होम /न्यूज /तकनीक /इस ऐप पर होती है इंसानों की खरीद-फरोख्त, 5 लाख से ज्यादा लोग करते हैं इस्तेमाल, गुलामों के लिए डाली जाती हैं पोस्ट

इस ऐप पर होती है इंसानों की खरीद-फरोख्त, 5 लाख से ज्यादा लोग करते हैं इस्तेमाल, गुलामों के लिए डाली जाती हैं पोस्ट

 ऐप पर होती है इंसानों की खरीद-फरोख्त

ऐप पर होती है इंसानों की खरीद-फरोख्त

सऊदी अरब की आनलाइस शॉपिंग ऐप हराज इंसानों को बेच रही है. एक रिपोर्ट के मुताबिक सऊदी नगारिक ऐप पर हर रोज इंसानों की खरोद ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

सऊदी अरब की आनलाइस शॉपिंग ऐप पर इंसानों को बेचा जा रहा है.
सऊदी अरब की हराज ऐप पर लोगों को बेचा जाता है.
हराज सऊदी अरब की सबसे मशहूर शॉपिंग ऐप में से एक है.

नई दिल्ली. सऊदी अरब की आनलाइस शॉपिंग ऐप पर इंसानों की सेल लग रही है. गूगल के प्ले स्टोर पर इस समय कई ऐसे ऐप हैं, जिनपर विदेशी कामगार बेचे जा रहे हैं. इन्ही में से एक सऊदी अरब की हराज ऑनलाइन शॉपिंग ऐप्स है, जिसका इस्तेमाल इंसानों को खरीदने-बेचने का काम किया जा रहा है. 21वीं सदी में इंसाने की खरीद-फरोख्त करना हैरान करने वाला है, लेकिन सवाल यह है कि इसे कैसे रोका जा सकता है और इसे कौन रोकेगा? संयुक्त राष्ट्र इंसानों की ऑनलाइन शॉपिंग की पहले ही आलोचना कर चुका है. इसके बावजूद ऐप पर खुले-आम गुलामों की खरीदा और बेचा जा रहा है.

गौरतलब है कि हराज ऐप को हर रोज 5 लाख से ज्यादा लोग इस्तेमाल करते हैं. यह सऊदी अरब की सबसे बड़ी ऐप में से एक है. इस ऐप पर सभी तरह का नया और पुराना सामान खरीद और बेचा जाता है. हाल ही में जानकारी सामने आई है कि इस ऐप पर मिलने वाले सामान में इंसान भी शामिल हैं.

यह भी पढ़ें- सबसे ज्यादा स्मार्टफोन पर होते हैं Hacking Attacks, आपका डिवाइस तो नहीं लपेटे में, ऐसे करें चेक

टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक सऊदी नगारिक हर रोज दर्जनों ऐसी पोस्ट डालते हैं, जिसमें इंसानों की खरीदा या बेचा जाता है. जानकारी के मुताबिक हराज ऐप पर हर रोज घरेलू काम करने वाली महिलाएं क्लीनर और ड्राइवर आदि के लिए विदेशी कामगारों को बेचा या कराए पर दिया जाता है.

कफाला सिस्टम
बता दें कि भारत, पाकिस्तान और बंग्लादेश जैसे देशों से काम की तलाश में सऊदी जाने वाले लोगों के पास समान नागरिक अधिकार नहीं होते हैं. यह लोग वहां उस समय तक ही काम कर सकते हैं, जब तक कि कोई सऊदी नागरिक उनकी कानूनी जिम्मेदारी लेता है. इस सिस्टम को कफाला कहते हैं और मजदूर के कानूनी गार्जियन को कफील कहते हैं.

मजदूरों से गुलामों जैसा सुलूक
यह कफील विदेशी कामगरों को अपनी मन मर्जी की शर्तों पर कॉन्ट्रैक्ट देते हैं. ऐसे में विदेशों से सऊदी जाने वाले लोग भी हराज ऐप पर काम के लिए पोस्ट करते हैं. सऊदी नागरिक की तरह किसी सामान की तरह बिकने वाले इन मजदूरों के साथ कई बार गुलामों जैसा सुलूक किया जाता है. कई कफील उनका पासपोर्ट जब्त कर लेते हैं और उनके साथ मारपीट भी करते हैं.

इंसानों को बेचना गैर कानूनी
ध्यान देने वाली बात यह है कि कफाला को सऊदी अरब,कतर, कुवैत और जॉर्डन में कानून मान्यता प्राप्त हैं. हालांकि, इस तरह इंसानों को बेचना गैर कानूनी है. यूएन ने 2020 में गुलामी को बढ़ावा देने वाला ऐप करार दिया था. इसके बावजूद इस पर इंसानों को बेचना का काम जारी है.

Tags: App, Mobile apps, Tech news, Tech News in hindi

टॉप स्टोरीज
अधिक पढ़ें