श्रीलंकाई टीम पर अतिरिक्त दबाव होगा: जयसूर्या

श्रीलंकाई क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सनथ जयसूर्या का मानना है कि टी-20 विश्व कप में अपने घर में खेलने से उनकी टीम पर अतिरिक्त दबाव बढ़ जाएगा।
श्रीलंकाई क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सनथ जयसूर्या का मानना है कि टी-20 विश्व कप में अपने घर में खेलने से उनकी टीम पर अतिरिक्त दबाव बढ़ जाएगा।
- आईएएनएस
- Last Updated: September 17, 2012, 6:28 AM IST
कोलंबो। श्रीलंकाई क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सनथ जयसूर्या का मानना है कि टी-20 विश्व कप में अपने घर में खेलने से उनकी टीम पर अतिरिक्त दबाव बढ़ जाएगा। टी-20 विश्व कप के चौथे संस्करण की शुरुआत मंगलवार से श्रीलंका में होगी, जहां 12 टीमें एक-दूसरे से आगे निकलने के लिए जोर आजमाइश करती हुई नजर आएंगी।
दक्षिण अफ्रीका और जिम्बाब्वे के साथ श्रीलंका को ग्रुप-'सी' में रखा गया है। वेबसाइट 'पाकपैशन डॉट नेट' के मुताबिक जयसूर्या ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि घर में खेलने से टीम पर अतिरिक्त दबाव होता है और उनसे अधिक उम्मीदें होती है। खिलाड़ी प्रशंसकों के सामने घरेलू परिस्थितियों में खेलने का जमकर लुत्फ उठाएंगे। प्रशंसकों ने हमेशा टीम का समर्थन किया है।
मालूम हो कि खिताब की प्रबल दावेदार में श्रीलंकाई टीम भी शामिल है। विश्व कप में श्रीलंकाई टीम अपने अभियान की शुरुआत मंगलवार को जिम्बाब्वे के खिलाफ करेगी। यह मुकाबला हम्बानटोटा के माहिंदा राजपक्षे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा। जयसूर्या की नजरों में भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका की टीमें खिताब की प्रबल दावेदार हैं। जयसूर्या का कहना है कि यहां की परिस्थितियां एशियाई टीमों के अनुकूल हैं।
दक्षिण अफ्रीका और जिम्बाब्वे के साथ श्रीलंका को ग्रुप-'सी' में रखा गया है। वेबसाइट 'पाकपैशन डॉट नेट' के मुताबिक जयसूर्या ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि घर में खेलने से टीम पर अतिरिक्त दबाव होता है और उनसे अधिक उम्मीदें होती है। खिलाड़ी प्रशंसकों के सामने घरेलू परिस्थितियों में खेलने का जमकर लुत्फ उठाएंगे। प्रशंसकों ने हमेशा टीम का समर्थन किया है।
मालूम हो कि खिताब की प्रबल दावेदार में श्रीलंकाई टीम भी शामिल है। विश्व कप में श्रीलंकाई टीम अपने अभियान की शुरुआत मंगलवार को जिम्बाब्वे के खिलाफ करेगी। यह मुकाबला हम्बानटोटा के माहिंदा राजपक्षे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा। जयसूर्या की नजरों में भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका की टीमें खिताब की प्रबल दावेदार हैं। जयसूर्या का कहना है कि यहां की परिस्थितियां एशियाई टीमों के अनुकूल हैं।