नई दिल्ली. दुनिया के नंबर एक टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच (Novak Djokovic) इन दिनों चर्चा में बने हुए हैं. ऑस्ट्रेलिया में उन्हें मजबूरन रिफ्यूजी होटल में रहना पड़ रहा है. दरअसल कोरोना वैक्सीन (Coronavaccine) न लगवाने के कारण ऑस्ट्रेलिया ने मेलबर्न पहुंचने के बाद उनका वीजा रद्द कर दिया और उन्हें अपने देश में एंट्री देने से मना कर दिया. जिसके बाद उन्हें एयरपोर्ट से सीधे रिफ्यूजी होटल भिजवाया गया.
जोकोविच को लेकर फैंस भी दो भागों में बंटे गए हैं. कोई उनका सपोर्ट कर रहा है तो कोई आलोचना. हालांकि जोकोविच काफी खुशदिल मिजाज के खिलाड़ी हैं. इसी खूबी के चलते उन्हें प्यार से जोकर भी कहते हैं. उनके फैंस शायद ही ये जानते हो कि जोकोविच 11 भाषाएं बोल सकते हैं.
युद्ध के बीच बीता नोवाक जोकोविच का बचपन
अपनी मातृभाषा सार्बिया के अलावा वो इंग्लिश, अरबी, चीनी, फ्रेंच, जर्मन, इटैलियन, जापानी, पुर्तगाली, रूसी और स्पेनिश भाषा बोल सकते हैं. जोकोविच की जिंदगी में एक समय ऐसा भी आया था, जब वो घर के बेसमेंट में छिपकर रहने को मजबूर हो गए थे.
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दरअसल उनका बचपन युद्ध में बीता. उनका जन्म सार्बिया के बेल्ग्रेड में हुआ. 1999 में नाटो की सेना ने सर्बिया पर करीब 11 सप्ताह बमबारी की थी. इस दौरान जोकोविच को बेल्ग्रेड में अपने दादा के घर के बेसमेंट में छिपकर रहने को मजबूर होना पड़ा था. युद्ध के बीच उनकी मानसिक स्थिति को प्रभावित होने से बचाने के लिए उनके पिता 12 साल की उम्र में उन्हें जर्मनी ले गए थे. जोकोविच को निर्वासन का सामना करना पड़ सकता है. उनके वकीलों ने हालांकि अदालत में वीजा के फैसले को चुनौती दी थी.
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