नई दिल्ली. टोक्यो ओलंपिक के बाद अब भारतीय खिलाड़ियों से पैरालंपिक खेलों (Tokyo 2020 Paralympics) में भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है. 24 अगस्त यानी मंगलवार से जापान की राजधानी टोक्यो में इन खेलों की शुरुआत होने जा रही है. भारत इस बार खिलाड़ियों का सबसे बड़ा दल उतार रहा है. देश के 54 खिलाड़ी 9 अलग-अलग खेलों में चुनौती पेश करेंगे. इसमें तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, कैनोइंग, निशानेबाजी, तैराकी, पावरलिफ्टिंग, टेबल टेनिस और ताइक्वांडो शामिल हैं. भारतीय पैरालंपिक समिति (Paralympic Committee of India) की प्रमुख दीपा मलिक (Deepa Malik) को उम्मीद है कि देश के पैरा खिलाड़ी टोक्यो में अपना अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए इतिहास रचेंगे.
दीपा ने यह पूछने पर कि क्या उन्हें टोक्यो पैरालंपिक में अब तक के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की उम्मीद है, इस पर उन्होंने कहा कि बेशक, मुझे बहुत अधिक उम्मीदें हैं. इस साल भारत अपना अब तक का सबसे बड़ा दल भेज रहा है. मुझे पूरी उम्मीद है कि हम इतिहास रचेंगे. उन्होंने कहा कि यह दल पिछले दल से तीन गुना बड़ा है, 2016-2020 के बीच हमने चार और खेलों में क्वालीफाई किया है.
मलिक ने वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि महामारी के कारण दो साल प्रभावित हुए. लेकिन इसके बावजूद क्वालीफाई करने वाले खिलाड़ियों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है. पैरालंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला दीपा ने कहा कि भारतीय दल के लिए आंकड़े अच्छे दिख रहे हैं. उन्होंने कहा कि सिर्फ क्वालीफाई करने वाले ही नहीं, बल्कि विश्व रैंकिंग के आधार पर भी खिलाड़ियों ने काफी कोटा हासिल किए हैं.
टोक्यो गेम्स भारतीय इतिहास के शानदार पैरालंपिक साबित होंगे: दीपा
दीपा ने आगे कहा कि हमारे पास शीर्ष रैंकिंग वाले खिलाड़ी हैं, इससे संकेत मिलते हैं कि ये भारतीय इतिहास के शानदार पैरालंपिक होने वाले हैं. रियो पैरालंपिक 2016 में भारतीय दल ने दो स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक सहित कुल चार पदक जीते थे. गोला फेंक में रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता दीपा ने कहा कि खेल गांव में खिलाड़ियों ने हालात से अच्छा सामंजस्य बैठाया है.
कोविड से जुड़ी पाबंदियों पर उन्होंने कहा कि हमें हर सुबह अपने नमूने कोविड परीक्षण के लिए सौंपने होते हैं. किसी भी स्थान पर प्रवेश से पहले तापमान जांचा जाता है और सामाजिक दूरी बनाकर रखनी होती है. खेल गांव में भी तय लेन बनाई गई हैं.
Tokyo Paralympics: हालातों से हारे नहीं, लिखी जीत की कहानी; अब टोक्यो में करेंगे देश का झंडा बुलंद
हाई जंप और जेवलिन थ्रो में भारत के पदक का दावा मजबूत
इस बार भारत के टेबल टेनिस, जेवलिन थ्रो, पावरलिफ्टिंग, ताइक्वांडो और ऊंची कूद में पदक जीतने की उम्मीदें हैं. गुजरात की भाविना पटेल और सोनलबेन पटेल 25 अगस्त से शुरू होने वाले टोक्यो पैरालंपिक खेलों की टेबल टेनिस प्रतियोगिता में भारतीय चुनौती की अगुवाई करेंगे. भाविना महिलाओं के व्हीलचेयर क्लास-4 वर्ग में जबकि सोनलबेन व्हीलचेयर क्लास-3 वर्ग में भाग लेगीं. वे महिला डबल्स में उतरेंगी. यह दोनों खेलों के पहले दिन ही अपनी चुनौती पेश करेंगे. भविना अभी विश्व रैंकिंग में 8वें और सोनलबेन 19वें स्थान पर है. इन दोनों ने एशियाई खेलों में पदक जीता था.
पावरलिफ्टिंग और पैरा ताइक्वांडो में पदक की उम्मीद
पैरा ताइक्वांडो में भारत का प्रतिनिधित्व 21 वर्षीय अरुणा तंवर करेगी. हरियाणा की यह खिलाड़ी महिलाओं के अंडर 49 किग्रा के के44 वर्ग में भाग लेगी. वह अभी विश्व रैंकिंग में 30वें स्थान पर है. पैरा पावरलिफ्टिंग में जयदीप और सकीना खातून भारत की चुनौती पेश करेंगे. बंगाल में जन्मी सकीना ने बेंगलुरू के भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र में पैरालंपिक की तैयारियां की हैं. सकीना महिलाओं के 50 किग्रा भार वर्ग में हिस्सा लेंगी. उन्होंने 2014 में ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक और 2018 पैरा एशियाई खेलों में रजत पदक जीता था. जयदीप पुरुषों के 65 किग्रा भार वर्ग में अपनी चुनौती पेश करेंगे. वह साई के सहायक कोच भी हैं.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: 2020 Summer Tokyo Paralympics, Mariyappan Thangavelu, Paralympic Committee of India, Sports news, Tokyo Paralympics 2020, Tokyo Paralympics 2021