इस भारतीय के दम पर Google ने रचा इतिहास! पेरेंट कंपनी अल्फाबेट की मार्केट कैप 1 लाख करोड़ डॉलर के पार
Agency:News18Hindi
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गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट (Google's Parent Company Alphabet) गुरुवार को चौथी अमेरिकी कंपनी बन गई है जिसकी मार्केट वैल्यू 1 ट्रिलियन डॉलर (करीब 71 लाख करोड़ रुपये) से ऊपर हो गई है.

मुंबई. गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट (Google's Parent Company Alphabet) गुरुवार को चौथी अमेरिकी कंपनी बन गई है जिसकी मार्केट वैल्यू 1 ट्रिलियन डॉलर (करीब 71 लाख करोड़ रुपये) से ऊपर हो गई है. कंपनी के शेयर्स में आए इस उछाल के बाद कुछ शेयर होल्डर्स इस उठापटक में भी हैं कि क्या इस वक्त अपने स्टॉक को बेच देना ठीक है या नहीं. पिछले तीन महीने से इसके शेयर करीब 17 फीसदी तक बढ़ गए हैं. इसके बाद अल्फाबेट कंपनी, ऐपल, अमेजन और माइक्रोसॉफ्ट के बाद 1 ट्रिलियन डॉलर की को छूने वाली चौथी अमेरिकी कंपनी बन गई है.
हाल ही में गूगल के पूर्व सीईओ को अल्फाबेट का सीईओ बनाया गया था उस वक्त वे अपनी सैलरी को लेकर काफी खबरों में रहे थे. खबरों के मुताबिक सुंदर पिचाई को सालाना 1718 करोड़ रुपये (24.2 करोड़ डॉलर) का पैकेज मिलेगा जो कि इनकी बेसिक सैलरी में 200 फीसदी का इजाफा किया गया था.
एक्सपर्ट्स को लगता है कि यह एक तरह का प्राइस स्विंग भी हो सकता है फिर भी इन्वेस्टर्स को इस स्टॉक को बेचने में हिचकिचाहट महसूस हो रही है क्योंकि हमेशा से अच्छा परफॉर्म करने वाली कंपनी रही है. अल्फाबेट कंपनी के शेयर में बढ़त और दूसरे टेक कंपनियों के स्टॉक में हुए अच्छे परफॉर्मेंस ने मनी मैनेजर्स को 2019 में बढ़त बनाने में मदद की है.
बीएमओ लार्ज कैप ग्रोथ फंड (BMO Large Cap Growth Fund) के पोर्टफोलियो मैनेजर अर्नेस्टो रामोस ने अल्फाबेट के अपने शेयर्स को रोक के रखा. उनका कहना था कि अल्फाबेट के शेयर आखिरकार औसत से अधिक प्रदर्शन करते हैं. आपको बता दें कि अल्फाबेट एस एंड पी के 18.5 की तुलना में 26.6 गुना फ्यूचर अर्निंग में ट्रेड करते हैं. अल्फाबेट 3 फरवरी को अपने चौथे क्वार्टर की कमाई के बारे में रिपोर्ट करेगी.
हाल ही में गूगल के पूर्व सीईओ को अल्फाबेट का सीईओ बनाया गया था उस वक्त वे अपनी सैलरी को लेकर काफी खबरों में रहे थे. खबरों के मुताबिक सुंदर पिचाई को सालाना 1718 करोड़ रुपये (24.2 करोड़ डॉलर) का पैकेज मिलेगा जो कि इनकी बेसिक सैलरी में 200 फीसदी का इजाफा किया गया था.
एक्सपर्ट्स को लगता है कि यह एक तरह का प्राइस स्विंग भी हो सकता है फिर भी इन्वेस्टर्स को इस स्टॉक को बेचने में हिचकिचाहट महसूस हो रही है क्योंकि हमेशा से अच्छा परफॉर्म करने वाली कंपनी रही है. अल्फाबेट कंपनी के शेयर में बढ़त और दूसरे टेक कंपनियों के स्टॉक में हुए अच्छे परफॉर्मेंस ने मनी मैनेजर्स को 2019 में बढ़त बनाने में मदद की है.
बीएमओ लार्ज कैप ग्रोथ फंड (BMO Large Cap Growth Fund) के पोर्टफोलियो मैनेजर अर्नेस्टो रामोस ने अल्फाबेट के अपने शेयर्स को रोक के रखा. उनका कहना था कि अल्फाबेट के शेयर आखिरकार औसत से अधिक प्रदर्शन करते हैं. आपको बता दें कि अल्फाबेट एस एंड पी के 18.5 की तुलना में 26.6 गुना फ्यूचर अर्निंग में ट्रेड करते हैं. अल्फाबेट 3 फरवरी को अपने चौथे क्वार्टर की कमाई के बारे में रिपोर्ट करेगी.
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