होम /न्यूज /उत्तर प्रदेश /Ramadan 2023: रमजान के चलते अलीगढ़ के बाजार में दिखाई दे रही रौनक, सूतफेनी की बढ़ी मांग 

Ramadan 2023: रमजान के चलते अलीगढ़ के बाजार में दिखाई दे रही रौनक, सूतफेनी की बढ़ी मांग 

X
रमजान

रमजान के चलते बाजार में दिखाई दे रही रौनक

Ramadan 2023: रमजान हर मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए खास होता है. रमजान को लेकर खरीददारों की भीड़ से अलीगढ़ के बाज़ार गुल ...अधिक पढ़ें

रिपोर्ट : वसीम अहमद
अलीगढ़.
 बाजार में इन दिनों रमजान की रौनक देखने को मिल रही है. बाजार में सजावट की गई है और दुकानदार रमजान के मौके पर इस्तेमाल होने वाली खाद्य सामग्री की तैयारियां करते हुए दिखाई दे रहे हैं और लोग खरीदारी करने के लिए बाजार में आ रहे हैं. रमजान को लेकर खरीददारों की भीड़ से अलीगढ़ के बाज़ार गुलजार हैं. कोई खजूर खरीद रहा है तो कोई सूतफेनी. किसी को टोपी खरीदनी है तो किसी को सहरी और इफ्तार के सामान.

अलीगढ़ के अमीर निशान चौराहे पर एक दुकानदार के यहां सुतफेनी बनाने वाले कारीगर काम में जुटे हुए हैं. सुतफेनी बनाने वाले कारीगरों का कहना है कि रमजान के महीने में सुतफेनी का विशेष महत्व है.हम बहुत ही साफ सफाई से इस काम को करते हैं. हम पुरखों के जमाने से सुतफेनी बना रहे हैं. रमजान के महीने को देखते हुए इस वक्त काम अच्छा चल रहा है.

40 साल पुरानी दुकान
वहीं सुतफेनी बेचने वाले दुकानदार बब्बन हनीफ ने जानकारी देते हुए बताया कि रमजान के महीने को देखते हुए इस वक्त सुतफेनी बन रही हैं. हम सुतफेनी, खजला, सेंवई और अन्य खाने का सामान बेचते हैं. हमारे यहां से सुतफेनी भारत के साथ-साथ विदेशों में भी लोग ले जाते हैं. हमारी इस क्वालिटी को देखते हुए मांग अच्छी है. इन सुतफेनियों को लोग सहरी के वक्त ज्यादा सेवन करते हैं. 40 साल पुरानी यह दुकान है जो मेरे पिताजी के समय से चल रही है और हमारे यहां सूत फेनी बड़े पैमाने पर बनाई जाती है.

आपके शहर से (अलीगढ़)

अलीगढ़
अलीगढ़

क्या है कीमत?
उन्होंने आगे कहा, ‘हमारे यहां 120 रुपये किलो के हिसाब सूतफेनी बेची जाती है. रमजान से करीब एक हफ्ता पहले से हम सूतफेनी बनाने का काम शुरू कर देते हैं. प्रतिदिन 2 क्विंटल सूत फेनी तैयार की जाती है जो रमजान के शुरुआती दिनों में हैं. हर दिन 2 से 5 क्विंटल बिक जाती है’.

ऐसे बनती है सुतफेनी
सूतफेनी एक सफेद आटे की सेंवई है जिसे घी में तल कर बनाया जाता है और यह साधारण सेंवई से बहुत अलग होती है. इसे सीधे पतले सेंवई के गुच्छे में नहीं बनाया जाता है, इसे सेंवई के गोलाकार गुच्छे में बनाया जाता है. इसे पकाने की आवश्यकता नहीं होती है क्योंकि यह पहले से पका हुआ होता है, और इसे सिर्फ गर्म दूध में डुबोया जाता है और चीनी और नट्स के साथ इसका आनंद लिया जाता है.

Tags: Eid, Ramzan

टॉप स्टोरीज
अधिक पढ़ें