राम नवमी पर चित्रकला प्रदर्शनी का हुआ आयोजन
रिपोर्ट : अमित सिंह
प्रयागराज : इलाहाबाद संग्रहालय में राम नवमी के उपलक्ष्य पर रामायण आधारित पाक्षिक चित्र कला प्रदर्शनी का शुभारंभ न्यायमूर्ति (से.नि.) सुधीर नारायण ने दीप प्रज्जवलित कर किया. प्रदर्शनी का मुख्य आकर्षण प्रतिभा पाण्डेय द्वारा राम नाम से निर्मित रामायण की प्रमुख घटनाओं पर केंद्रित चित्रों की श्रृंखला रही. उपरोक्त के अतिरिक्त पांच अन्य वरिष्ठ कला साधकों की रामायण आधारित चित्रों को भी इस प्रदर्शनी में जगह दिया गया है. जिनमें रविन्द्र कुशवाहा, सदस्य राज्य ललित कला अकादमी, उत्तर प्रदेश, कावेरी विज, लता भास्कर व नरेंद्र श्रीवास्तव की कृतियां सामिल हैं.
कार्यक्रम के आरंभ में निदेशक संग्रहालय राजेश प्रसाद ने न्यायमूर्ति महोदय को पुष्प गुच्छ भेंट कर सम्मानित किया.उपस्थित सभी कला साधकों व कला प्रेमियों का स्वागत करते हुए कहा कि राम और राम कथा हमेशा से भारतीय संस्कृति के मूल प्रेरक रहे हैं. न्यायमूर्ति सुधीर नारायण ने सुंदर प्रदर्शनी संयोजन हेतु इलाहाबाद संग्रहालय परिवार के प्रयास की सराहना करते हुए सभी प्रतिभागियों को शुभकामना दी. उन्होंने राम नाम लेखन द्वारा रामकथा को साकार करने हेतु प्रतिभा पाण्डेय के प्रयासों व कठिन परिश्रम की तारीफ करते हुए कहा कि चित्रकला वास्तव में कलाकार की आत्मा की सहज अभिव्यक्ति होती है जो तूलिका से कैनवास पर आकार लेती है .
कई राज्यों के सुधीजन रहे मौजूद
श्री प्रसाद के निदेशक संग्रहालय का पद भार ग्रहण करने के पश्चात प्रथम बार मुख्य अतिथि के रूप में संग्रहालय पधारे न्यायमूर्ति महोदय ने नवीन व गुरुतर जिम्मेदारी हेतु निदेशक को बधाई दी और और कविता व चित्र कला पर आधारित अपनी पुस्तक द इनर जर्नी की प्रति भी निदेशक को भेंट किया. इस अवसर पर संग्रहालय के प्रदर्शनी प्रभारी डॉ अजय कुमार मिश्र, श्री राघवेन्द्र सिंह, डॉ वामन वानखेड़े, श्री धीरेश जोशी, श्री सुनील पांडेय,डॉ सोनिका तिवारी, सुश्री स्वेता सिंह, डॉ संजू मिश्रा सहित बड़ी संख्या में कलाप्रेमी उपस्थित रहे.
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