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पासवर्ड याद रखने के झंझंट से मिलेगा छुटकारा, Apple और Google ला रही Passkeys तकनीक

Apple और  Google ला रही Passkeys तकनीक (सांकेतिक तस्वीर)

Apple और Google ला रही Passkeys तकनीक (सांकेतिक तस्वीर)

Apple और Google इस साल के अंत में Passkeys को सपोर्ट करेंगे. यह एक नई तकनीक है, जो आपके अकाउंट की सिक्योरिटी को और मजब ...अधिक पढ़ें

नई दिल्ली. Apple और Google जल्द ही यूजर को पासवर्ड दर्ज किए बिना विभिन्न ऑनलाइन अकाउंट्स में लॉग इन करने की सुविधा देंगे. दरअसल, कंपनियां साल के अंत में Passkeys तकनीक को पेश करने जा रही हैं. यह एक नई लॉग इन तकनीक है, जो हमारे बैंक अकाउंट और ईमेल एक्सेस की सिक्योरिटी को और अधिक सुरक्षित बनाती है. हाल ही में Apple ने अपने वर्ल्डवाइड डेवलपर कॉन्फ्रेंस में पासकी को पेश किया. यह तकनीक कैरेक्टर्स की जगह हर ऐप या ब्राउजर बेस्ड सर्विस के लिए यूनिक पासकी जनरेट करेगी.

एक बार जब आप किसी साइट या ऐप के लिए पासकी सेट कर लेते हैं, तो वह उस फोन या पर्सनल कंप्यूटर पर स्टोर हो जाती है, जिसका उपयोग आपने इसे सेट करने के लिए किया था. ऐपल की iCloud कीचेन या Google के क्रोम पासवर्ड मैनेजर जैसी सेवाएं आपके सभी डिवाइस में पासकी को सिंक्रनाइज कर सकती हैं.

पासवर्ड लीक होने का खतरा
ऑनलाइन अकाउंट्स को सुरक्षित करने के लिए पासवर्ड लंबे समय से एक स्टैंडर्ड रहे हैं, लेकिन उनमें सेंध लगने का खतरा हमेशा बना रहता है. हालांकि एक्सपर्ट हमेशा यूनीक पासवर्ड बनाने की सलाह देते हैं, लेकिन लोग एक ही हर अकाउंट के लिए एक ही पासवर्ड इस्तेमाल करते हैं. ऐसे मे उनके पासवर्ड आसानी से लीक हो जाते हैं. ऐसे में ऐपल पासकी और अन्य टेक्नोलॉजी के दिग्गज इस समस्या का समाधान करना चाहते हैं.

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पासवर्ड से बेहतर है पासकी
ऐप्पल के इंटरनेट टेक्नोलॉजीज के वाइस प्रेसीडेंट डारिन एडलर ने पिछले हफ्ते कंपनी के वर्ल्डवाइड डेवलपर्स सम्मेलन में कहा था कि पासकी का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स का न केवल अनुभव पासवर्ड के मुकाबले बेहतर रहा है, बल्कि इसमें सिक्योरिटी की कैटेगरीज जैसे कि वीक पासवर्ड और रीयूज किए गए क्रेडेंशियल, क्रेडेंशियल लीक और फिशिंग आदि संभव नहीं हैं. उन्होंने कहा कि अब इन्हें अपनाने का समय है.

क्या है पासकी?
यह एक नए प्रकार का लॉगिन क्रेडेंशियल है, जो सर्वर पर लॉग इन करते समय आपके कंप्यूटर या फोन द्वारा उपयोग जाता है. यह एक आइडेंटिटी ऑथेंटिकेशन है, जो आपको लॉगइन करने के लिए आपके चेहरे या उंगलियों के निशान के स्कैन करता है. पासकी का इस्तेमाल करने के लिए आपके पास अपना फोन या कंप्यूटर होना चाहिए. आप अपने डिवाइस के बिना किसी और कंप्यूटर से पासकी- सिक्योर अकाउंट लॉग इन नहीं कर सकते. पासकी को सिंक्रोनाइज किया जा सकता है और उससे बैकअप लिया जा सकता है. यदि आप  कोई नया Android फोन या iPhone खरीदते हैं, तो Google और Apple आपके पासकी को रिस्टोर कर सकते हैं. आप एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन की वजह से Google और Apple पासकी को देख या बदल नहीं सकते हैं.

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पासकी कैसे सेट करें?
पासकी सेट करना बहुत आसान है. जब कोई वेबसाइट या ऐप आपको एक पासकी सेट करने के लिए कहता है, तो अपने फिंगगरप्रिंट, चेहरे या किसी अन्य मैकेनिज्म का उपयोग करके किसी पासकी को प्रमाणित करें.

लॉग इन करने के लिए पासकी का उपयोग कैसे करें?
फोन का उपयोग करते समय, जब आप किसी ऐप पर लॉग इन करने का प्रयास करेंगे, तो आपको एक पासकी ऑथेंटिकेशन का ऑप्शन दिखाई देगा. उस विकल्प को टैप करें और अपने द्वारा चुनी गई ऑथेंटिकेशन तकनीक का उपयोग करें. एक बार जब आपके पास अपने फोन पर पासकी हो, तो आप इसका उपयोग अपने लैपटॉप जैसे किसी अन्य डिवाइस पर लॉगिन की सुविधा के लिए कर सकते हैं. एक बार जब आप लॉग इन हो जाते हैं, तो वह वेबसाइट नए डिवाइस से जुड़ी एक नई पासकी बनाने की पेशकश कर सकती है.

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