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सहवाग के साथ हुई थी खुलेआम बेईमानी, गलती अंपायर की...प्लेयर को मिली सजा, फिर भी भारत को हो गया भारी नुकसान

वीरेंद्र सहवाग को 2001 में गलत आउट दिया गया था. (AFP)

वीरेंद्र सहवाग को 2001 में गलत आउट दिया गया था. (AFP)

इंटरनेशनल क्रिकेट में कई अजीबोगरीब घटनाएं देखने को मिलती हैं. ऐसी ही एक घटना टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज वीरेंद्र सहवाग ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

कोका कोला कप में सहवाग को दिया गया था गलत आउट.
टीम इंडिया को फाइनल में वेस्टइंडीज से मिली थी शिकस्त.

नई दिल्ली. क्रिकेट जगत में कई अजीबोगरीब घटनाएं देखने को मिलती हैं. उन्हीं में से एक अनोखी घटना आज हम आपको बताने जा रहे हैं जो टीम इंडिया के स्टार बैटर वीरेंद्र सहवाग (Virender Sahwag) के साथ घटी थी. चारो तरफ कैमरे से भरे मैदान में यूं तो चीटिंग होना आसान बात नहीं है लेकिन एक ऐसा मुकाबला था जहां साफतौर पर चीटिंग देखने को मिली थी. गलती अंपायर की थी, प्लेयर को सजा भी मिली लेकिन इसके बावजूद भारत को भारी नुकसान हो गया था.

यह घटना 2001 के कोका कोला कप की है जब जिम्बॉब्वे, भारत और वेस्टइंडीज एक ट्राई नेशन सीरीज का हिस्सा थे. इस सीरीज के एक मैच में वीरेंद्र सहवाग क्रीज पर थे. 29वें ओवर की एक गेंद को उन्होंने क्रीज से बाहर निकलकर मारने की कोशिश की लेकिन चूक गए और विकेटकीपर रिडली जेकब्स ने बेल्स गिरा दीं. जिसके बाद अंपायर ने सहवाग को बिना तीसरे अंपायर की सहायता लिए आउट करार दिया. लेकिन हैरानी तब हुई जब टीवी में चले रिप्ले में देखा गया कि जेकब्स ने बेल्स दाएं हाथ से गिराए जबकि गेंद उनके बाएं हाथ में थी.

रेफरी का अजीबोगरीब फैसला

सहवाग के गलत आउट पर जब तमाशा शुरू हुआ तो जेकब्स के खिलाफ कार्यवाही शुरू हुई. लेकिन जेकब्स ने सफाई दी कि उन्होंने आउट के लिए अपील नहीं की थी जबकि दूसरे प्लेयर्स ने की. उस टूर्नामेंट में वह एक भी मैच में आउट नहीं हुए थे जिसके कारण वह भारत और जिम्बॉब्वे के लिए काफी खतरनाक थे. जेकब्स की सफाई के बावजूद रेफरी ने उन्हें 3 मैच का बैन लगा दिया. लेकिन इस ट्राई सीरीज से नहीं, बल्कि कीनिया के खिलाफ 6 हफ्तों बाद होने वाली सीरीज से उन्हें सस्पेंड किया गया. मीडिया की छानबीन के मुताबिक कीनिया के खिलाफ सीरीज के लिए वेस्टइंडीज का ऐलान पहले ही हो चुका था, जिसमें जेकब्स टीम का हिस्सा पहले ही नहीं थे.

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फाइनल में जेकब्स बने भारत के लिए मुसीबत

यह सब किसी राजनिती से कम नहीं लग रहा था. रेफरी के फैसले की काफी आलोचना की गई. गलती अंपायर की थी, गेंदबाज को सजा भी मिली लेकिन भारत को नुकसान फिर भी हुआ. जिसकी वजह थी जैकब्स को ट्राई सीरीज में बैन नहीं लगाया गया. जेकब्स फाइनल में इस टूर्नामेंट के पिछले मैचों की तरह नाबाद रहे और 26 रन की पारी खेल अपनी टीम की जीत में योगदान दिया. भारत को इस अजीबोगरीब घटना के कारण ट्रॉफी से हाथ धोना पड़ा.

Tags: Team india, Virender sehwag

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