Agra News: जानिए यमुना एक्सप्रेस-वे पर अब तक क्यों लागू नहीं हाे सका FASTag, कब होगा शुरू?

आगरा: यमुना एक्सप्रेव-वे पर अगले महीने से फास्टैग की सुविधा मिलने की उम्मीद की जा रही है.
Agra News: यमुना एक्सप्रेस-वे से जुड़े अधिकारी बताते हैं कि कुछ कानूनी पेंच की वजह से टोल पर फास्टैग की व्यवस्था अभी नहीं हो पाई है. अगले माह तक पूरी कोशिश रहेगी कि फास्ट टैग की व्यवस्था हो जाए. उधर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के ज्यादातर लेन में फास्टैग की व्यवस्था हो चुकी है.
- News18Hindi
- Last Updated: February 17, 2021, 12:46 PM IST
आगरा. नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के फैसले के बाद देश के सभी टोल प्लाजा (Toll Plaza) पर फास्टैग (FASTag) की व्यवस्था कर दी गई है. लेकिन आगरा-नोएडा यमुना एक्सप्रेस-वे (Agra-NOIDA Yamuna Expressway) पर किसी भी लेन में फास्ट टैग के इंतजाम नहीं हैं. एक्सप्रेस-वे से जुड़े अधिकारियों का अब कहना है कि अगले माह तक फास्ट टैग की व्यवस्था कर ली जाएगी. बता दें आगरा, मथुरा सहित जनपद के सभी टोल प्लाजा पर फास्टैग अनिवार्य हो चुका है लेकिन रफ्तार की बड़ी सड़क यमुना एक्सप्रेस-वे पर टोल प्लाजा पर कैश में ही लेनदेन हो रहा है.
आगरा से नोएडा के बीच यमुना एक्सप्रेस-वे 165 किलोमीटर लंबा है. जेवर, मांट और आगरा में कुल 3 टोल प्लाजा मौजूद हैं. लगभग 25000 वाहन प्रतिदिन यमुना एक्सप्रेस-वे पर फर्राटा भरते हैं. वीकेंड पर यह संख्या 30,000 के पार चली जाती है. नोएडा से आगरा तक के यमुना एक्सप्रेस-वे के रास्ते बड़ी संख्या में लोग ताजमहल देखने आगरा आते हैं. फास्टैग की व्यवस्था इसलिए हुई थी कि लोगों का वक्त टोल प्लाजा पर बर्बाद ना हो और बिना वक्त गवाए लोग टोल प्लाजा क्रास कर अपने सफर को आसान बना सकें. लेकिन यमुना एक्सप्रेसवे टोल प्लाजा पर ऐसा नहीं हुआ.
कानून पेंच के चलते व्यवस्था शुरू नहीं
यमुना एक्सप्रेस-वे से जुड़े अधिकारी बताते हैं कि कुछ कानूनी पेंच की वजह से टोल पर फास्टैग की व्यवस्था अभी नहीं हो पाई है. अगले माह तक पूरी कोशिश रहेगी कि यमुना एक्सप्रेस-वे के तीनों टोल प्लाजा पर फास्ट टैग की व्यवस्था हो जाए. अभी यमुना एक्सप्रेस-वे के किसी भी लेन से वाहन गुजरने पर कैश देना पड़ता है. उधर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के भी ज्यादातर लेन में फास्टैग की व्यवस्था हो चुकी है. एक-दो लेन बची हुई हैं, जहां कैश का लेनदेन होता है. वहां भी फास्ट टैग की प्रक्रिया जारी है.
आगरा से नोएडा के बीच यमुना एक्सप्रेस-वे 165 किलोमीटर लंबा है. जेवर, मांट और आगरा में कुल 3 टोल प्लाजा मौजूद हैं. लगभग 25000 वाहन प्रतिदिन यमुना एक्सप्रेस-वे पर फर्राटा भरते हैं. वीकेंड पर यह संख्या 30,000 के पार चली जाती है. नोएडा से आगरा तक के यमुना एक्सप्रेस-वे के रास्ते बड़ी संख्या में लोग ताजमहल देखने आगरा आते हैं. फास्टैग की व्यवस्था इसलिए हुई थी कि लोगों का वक्त टोल प्लाजा पर बर्बाद ना हो और बिना वक्त गवाए लोग टोल प्लाजा क्रास कर अपने सफर को आसान बना सकें. लेकिन यमुना एक्सप्रेसवे टोल प्लाजा पर ऐसा नहीं हुआ.
कानून पेंच के चलते व्यवस्था शुरू नहीं
यमुना एक्सप्रेस-वे से जुड़े अधिकारी बताते हैं कि कुछ कानूनी पेंच की वजह से टोल पर फास्टैग की व्यवस्था अभी नहीं हो पाई है. अगले माह तक पूरी कोशिश रहेगी कि यमुना एक्सप्रेस-वे के तीनों टोल प्लाजा पर फास्ट टैग की व्यवस्था हो जाए. अभी यमुना एक्सप्रेस-वे के किसी भी लेन से वाहन गुजरने पर कैश देना पड़ता है. उधर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के भी ज्यादातर लेन में फास्टैग की व्यवस्था हो चुकी है. एक-दो लेन बची हुई हैं, जहां कैश का लेनदेन होता है. वहां भी फास्ट टैग की प्रक्रिया जारी है.