योगी आदित्यनाथ के गढ़ गोरखपुर में दहाड़ेंगे गुजरात के शेर!
News18Hindi Updated: May 8, 2019, 5:03 PM IST

गुजरात के शेर (file photo)
गुजरात से दो शेरों और छह शेरनियों को लाया जाएगा योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर, सेंट्रल जू अथॉरिटी की मंजूरी
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- Last Updated: May 8, 2019, 5:03 PM IST
गुजरात के शेर चिड़ियाघर से ज्यादा सियासत में चर्चा का केंद्र रहे हैं. अखिलेश यादव के शासन के दौरान जब इटावा में मोदी के गुजरात से शेर लाए गए तो इसके बहाने राजनीतिक व्यंग्य बाण भी खूब चले थे. लेकिन अब समय बदल गया है. यूपी में भी बीजेपी का शासन है और सीएम योगी आदित्यनाथ के गढ़ गोरखपुर में भी गुजरात के शेर लाए जा रहे हैं. गोरखपुर में चिड़ियाघर बनाने की योजना तो पुरानी थी लेकिन वो फाइलों में दब गई थी. जब योगी सीएम बने जो योजना जमीन पर साकार हुई. अब इसमें आठ शेर लाने की प्रक्रिया चल रही है.
गुजरात के शेरों को पशुओं की अदला-बदली कार्यक्रम के तहत गोरखपुर चिड़ियाघर में भेजा जाएगा. बताया गया है कि जो शेर योगी के गढ़ में लाए जाएंगे वो फिलहाल जूनागढ़ के सक्करबाग चिड़ियाघर में हैं. जूनागढ़ वन्यजीव सर्किल के एक अधिकारी के मुताबिक दो शेरों और छह शेरनियों को गोरखपुर के चिड़ियाघर में भेजा जाना है. सेंट्रल जू अथॉरिटी इसकी मंजूरी प्रदान कर दी है. इसके साथ ही गोरखपुर में भी नए मेहमानों के स्वागत की तैयारियां हो रही हैं. (ये भी पढ़ें: सीएम कमलनाथ ने पीएम मोदी से की गुज़ारिश, एशियाटिक लॉयन लाने में मदद करें )
गोरखपुर में लगभग तैयार है चिड़ियाघर
वैसे अभी यह तय नहीं हो पाया है कि शेरों के बदले गोरखपुर से किस पशु को गुजरात के चिड़ियाघर में लाया जाएगा. सक्करबाग चिड़ियाघर राज्य और देश में अन्य चिड़ियाघरों और लायन सफारियों को एशियाई शेर मुहैया कराने का नोडल केंद्र है. गोरखपुर के वरिष्ठ पत्रकार टीपी शाही का कहना है कि गोरखपुर में चिड़ियाघर का प्रोजेक्ट लंबे समय से अटका हुआ था जो योगी के सीएम बनने के बाद तेजी से पूरा किया गया है. अब इसमें गुजरात के शेरों को लाने की प्रक्रिया चल रही है.साल 2014 में भी गुजरात से यूपी (इटावा लायन सफारी) में शेर लाए गए थे. लेकिन तब यहां समाजवादी पार्टी का शासन था. इसलिए इसे लेकर खूब राजनीति हुई थी. तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा था कि हमने गुजरात के शेरों को इटावा में बांध दिया है, जबकि नरेंद्र मोदी ने गुजरात के सीएम के तौर पर कहा था कि गुजरात के शेरों को बांधने के लिए 56 ईंच का सीना चाहिए.
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गुजरात के शेरों को पशुओं की अदला-बदली कार्यक्रम के तहत गोरखपुर चिड़ियाघर में भेजा जाएगा. बताया गया है कि जो शेर योगी के गढ़ में लाए जाएंगे वो फिलहाल जूनागढ़ के सक्करबाग चिड़ियाघर में हैं. जूनागढ़ वन्यजीव सर्किल के एक अधिकारी के मुताबिक दो शेरों और छह शेरनियों को गोरखपुर के चिड़ियाघर में भेजा जाना है. सेंट्रल जू अथॉरिटी इसकी मंजूरी प्रदान कर दी है. इसके साथ ही गोरखपुर में भी नए मेहमानों के स्वागत की तैयारियां हो रही हैं. (ये भी पढ़ें: सीएम कमलनाथ ने पीएम मोदी से की गुज़ारिश, एशियाटिक लॉयन लाने में मदद करें )

वैसे अभी यह तय नहीं हो पाया है कि शेरों के बदले गोरखपुर से किस पशु को गुजरात के चिड़ियाघर में लाया जाएगा. सक्करबाग चिड़ियाघर राज्य और देश में अन्य चिड़ियाघरों और लायन सफारियों को एशियाई शेर मुहैया कराने का नोडल केंद्र है. गोरखपुर के वरिष्ठ पत्रकार टीपी शाही का कहना है कि गोरखपुर में चिड़ियाघर का प्रोजेक्ट लंबे समय से अटका हुआ था जो योगी के सीएम बनने के बाद तेजी से पूरा किया गया है. अब इसमें गुजरात के शेरों को लाने की प्रक्रिया चल रही है.साल 2014 में भी गुजरात से यूपी (इटावा लायन सफारी) में शेर लाए गए थे. लेकिन तब यहां समाजवादी पार्टी का शासन था. इसलिए इसे लेकर खूब राजनीति हुई थी. तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा था कि हमने गुजरात के शेरों को इटावा में बांध दिया है, जबकि नरेंद्र मोदी ने गुजरात के सीएम के तौर पर कहा था कि गुजरात के शेरों को बांधने के लिए 56 ईंच का सीना चाहिए.
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First published: May 8, 2019, 2:30 PM IST
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