भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज गुरुवार को नागपुर में शुरू हुई. (AP)
नागपुर/नई दिल्ली. भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज गुरुवार को नागपुर में शुरू हुई. सीरीज शुरू होने से सूर्यकुमार यादव, शुभमन गिल, केएल राहुल, ईशान किशन, केएस भरत, कुलदीप यादव की खूब चर्चा थी. इन सभी के बीच प्लेइंग इलेवन में शामिल होने की रेस थी. भारत ने इन 6 खिलाड़ियों में से 3 को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया. इसके साथ ही बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी से जुड़ी यह चर्चा दूसरी ओर खिसक गई और वह ये कि क्या भारत इस मुकाबले में डिफेंसिव अप्रोच के साथ उतरा है.
डिफेंसिव अप्रोच की बात क्यों उठी, यह बताने से पहले हम आपको नागपुर टेस्ट मैच की भारत की प्लेइंग इलेवन बता देते हैं. भारतीय प्लेइंग इलेवन: रोहित शर्मा, केएल राहुल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, अक्षर पटेल, मोहम्मद सिराज, मोहम्मद शमी. कोई शक नहीं कि भारत इस प्लेइंग इलेवन के साथ जीत का दावेदार है. ऑस्ट्रेलिया पर यही टीम भारी पड़ सकती है. लेकिन बात इससे आगे की हो रही है. बात हो रही है आपके अप्रोच की. सोच की.
जाहिर है टीम इंडिया की इस प्लेइंग इलेवन में शुभमन गिल नहीं हैं. गिल पिछले 3 महीने में भारत के लिए सबसे अधिक रन बनाने वाले बैटर हैं. वे इस दौरान टेस्ट, वनडे, टी20 तीनों फॉर्मट में शतक लगा चुके हैं. इसके बावजूद उनकी जगह केएल राहुल को बतौर ओपनर मौका दिया गया. केएल राहुल शादी के ब्रेक के बाद टीम में लौटे हैं. उनकी पिछली टेस्ट सीरीज भी बहुत अच्छी नहीं गुजरी थी. ऐसे में इनफॉर्म शुभमन की जगह केएल को शामिल करना शायद अनुभव की वजह से लिया गया निर्णय है. लेकिन एक बात तय है कि सलेक्शन का पहला पैरामीटर खिलाड़ी की फॉर्म होती है, जिस पर यह प्लेइंग इलेवन खरी नहीं उतरती. हां, यह बात सच है कि केएल राहुल 2016-17 में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में 7 पारी में 65.70 की औसत से 393 रन बना चुके हैं. वे इस बार मिले मौके को जरूर भुनाना चाहेंगे.
इसी तरह प्लेइंग इलेवन में तीसरे स्पिनर के लिए अक्षर पटेल और कुलदीप यादव के बीच मुकाबला था. इस मुकाबले में अक्षर पटेल भारी पड़े. अक्षर और कुलदीप अलग-अलग शैली के गेंदबाज हैं. अक्षर बाएं हाथ के ट्रेडिशनल स्पिनर हैं तो कुलदीप यादव चाइनामैन. नागपुर में उतरी भारतीय प्लेइंग इलेवन में रवींद्र जडेजा भी हैं. जडेजा भी अक्षर की तरह बाएं हाथ के ट्रेडिशनल स्पिनर हैं. ऐसे में अगर अक्षर की जगह कुलदीप यादव को मौका दिया जाता तो यह अटैकिंग मूव होता. क्योंकि इससे भारत के बॉलिंग अटैक में तीन तरह के स्पिनर हो जाते- ऑफ स्पिनर, चाइनामैन और बाएं हाथ का स्पिनर.
कुलदीप के होने से टीम को रिस्ट स्पिनर भी मिलता, जो अभी नहीं है. लेकिन भारतीय टीम मैनेजमेंट ने अक्षर को मौका दिया और इसकी बड़ी वजह उनकी बॉलिंग से ज्यादा बैटिंग को माना जा सकता है. अक्षर अच्छे बल्लेबाज हैं और लोअरऑर्डर में अच्छा योगदान दे सकते हैं.
ईशान किशन की जगह केएस भरत को मौका दिया जाना जरूर ऐसा फैसला है, जिसमें दिखता है कि टीम मैनेजमेंट ने बैटिंग से ज्यादा विकेटकीपिंग को तरजीह दी है. केएस भरत को ईशान से बेहतर कीपर माना जाता है. उनका अनुभव भी ज्यादा है. नागपुर की पिच स्पिन ट्रैक है. ऐसे में भारतीय स्पिनरों को विकेट के पीछे ताकत देने के लिए बेहतर विकेटकीपर की दरकार थी. कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ के इस फैसले की तारीफ की जानी चाहिए.
जहां तक प्लेइंग इलेवन के पिच रिपोर्ट से जुड़ाव की बात है तो उसके बारे में भी जान लीजिए. भारत के पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने पिच रिपोर्ट देते हुए कहा, ‘पिच खुरदुरी है. कई क्रैक भी हैं. कुछ घास भी दिख रही है. बाएं हाथ के बल्लेबाज के लिए यह पिच बहुत मुश्किल होने जा रही है.’ वहीं ऑस्ट्रलिया के दिग्गज मैथ्यू हेडन ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि यह टर्निंग ट्रैक है. हो सकता है यह मैच 4 दिन से पहले ही खत्म हो जाए. संजय मांजरेकर और मैथ्यू हेडन स्टार स्पोर्ट्स की कॉमेंट्री टीम का हिस्सा हैं.
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