Prayagraj Magh Mela: माघी पूर्णिमा का स्नान पर्व आज
प्रयागराज. संगम की रेती पर लगे माघ मेले के 5वें स्नान पर्व माघी पूर्णिमा के मौके पर प्रयागराज में आस्था का सैलाब देखने को मिल रहा है. माघ शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि यानी माघी पूर्णिमा के साथ संगम तट पर चल रहा भजन, पूजन व अनुष्ठान खत्म हो जाएंगे. संत मठ-मंदिरों में वापस लौट जाएंगे. संगम की रेती पर कल्पवास कर रहे लाखों कल्पवासी अगले वर्ष फिर से आने का संकल्प लेकर अपने घरों को वापस लौट जाएंगे.
माघी पूर्णिमा पर स्नान-दान का विशेष महत्व है. ग्रह-नक्षत्रों के मिलन से इस बार अद्भुत संयोग बन रहा है. पूर्णिमा तिथि चार फरवरी की रात 8.49 बजे लगेगी और पांच फरवरी की रात 11 बजे तक रहेगी. मकर राशि में सूर्य व शनि का संचरण, रवि पुष्य, आयुष्मान योग का अद्भुत संयोग है. पांच फरवरी की सुबह 9.55 बजे तक भद्रा है. ऐसे में भद्रा समाप्त होने के बाद कल्पवासी घरों के लिए प्रस्थान करेंगे.
ये है मान्यता
ऐसी मान्यता है कि माघ मास की पूर्णिमा तिथि पर स्वर्ग लोक से देवता पृथ्वी पर आते हैं. वे मनुष्य के स्वरूप में संगम में स्नान करते हैं. संगम व गंगा के पवित्र जल में स्नान करके गरीबों को भोजन, वस्त्र, गुड़, कपास, देशी घी, फल व अन्न दान करने वालों को ब्रह्मलोक की प्राप्ति होती है. इस दिन स्नान के बाद जल ग्रहण करना चाहिए. आहार, विहार व आचरण शुद्ध रखें. रात में जल में सफेद फूल डालकर चंद्रमा को अर्घ्य देना चाहिए. माघी पूर्णिमा स्नान पर्व से पहले मेला प्रशासन ने अपनी सभी तैयारियां पूरी करने का दावा किया है. हालांकि स्नान से एक दिन पहले शनिवार को ही मेला क्षेत्र में लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच चुके हैं और श्रद्धालुओं के स्नान का क्रम भी शुरू हो चुका है.
सुरक्षा के व्यापक प्रबंध
माघी पूर्णिमा स्नान पर्व पर होने वाली भारी भीड़ को देखते हुए व्यापक तौर पर इंतजाम किए गए है. 650 हेक्टेयर में 6 सेक्टर में बसाए गए मेले के हर सेक्टर में एसडीएम को बतौर मजिस्ट्रेट तैनात किया गया है. उनके ऊपर एक एडीएम स्तर का अधिकारी लगाया गया है. इसके साथ ही रेलवे स्टेशन और रोडवेज बस अड्डे पर एसडीएम स्तर के अधिकारी तैनात किए गए हैं. यही नहीं दूसरे विभागों के भी राजपत्रित अधिकारियों को पर्याप्त संख्या में लगाया गया है, ताकि पुलिस अधिकारी और मजिस्ट्रेट मिलकर मेले की व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से संचालित कर सकें. माघी पूर्णिमा स्नान पर्व के मद्देनजर मेले में पहले से बनाए गए 16 एंट्री गेटों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. माघी पूर्णिमा का स्नान पर्व ब्रह्म मुहूर्त से ही शुरू हो जाएगा. जिसके लिए 6 किलोमीटर लंबे 16 स्नान घाट बनाए गए हैं. घाटों पर महिला श्रद्धालुओं के लिए चेजिंग रूम बनाए गए हैं. सुरक्षा की दृष्टि से 200 सीसीटीवी कैमरे भी मेला क्षेत्र में लगाए गए हैं. जिनकी निगरानी कंट्रोल रूम से की जा रही है. चार कंपनी जल पुलिस और एसडीआरएफ को तैनात किया गया है. ड्रोन कैमरे से भी मेला क्षेत्र की निगरानी की जा रही है. श्रद्धालुओं के लिए पार्किंग की भी समुचित व्यवस्था की गई है.
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Tags: Magh Mela, Prayagraj News
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