जीते मेडल को हाथ में लेने के लिए देने पड़े थे पैसे, अब खेलमंत्री के दखल के बाद मिलेगा वापस

मेडल मिलने के बाद श्रीनाथ नारायणन (फोटो क्रेडिट: @nsrinath69 ट्विटर हैंडल)
इसी साल अगस्त में श्रीनाथ नारायणन ने फिडे ऑनलाइन ओलिंपियाड में गोल्ड मेडल जीता था और उन्हें इस मेडल के लिए कस्टम शुल्क चुकाना पड़ा था
- News18Hindi
- Last Updated: December 5, 2020, 9:08 PM IST
नई दिल्ली. भारतीय शतरंज खिलाड़ी श्रीनाथ नारायणन (Srinath Narayanan) को बीते दिनों कस्टम शुल्क का भुगतान करने के बाद फिडे ऑनलाइन शतरंज चैम्पियनशिप में जीता गया गोल्ड मेडल मिला था. मगर अब खेल मंत्री किरेन रिजिजू (Kiren Rijiju) के दखल के बाद उन्हें कस्टम शुल्क वापिस किया जाएगा.
दरअसल इसी साल अगस्त में नारायणन ने फिडे ऑनलाइन ओलिंपियाड में गोल्ड मेडल जीता था और उन्हें इस मेडल को लेने के लिए कस्टम शुल्क चुकाना पड़ा था. रिपोर्ट के अनुसार नारायणन को गोल्ड मेडल लाने के लिए 6200 रुपये कस्टम शुल्क देना पड़ा था.

रिजिजू ने शनिवार को ट्वीट करके कहा कि उनके कार्यालय ने नारायणन से संपर्क किया है और मामला सुलझ गया है. उन्होंने कहा कि मैं इस खबर से बहुत निराश हूं. मेरे कार्यालय ने खिलाड़ी से संपर्क किया है. यह कूरियर कंपनी और कस्टम विभाग के बीच गलतफहमी का नतीजा है.यह भी पढ़ें :
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मामला सुलझ गया है. कंपनी ने अपनी गलती स्वीकार की है और श्रीनाथ नारायणन को पैसा वापिस किया जाएगा. नारायणन ने बुधवार को सोशल मीडिया पर लिखा था कि उन्होंने पदक मिल गया लेकिन कस्टम शुल्क चुकाना पड़ा. उन्होंने कहा था कि 13 सदस्यीय भारतीय, जिसमें मैं भी शामिल हूं. सभी को मेडल्स के लिए 6200 रुपये का कस्टम ड्यूटी का भुगतान करने के बा 12 मेडल्स मिल गए हैं.
दरअसल इसी साल अगस्त में नारायणन ने फिडे ऑनलाइन ओलिंपियाड में गोल्ड मेडल जीता था और उन्हें इस मेडल को लेने के लिए कस्टम शुल्क चुकाना पड़ा था. रिपोर्ट के अनुसार नारायणन को गोल्ड मेडल लाने के लिए 6200 रुपये कस्टम शुल्क देना पड़ा था.

रिजिजू ने शनिवार को ट्वीट करके कहा कि उनके कार्यालय ने नारायणन से संपर्क किया है और मामला सुलझ गया है. उन्होंने कहा कि मैं इस खबर से बहुत निराश हूं. मेरे कार्यालय ने खिलाड़ी से संपर्क किया है. यह कूरियर कंपनी और कस्टम विभाग के बीच गलतफहमी का नतीजा है.यह भी पढ़ें :
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मामला सुलझ गया है. कंपनी ने अपनी गलती स्वीकार की है और श्रीनाथ नारायणन को पैसा वापिस किया जाएगा. नारायणन ने बुधवार को सोशल मीडिया पर लिखा था कि उन्होंने पदक मिल गया लेकिन कस्टम शुल्क चुकाना पड़ा. उन्होंने कहा था कि 13 सदस्यीय भारतीय, जिसमें मैं भी शामिल हूं. सभी को मेडल्स के लिए 6200 रुपये का कस्टम ड्यूटी का भुगतान करने के बा 12 मेडल्स मिल गए हैं.