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आगरा के पारस हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुई थी कोई मौत: जांच रिपोर्ट

पारस हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की कमी से मरीजों की मौत के मामले की जांच रिपोर्ट आई.

पारस हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की कमी से मरीजों की मौत के मामले की जांच रिपोर्ट आई.

Paras Hospital News: पारस हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की कमी से 22 की जगह 16 मरीजों की मौत का लिस्ट जारी. रिपोर्ट में कहा गया ...अधिक पढ़ें

आगरा. यूपी के आगरा में स्थित पारस हॉस्पिटल (Paras Hospital) में अप्रैल में ऑक्सीजन की कमी से 22 मरीजों की मौत के मामले की जांच रिपोर्ट आ गई है. इसमें कहा गया है कि जिस कथित वायरल वीडियो के आधार पर ऑक्सीजन की कमी से 22 मरीजों की मौत का दावा किया गया था, वह सही नहीं है. हॉस्पिटल में मॉक-ड्रिल के दौरान हुई मरीजों की मौत के बाद 6 मिनट के चार वीडियो वायरल हुए थे. इन वीडियो में हॉस्पिटल संचालक डॉ अरिंजय जैन को यह कहते हुए सुना गया था कि ऑक्सीजन की कमी है, इसलिए मॉक ड्रिल कर ली जाए और इसके बाद 22 मरीज ‘छंट गए’. 26 अप्रैल की कहानी बयां करने वाले वीडियो में 22 मरीजों के हाथ पैर नीले पड़ने की बात भी अरिंजय जैन ने कही थी. वायरल वीडियो में हॉस्पिटल संचालक के 22 मरीजों के छंटने के कथन का तात्पर्य लोगों ने मौत से लगाया था, जिसके बाद उत्तर प्रदेश में हड़कंप मच गया था. अब इस मामले की मजिस्ट्रेट जांच पूरी होने के बाद रिपोर्ट सामने आ गई है.

जांच रिपोर्ट के अनुसार ऑक्सीजन की कमी से पारस हॉस्पिटल में किसी की भी मौत नहीं हुई थी. जांच रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में पारस हॉस्पिटल समेत सभी अस्पतालों में उपलब्ध था. साथ ही जांच रिपोर्ट में यह भी जिक्र किया गया है कि पारस हॉस्पिटल के संचालक किसी भी कीमत पर ऑक्सीजन देने के लिए परेशान हैं, यह बात वायरल वीडियो में उन्होंने खुद कही है. रिपोर्ट में 16 मरीजों की मौत का जिक्र करते हुए उनकी लिस्ट भी पेश की गई है, इसमें कहा गया है कि 14 मरीजों की हालत अत्यंत गंभीर थी. इनमें 8 मरीज वेंटीलेटर पर पर थे.

एक बात और साफ हो गई है कि भले ही 22 मौतें नहीं हुई हों और ऑक्सीजन की कोई कमी न रही हो लेकिन 16 मौतें जरूर हुई हैं. फिलहाल वीडियो वायरल होने के बाद भी पारस हॉस्पिटल को सील किया जा चुका है. हॉस्पिटल का लाइसेंस भी निलंबित हो चुका है और हॉस्पिटल के लाइसेंस के मामले की जांच स्वास्थ्य विभाग की कमेटी कर रही है. इस प्रकरण में पारस हॉस्पिटल को ऑक्सीजन की कमी का भ्रम फैलाने का दोषी पाया गया था. जिसके बाद महामारी एक्ट के तहत आगरा के थाना न्यू आगरा में एफआईआर भी दर्ज की जा चुकी है. एडीएम सिटी की अध्यक्षता वाली जांच कमेटी ने पुलिस से कहा है कि दर्ज एफआइआर की जल्द से जल्द विवेचना करके चार्जशीट दाखिल की जाए.

आपके शहर से (आगरा)

Tags: Corona death, Oxygen Crisis, Paras Hospital

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