प्रयागराज. उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के दूसरे कार्यकाल के सौ दिन पूरे हो रहे हैं. योगी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल के सौ दिन का लक्ष्य पहले की तय कर रखा था. बीजेपी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल के पहले 100 दिन में विकास के साथ ही हिन्दुत्व की विरासत और संस्कृति को भी आगे बढ़ाने के बढ़े लक्ष्य तय कर दिए हैं. योगी सरकार जहां मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के वन गमन मार्ग अयोध्या से चित्रकूट के निर्माण में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं, तो वहीं संगम नगरी प्रयागराज में जनवरी 2025 में आयोजित होने वाले महाकुंभ को लेकर भी तैयारियां अभी से शुरू कर दी गई हैं. योगी सरकार ने महाकुंभ के पहले प्रयागराज के प्राचीन और पौराणिक महत्व के धार्मिक स्थलों के जीर्णोद्धार और सौन्दर्यीकरण का खाका तैयार कर लिया है. योगी सरकार की तैयारी है कि इन प्रोजेक्ट्स पर जल्द काम शुरू हो ताकि महाकुंभ के आयोजन से पहले इन निर्माण कार्यों को पूरा किया जा सके.
क्या है योगी सरकार का मेगा प्लान
योगी सरकार ने 2019 में प्रयागराज में दिव्य और भव्य कुम्भ आयोजित किया था, इसमें जहां 24 करोड़ लोगों ने आस्था की डुबकी लगायी थी, वहीं कई वर्ल्ड रिकार्ड भी इस कुंभ में बना था. योगी सरकार ने कुंभ के आयोजन को लेकर बड़े पैमाने पर शहर में फ्लाईओवर, रेलवे अंडरपास, सड़क और चौराहों का चौड़ीकरण किया था. वहीं योगी सरकार अब 2025 के महाकुंभ के आयोजन को 2019 के कुंभ से भी बेहतर आयोजन करने की तैयारी कर रही है.
इसके लिए पर्यटन विभाग और प्रयागराज विकास प्राधिकण को प्रयागराज के प्राचीन और पौराणिक धार्मिक स्थलों को विकसित करने की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है. इसमें द्वादश माध, नागवासुकी मंदिर, भारद्वाज आश्रम फेज टू, सोमेश्वर महादेश मंदिर, मनकामेश्वर मंदिर, तक्षक तीर्थ मंदिरों के साथ ही दशाश्वमेघ घाट पर गंगा में पक्के घाट का निर्माण कराया जाना शामिल है. इनमें से कई योजनाओं का डीपीआर भी तैयार हो गया है, जबकि कई योजनाओं के डीपीआर बनाने पर अभी काम चल रहा है. इसके साथ ही शहर की सड़कों और चौराहों के मरम्मतीकरण और सौन्दर्यीकरण का भी डीपीआर तैयार हो रहा है. प्रयागराज विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अरविंद सिंह चौहान के मुताबिक लक्ष्य है कि सभी निर्माण कार्य महाकुंभ से पहले पूरे कर लिये जायें.
योजनाओं और प्रोजेक्ट्स पर एक नजर
साधु-संतों का इस योजना को लेकर क्या कहना है
वहीं योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले सौ दिनों में प्रयागराज के धार्मिक स्थलों का कायाकल्प करने के योगी सरकार के इस फैसले का साधु-संत भी स्वागत कर रहे हैं. तक्षक तीर्थ की पीठाधीश्वर और जूना अखाड़े के संत श्री रविशंकर ने सीएम योगी के फैसले को लेकर कहा है कि सनातन धर्म को बढ़ावा देने का कार्य सराहनीय है. उन्होंने कहा है कि मंदिरों का जीर्णोद्धार होने से महाकुंभ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं को इन धार्मिक स्थलों का दर्शन का सौभाग्य प्राप्त होगा.
वहीं मनकामेश्वर मंदिर के महंत स्वामी धरानंद ब्रह्मचारी के मुताबिक 2019 के कुंभ में कुछ मंदिरों का कायाकल्प किया गया था. लेकिन जो प्राचीन और पौराणिक धार्मिक स्थल छूट गए थे. उन्हें इस बार शामिल करने का फैसला सही है. उनके मुताबिक सीएम योगी खुद एक संत हैं, इसलिये उनसे साधु-संत भी ऐसी ही अपेक्षा करते हैं.
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