हिजाब ना पहनने पर चेस खिलाड़ी को मिल रही धमकियां (PIC: Sara khadem/Instagram)
नई दिल्ली. ईरान की शतरंज खिलाड़ी सारा खादम ईरान नहीं लौटने की चेतावनी के बाद स्पेन पहुंच गई हैं. 25 साल की खादम पिछले हफ्ते बिना हिजाब के एक टूर्नामेंट में भाग लेने को लेकर सुर्खियों में थीं. खादम ने अल्माटी, कजाकिस्तान में FIDE वर्ल्ड रैपिड और ब्लिट्ज शतरंज चैंपियनशिप में भाग लिया था. इस टूर्नामेंट के दौरान वह बिना हिजाब के नजर आई थीं, जिसके बाद उन्हें धमकियां मिली हैं.
सारा खादम घटनाक्रम से जुड़े एक सूत्र ने रायटर को बताया कि टूर्नामेंट के बाद सारा खादम को ईरान से कई फोन कॉल आए थे, जिसमें उन्हें स्वदेश लौटने के खिलाफ चेतावनी दी गई थी. वहीं, कुछ अन्य ने कहा कि उन्हें ईरान वापस आना चाहिए और साथ ही वादा किया कि उनकी समस्या का समाधान होगा. सूत्र ने यह भी बताया कि ईरान में अधिकारी सारा के रिश्तेदारों और माता-पिता को भी धमका रहे हैं.
क्या सारा खादेम स्पेन चली गई हैं?
स्पेनिश अखबार एल पेस ने पिछले हफ्ते खबर दी थी कि सारा खादम ने धमकी के डर से अपने परिवार (पति और बच्चे) के साथ स्पेन जाने की योजना बनाई थी. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि परिवार को स्पेन में रहने की योजना बना रहा है या शरण लेने की. कुछ रिपोर्ट्स से पता चलता है कि सारा खादम और उनके पति स्पेन में एक घर के मालिक भी हैं.
सारा खादम को दी गई सुरक्षा
टूर्नामेंट के आयोजकों ने फोन कॉल के बाद कज़ाख पुलिस के सहयोग से शतरंज खिलाड़ी को सुरक्षा प्रदान करने पर सहमति व्यक्त की है. खादम के होटल के कमरे के बाहर चार बॉडीगार्ड तैनात किए गए हैं.
क्रिस्टियानो रोनाल्डो 5000 करोड़ लेकर बने सबसे महंगे फुटबॉलर, सऊदी अरब से जुड़ते ही मिली बुरी खबर
ईरान में हिजाब विरोधी प्रदर्शन
22 वर्षीय महसा अमिनी की मौत से शुरू हुए राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शनों में शामिल होने के आरोप में दो ईरानी किशोरों को मौत की सजा का सामना करने के साथ नए साल में प्रवेश किया है. ईरान मानवाधिकार नामक एक ओस्लो स्थित मानवाधिकार समूह का कहना है कि सितंबर 2022 में अशांति शुरू होने के बाद से ईरान में कम से कम 100 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और मौत की सजा का सामना कर रहे हैं. कई महिलाएं ईरान की सबसे कठोर कार्रवाई में से एक का शिकार हुई हैं.
पिछले साल अक्टूबर में ईरानी पर्वतारोही एल्नाज रेकाबी को भी बिना हिजाब पहने प्रतिस्पर्धा करने पर धमकी दी गई थी. हालांकि, हफ्तों बाद वह माफी मांगने के बाद तेहरान लौटीं और कहा कि उनका हिजाब गलती से उसके सिर से फिसल गया था. हालांकि, कार्यकर्ताओं का कहना है कि उनकी टिप्पणी ईरानी अधिकारियों के दबाव में की गई थी. उसी महीने सोशल मीडिया पर पर्मिदा घासेमी नाम की एक ईरानी तीरंदाज के वीडियो सामने आए, जिसमें तेहरान में एक पुरस्कार समारोह के दौरान उसके सिर से दुपट्टा गिरते हुए दिखाया गया था. घासेमी ने बाद में कहा कि उन्हें नहीं पता था कि उनका हिजाब फिसल गया था.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Chess Champion, Hijab controversy, Iran, Iran hijab protest