राजस्थान और दिल्ली की आईपीएल 11 में पिछड़ने की यह रही वजह

जोफ्रा आर्चर-राहुल त्रिपाठी
राजस्थान रॉयल्स की पारी को जोफ्रा आर्चर और राहुल त्रिपाठी ने शुरू किया, जो कि मौजूदा सीजन में उसकी आठवीं ओपनिंग जोड़ी है.
- News18Hindi
- Last Updated: May 19, 2018, 5:14 PM IST
आईपीएल 11 में राजस्थान रॉयल्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर अपना आखिरी लीग मैच जयुपर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में खेल रही हैं. इस दौरान रॉयल्स के कप्तान अजिंक्य राहणे ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी का निर्णय किया. जबकि पारी को शुरू किया जोफ्रा आर्चर और राहुल त्रिपाठी ने,जो कि मौजूदा सीजन में राजस्थान रॉयल्स की आठवीं ओपनिंग जोड़ी है.
इस सीजन में उसके लिये अजिंक्य रहाणे-डार्सी शॉर्ट, अजिंक्य रहाणे-हैनरिच क्लासेन, अजिंक्य रहाणे- राहुल त्रिपाठी, डार्सी शॉर्ट-जोस बटलर, अजिंक्य रहाणे-जोस बटलर, जोस बटलर-बेन स्टोक्स और राहुल त्रिपाठी-जोस बटलर पारी की शुरुआत कर चुके हैं.
हालांकि वह ऐसा रिकॉर्ड बनाने वाली इकलौती टीम नहीं है, बल्कि इससे पहले दिल्ली यह कारनामा कर चुकी है. दिल्ली के लिये गौतम गंभीर-कोलिन मुनरो, ग्लेन मैक्सवेल-कोलिन मुनरो, जेसन रॉय-गौतम गंभीर, पृथ्वी शॉ-गौतम गंभीर, पृथ्वी शॉ-कोलिन मुनरो, पृथ्वी शॉ-ग्लेन मैक्सवेल, पृथ्वी शॉ-जेसन रॉय और पृथ्वी शॉ व श्रेयस अय्यर पारी की शुरुआत कर चुके हैं.
ऐसा नहीं है कि केवल दिल्ली और राजस्थान को ही अपनी सलामी जोड़ी से दिक्कत है. बाकी टीमें भी ओपनिंग को लेकर संशय में रही हैं. इन दोनों के बाद रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की बारी आती है, जिसने सात बार अपनी ओपनिंग जोड़ी में बदलाव किया है. इस सीजन में सबसे पहले प्लेऑफ में जगह बनाने वाली टीम सनराइजर्स हैदराबाद ने भी पांच जोड़े बदले हैं. मुंबई इंडियंस, चेन्नई सुपर किंग्स, कोलकाता नाइट राइडर्स और किंग्स इलेवन पंजाब ने तीन-तीन सलामी जोडि़यां को उतारा है.इन आंकड़ों को देखने पर पता चलता है कि सलामी जोड़ी की कामयाबी टीम की सफलता पर काफी असर डालती है. चेन्नई सुपर किंग्स और सनराइजर्स हैदराबाद इसका उदाहरण है. हालांकि पंजाब की टीम इस मामले में अपवाद है. सच कहा जाये तो ओपनिंग जोड़ी बदलने से दिल्ली डेयरडेविल्स और राजस्थान रॉयल्स को बहुत अधिक फायदा नहीं हुआ है.
इस सीजन में उसके लिये अजिंक्य रहाणे-डार्सी शॉर्ट, अजिंक्य रहाणे-हैनरिच क्लासेन, अजिंक्य रहाणे- राहुल त्रिपाठी, डार्सी शॉर्ट-जोस बटलर, अजिंक्य रहाणे-जोस बटलर, जोस बटलर-बेन स्टोक्स और राहुल त्रिपाठी-जोस बटलर पारी की शुरुआत कर चुके हैं.
हालांकि वह ऐसा रिकॉर्ड बनाने वाली इकलौती टीम नहीं है, बल्कि इससे पहले दिल्ली यह कारनामा कर चुकी है. दिल्ली के लिये गौतम गंभीर-कोलिन मुनरो, ग्लेन मैक्सवेल-कोलिन मुनरो, जेसन रॉय-गौतम गंभीर, पृथ्वी शॉ-गौतम गंभीर, पृथ्वी शॉ-कोलिन मुनरो, पृथ्वी शॉ-ग्लेन मैक्सवेल, पृथ्वी शॉ-जेसन रॉय और पृथ्वी शॉ व श्रेयस अय्यर पारी की शुरुआत कर चुके हैं.
ऐसा नहीं है कि केवल दिल्ली और राजस्थान को ही अपनी सलामी जोड़ी से दिक्कत है. बाकी टीमें भी ओपनिंग को लेकर संशय में रही हैं. इन दोनों के बाद रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की बारी आती है, जिसने सात बार अपनी ओपनिंग जोड़ी में बदलाव किया है. इस सीजन में सबसे पहले प्लेऑफ में जगह बनाने वाली टीम सनराइजर्स हैदराबाद ने भी पांच जोड़े बदले हैं. मुंबई इंडियंस, चेन्नई सुपर किंग्स, कोलकाता नाइट राइडर्स और किंग्स इलेवन पंजाब ने तीन-तीन सलामी जोडि़यां को उतारा है.इन आंकड़ों को देखने पर पता चलता है कि सलामी जोड़ी की कामयाबी टीम की सफलता पर काफी असर डालती है. चेन्नई सुपर किंग्स और सनराइजर्स हैदराबाद इसका उदाहरण है. हालांकि पंजाब की टीम इस मामले में अपवाद है. सच कहा जाये तो ओपनिंग जोड़ी बदलने से दिल्ली डेयरडेविल्स और राजस्थान रॉयल्स को बहुत अधिक फायदा नहीं हुआ है.