कामिर क़ुरैशी
आगरा. क्रिसमस पर्व की धूम ताजनगरी में इस बार हल्की नजर आई. प्रशासन की तमाम पाबंदियां और कोविड-19 संक्रमण को लेकर लोगों ने इस पर्व को बड़े ही सादगी के साथ मनाया, जिसका असर इस बार केक की दुकानों पर देखने को मिला. आपको बता दें कि पारंपरिक रूप से क्रिसमस सेलिब्रेशन के दौरान मसीह समाज के लोग प्रभु यीशु के जन्म को लेकर केक अवश्य काटते हैं और खुशियां एक-दूसरे के साथ साझा करते हैं. अब तो क्रिसमस का ऐसा सेलिब्रेशन घर-घर में होने लगा है. लेकिन इस बार केक की शॉप पर लोगों की भीड़ कम नजर आई और केक विक्रेताओं के चेहरे उतरे नजर आए.
केक हाउस के मालिक शौकीन सिंह ने बताया कि इस बार केक की लगभग 2 दर्जन से अधिक वैरायटी मौजूद है. बेबी डॉल और क्रिसमस केक लोगों के आकर्षण का केंद्र रहे हैं. लेकिन इस बार ऐसा कुछ देखने को नहीं मिला. विभिन्न प्रकार की वैरायटियां होने के बावजूद इनके खरीदारों की कमी रही. ग्राहक काफी कम संख्या में इस बार केक लेने के लिए शॉप पर आ रहे हैं, जिसका असर व्यवसाय पर साफ दिख रहा है.
पहले से ही व्यापार था मंदा
शौकीन सिंह ने बता कि इस बार प्रशासन ने कोरोना के नए वेरिएंट के प्रसार को रोकने के लिए पहले से ही क्रिसमस और न्यू ईयर सेलिब्रेशन पर रोक लगा दी है. लोग भी इस बात को लेकर सजग हैं. इसीलिए इस बार कम लोग केक खरीदने आए. पहले से ही व्यवसाय मंदा चल रहा था, कोरोना के बाद से अभी तक व्यापार पटरी पर नहीं आया है. क्रिसमस और न्यू ईयर पर जो उम्मीद थी, उस पर भी पानी फिर गया है.
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