नई दिल्ली। देश की स्टार युगल खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा ने अपने आलोचकों को एक बार फिर आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अगर उन पर प्रतिबंध लगा दिया जाता तो देश को ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स में बैडमिंटन युगल का रजत पदक नहीं मिलता।
ज्वाला और अश्विनी पोनप्पा की जोड़ी ने कॉमनवेल्थ गेम्स में महिला युगल का रजत पदक जीता। हालांकि वे चार वर्ष पहले दिल्ली में स्वर्ण विजेता रही थीं। ज्वाला ने अपने पदक पर खुशी और गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने अपने आलोचकों को गलत साबित कर दिया, जिन्होंने पिछले साल इंडियन बैडमिंटन लीग के दौरान उन्हें अपने एक साथी खिलाड़ी को खेलने से कथित तौर पर रोकने के लिए आजीवन प्रतिबंधित करने की सिफारिश की थी।
युगल खिलाड़ी ने कहा कि जो कुछ भी हुआ उसे देखते हुए मुझे खुशी है कि मैंने एक बार फिर खुद को साबित किया। इन खेलों में कोई पदक जीतना कोई आसान उपलब्धि नहीं है। मैंने दो राष्ट्रमंडल खेलों में लगातार पदक जीत लिए हैं। जिससे मुझे गर्व का अहसास होता है।
ज्वाला ने साथ ही कहा कि मैं उम्मीद करती हूं कि मेरे परिवार और दोस्तों को भी गर्व का अहसास हो रहा होगा। मैं उन सभी को धन्यवाद देना चाहती हूं जो हमेशा मेरे साथ खड़े रहे और उन्होंने मुझ पर भरोसा किया।
उन्होंने कहा कि हम स्वर्ण भी जीत सकते थे, लेकिन यह सब खेल का हिस्सा है। हमने इस वर्ष तीन पदक जीत लिए हैं और हमारे लिए यह एक शानदार वर्ष है। आलोचकों को आड़े हाथों लेते हुए ज्वाला ने कहा कि मैं लोगों को जवाब देते-देते थक चुकी हूं लेकिन यह सही है कि अगर मुझ पर प्रतिबंध लगा दिया जाता तो यह रजत पदक नहीं आता।
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Tags: Jwala gutta
FIRST PUBLISHED : August 05, 2014, 04:49 IST