आमतौर पर, एक मॉडर्न फोन बैटरी (लिथियम-आयन) की उम्र 2 - 3 साल होती है, जो कि मैनुफैक्चर द्वारा रेट किए गए लगभग 300 - 500 चार्ज साइकिल के साथ आती है. उसके बाद, बैटरी की क्षमता लगभग 20% कम हो जाती है.
Mobile Phone Charger: स्मार्टफोन इस्तेमाल करने के लिए चार्जर बहुत जरूरी होता है. क्योंकि, इसी से फोन को चार्ज किया जाता है. फोन को दिन भर इस्तेमाल करना है तो उसे चार्ज करना भी ज़रूरी है. फोन बंद है तो किसी काम का नहीं है. खैर इस बीच क्या आपने कभी गौर किया कि चार्जर के साथ मिलने वाली वायर इतनी छोटी क्यों होती है. दरअसल इसके पीछे की वजह दिलचस्प है. आइए जानते हैं क्या है वह खास वजह.
आखिर कंपनियां ऐसा क्यों कर रही हैं कि दिन-ब-दिन वायर या केबल छोटी होती जा रही है. जब आप इसका सच समझेंगे तो कहेंगे कि ये तो आपकी ही भलाई के लिए है. ये आपके लिए ही फायदेमंद हैं. इसलिए कंपनियां जान-बूझकर ऐसा कर रही हैं. तो चलिए बताते हैं इसके बारे में पूरी डिटेल.
अब आप सोच रहे होंगे आखिर मोबाइल चार्जर का केबल छोटे होने से आपको क्या फायदा है और कंपनियां ऐसा क्यों कर रही हैं? तो आज हम आपको इन सवालों का जवाब देने जा रहे हैं. दरअसल, मोबाइल कंपनियां फोन के चार्जर का वायर इसलिए छोटा देती हैं, ताकि आप अपने फोन को चार्जिंग में लगा कर ज्यादा समय तक यूज न कर पाएं.
यह भी पढ़ें- क्या है वायरलेस चार्जर और कैसे करता फोन चार्ज? जानिए हर जरूरी बात
बता दें कि चार्जिंग में लगाकर फोन इस्तेमाल करने से उसकी बैटरी जल्दी खराब हो जाती है. इतना ही नहीं मोबाइल चार्जिंग में लगाकर यूज करने से मोबाइल गर्म भी हो जाता है. इसके अलावा अगर आप फोन को चार्जिंग पर लगाकर यूज करते हैं, तो वह चार्ज होने में काफी ज्यादा वक्त लेता है. ऐसे में कई बार मोबाइल बैटरी ब्लास्ट कर सकती है. मोबाइल को चार्जिंग में लगा कर यूज करने से फोन का बैटरी बैकअप भी कम हो जाता है.
पहले मिलता था लंबा वायर
कुछ साल पहले जब चार्जर का वायर काफी लंबा होता था, जिससे हम फोन को चार्ज में लगा कर कहीं भी अपने आसपास रख देते थे या फिर उसका इस्तेमाल करते रहते थे. हालांकि, समय के साथ लंबे वायर होने की खामियां सामने आने लगीं. फोन चार्ज पर लगाकर इस्तेमाल करने से फोन की बैटरी में दिक्कत आने लगीं और ग्राहक कंपनियों से बैटरी खराब होने की शिकायत करने लगे.
कंपनियों के पास आती थीं शिकायतें
लगातार बड़ती शिकायतों से कंपनियों को भी नुकसान होने लगा. कंपनियों के प्रोडक्ट को लेकर गलत इंफोर्मेंशन फैलने लगीं. यूजर्स अपने-अपने फोन की बुराइयां करने लगे. इसके अलावा कई बार बैटरी में ब्लास्ट होने की घटनाएं भी सामने आईं. इस समस्या से निपटने के लिए मोबाइल कंपनियों ने चार्जर के वायर को छोटा कर दिया, ताकि यूजर्स फोन चार्जिंग पर लगाकर उसे इस्तेमाल न कर सकें.
.
Tags: Mobile, Portable gadgets, Tech news, Tech News in hindi, Technology