैर की मांसपेशियों का मजबूत होना जरूरी है. पंत के पैर और कलाई में चोट लगी है. ऐसे में पहले जैसा ग्लव्स वर्क हासिल करने में उन्हें वक्त लग सकता है.

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पंत की वापसी 6 महीने से पहले मुश्किल
टखना, घुटना और कूल्हा विकेटकीपर की पोजिशन के लिए अहम है. कलाई और कोहनी भी अहम होते हैं. पंत की कलाई भी चोटिल है. ऐसे में रिकवरी में टाइम लग सकता है. हालांकि, सारी स्थिति एमआरआई स्कैन से साफ होगी. अगर लिगामेंट इंजरी गहरी हुई तो पंत 6 महीने से पहले तो वापसी नहीं कर पाएंगे और कलाई की चोट से उबरने में भी 3 महीने का वक्त लग सकता है. इसके बाद स्ट्रेंथ ट्रेनिंग और कंडीशनिंग में भी वक्त लगेगा.

Tags: Cricket news, Rishabh Pant, Team india

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