बेंगलुरु. बेंगलुरू ओपन के रूप में घरेलू सरजमीं पर अपना अंतिम एटीपी टूर्नामेंट खेल रहे भारत के महान टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस (Leander Paes) को रविवार को केएसएलटीए स्टेडियम में पूर्व ओलंपियन और खिलाड़ियों ने सम्मानित किया.

लिएंडर पेस ने कहा कि वह इस खेल में चैंपियंस तैयार करना चाहते हैं (फाइल फोटो)
पेशेवर टेनिस में अंतिम सत्र में खेल रहे पेस और ऑस्ट्रेलिया के उनके जोड़ीदार मैथ्यू एबडेन को शनिवार को पुरुष युगल फाइनल में पूरव राजा और रामकुमार रामनाथन की भारतीय जोड़ी के खिलाफ हार झेलनी पड़ी थी.
रविवार को एकल फाइनल से पहले 46 साल के पेस (Leander Paes) को गर्मजोशी से विदाई दी गई. इस दौरान विभिन्न खेलों के स्टार खिलाड़ी मौजूद रहे जिसमें पूर्व हाकी खिलाड़ी ज्यूड फेलिक्स, वीआर रघुनाथ, अर्जुन हलप्पा, पूर्व ट्रैक एवं फील्ड खिलाड़ी अश्विनी नचप्पा, डेविस कप खिलाड़ी प्रह्लाद श्रीनाथ आदि शामिल हैं.

लिएंडर पेस ने जनवरी में आखिरी ऑस्ट्रेलियन ओपन खेला था
दर्शकों से पूर्व खिलाड़ियों का खड़े होकर अभिवादन करने का आग्रह करते हुए पेस ने कहा, 'आप सभी ने मुझे सिखाया कि कैसे खेलों के प्रति जज्बे, प्रतिबद्धता और कड़ी मेहनत से हमें सफलता हासिल करने में मदद मिलती है.' इस मौके पर पूर्व तैराक रेश्मा और निशा मिलेट, पूर्व एथलीट प्रमिला अयप्पा और रीत अब्राहम भी मौजूद रहे.
पेस का योगदान
बता दें भारतीय टेनिस में लिएंडर पेस (Leander Paes) का बेश्कीमती योगदान रहा है. पेस ने 1996 में ओलिंपिक ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया तो वहीं उन्होंने अपने करियर में 18 ग्रैंड स्लैम, 44 डेविस कप के मुकाबले जीते. उनका करियर 30 साल लंबा रहा और वो 7 ओलिंपिक खेलने वाले पहले टेनिस खिलाड़ी बने.

लिएंडर पेस के नाम 18 ग्रैंडस्लैम खिताब हैं. (फाइल फोटो)
ग्रैंड स्लैम मिक्स्ड डबल्स में लिएंडर पेस (Leander Paes) ने गजब की प्रदर्शन किया. वो साल 2003, 2010 और 2015 में ऑस्ट्रेलियन ओपन जीते. 2016 में वो फ्रेंच ओपन चैंपियन बने. 1999, 2003, 2010 और 2015 में उन्होंने विंबलडन में मिक्स्ड डबल्स खिताब जीता.
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Tags: Leander Paes, Sports news, Tennis
FIRST PUBLISHED : February 16, 2020, 21:34 IST