ऑस्ट्रेलियाई 'खलनायक' का वॉर्न ने किया समर्थन, स्टीव वॉ पर साधा निशाना

शेन वॉर्न
दुनिया के दूसरे सबसे कामयाब टेस्ट गेंदबाज वॉर्न ने 708 विकेट लिये हैं. उन्होंने अपनी किताब ‘नो स्पिन’ में जार्डिन की तारीफ की है.
- News18Hindi
- Last Updated: October 5, 2018, 6:37 PM IST
ऑस्ट्रेलिया के महान स्पिनर शेन वॉर्न ने क्रिकेट के इतिहास के सबसे विवादास्पद व्यक्तियों में से एक ‘बॉडीलाइन’ दौरे पर इंग्लैंड के कप्तान रहे डगलस जार्डिन का समर्थन किया किया है. यही नहीं, वॉर्न ने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव वॉ से अपने पुराने मतभेद फिर ताजा कर दिये हैं.
दुनिया के दूसरे सबसे कामयाब टेस्ट गेंदबाज वॉर्न ने 708 विकेट लिये हैं. उन्होंने अपनी किताब ‘नो स्पिन’ में जार्डिन की तारीफ की है.
वॉर्न ने कहा कि उनका मानना है कि जार्डिन दुनिया के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में से हैं.
उन्होंने लिखा ,‘डगलस जार्डिन ने ब्रैडमैन के सामने कामयाबी हासिल की और खेल के मानदंड बदलने का साहस उनमें था.’जार्डिन को ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट जगत में खलनायक के रूप में देखा जाता है.
हैराल्ड लारवुड की अगुवाई में उनके तेज गेंदबाज बल्लेबाजों के शरीर को निशाना बनाते थे. उनका लक्ष्य ब्रैडमैन के बल्ले पर अंकुश लगाना होता था और उस समय ऑस्ट्रेलिया में इसे लेकर खासी नाराजगी थी.
इंग्लैंड ने इसी रणनीति के चलते 4-1 से सीरीज जीती लेकिन इससे ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के क्रिकेट संबंधों में तल्खी आ गई थी.
जबकि वॉर्न ने पूर्व कप्तान स्टीव वॉ को स्वार्थी कहा. उन्होंने कहा कि 1999 में वेस्टइंडीज के खिलाफ एंटीगा में चौथे टेस्ट में जब वॉ ने उन्हें बाहर किया था तो उन्हें बहुत दुख हुआ था.
उन्होंने कहा ,‘उसके बाद मेरी नजर में उनका सम्मान कम हो गया. मुझे लगता है कि कप्तान को अपने खिलाड़ियों का साथ हर समय देना चाहिए. उससे खिलाड़ियों से इज्जत मिलती है और वे आपके लिये खेलते हैं. उन्हें वह सम्मान नहीं मिला.’
उन्होंने कहा ,‘स्टीव वॉ सबसे स्वार्थी खिलाड़ियों में से थे. उन्हें सिर्फ अपने औसत की चिंता थी.’
दुनिया के दूसरे सबसे कामयाब टेस्ट गेंदबाज वॉर्न ने 708 विकेट लिये हैं. उन्होंने अपनी किताब ‘नो स्पिन’ में जार्डिन की तारीफ की है.
वॉर्न ने कहा कि उनका मानना है कि जार्डिन दुनिया के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में से हैं.
उन्होंने लिखा ,‘डगलस जार्डिन ने ब्रैडमैन के सामने कामयाबी हासिल की और खेल के मानदंड बदलने का साहस उनमें था.’जार्डिन को ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट जगत में खलनायक के रूप में देखा जाता है.
हैराल्ड लारवुड की अगुवाई में उनके तेज गेंदबाज बल्लेबाजों के शरीर को निशाना बनाते थे. उनका लक्ष्य ब्रैडमैन के बल्ले पर अंकुश लगाना होता था और उस समय ऑस्ट्रेलिया में इसे लेकर खासी नाराजगी थी.
इंग्लैंड ने इसी रणनीति के चलते 4-1 से सीरीज जीती लेकिन इससे ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के क्रिकेट संबंधों में तल्खी आ गई थी.
जबकि वॉर्न ने पूर्व कप्तान स्टीव वॉ को स्वार्थी कहा. उन्होंने कहा कि 1999 में वेस्टइंडीज के खिलाफ एंटीगा में चौथे टेस्ट में जब वॉ ने उन्हें बाहर किया था तो उन्हें बहुत दुख हुआ था.
उन्होंने कहा ,‘उसके बाद मेरी नजर में उनका सम्मान कम हो गया. मुझे लगता है कि कप्तान को अपने खिलाड़ियों का साथ हर समय देना चाहिए. उससे खिलाड़ियों से इज्जत मिलती है और वे आपके लिये खेलते हैं. उन्हें वह सम्मान नहीं मिला.’
उन्होंने कहा ,‘स्टीव वॉ सबसे स्वार्थी खिलाड़ियों में से थे. उन्हें सिर्फ अपने औसत की चिंता थी.’