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अब अस्पतालों में मरीजों को नहीं लगानी पड़ेगी लंबी लाइन, क्यूआर कोड से बनेगा पर्चा

स्वरूप रानी अस्पताल में पर्चा बनवाने के लिए लोगों की  लगी भीड़

स्वरूप रानी अस्पताल में पर्चा बनवाने के लिए लोगों की  लगी भीड़

ड्रीफकेस ऐप मोबाइल के प्ले स्टोर से डाउनलोड करना होगा. इसके लिए आधार कार्ड होना जरूरी है और आधार कार्ड का मोबाइल नंबर ल ...अधिक पढ़ें

रिपोर्ट : अमित सिंह
प्रयागराज.
 सरकारी अस्पतालों में मरीजों के तीमारदारों को पर्चा बनवाने के लिए लंबी लाइन अब नहीं लगानी पड़ेगी. उत्तर प्रदेश सरकार ने ड्रीफकेस नाम के एक मोबाइल ऐप को तैयार किया है, जिसमें एक बार मरीज का डिटेल भरने पर हमेशा के लिए वह संग्रहित हो जाएगा.

मरीज को मोबाइल से बारकोड को स्कैन करना होगा. जिससे उसे मोबाइल पर एक टोकन नंबर मिल जाएगा. उस नंबर के आने पर वह पंजीकरण काउंटर पर जाएगा. टोकन दिखाने पर वहां बैठा स्टाफ पर्चे का प्रिंटआउट दे देगा. प्रदेश के सभी बड़े सरकारी अस्पतालों में मरीजों को यह सुविधा दी जाएगी.

कम समय में बेहतर इलाज
इस पद्धति से कम समय में मरीज की हाथ में पर्चा होगा और वह सीधे ओपीडी में जाकर डॉक्टर को अपनी समस्या बता सकेगा. टीबी सप्रू अस्पताल प्रयागराज की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. शारदा चौधरी कहती हैं कि इस व्यवस्था से मरीजों का समय बचेगा और लाइन में खड़े होने से छुटकारा भी मिलेगा.

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प्ले स्टोर से करना होगा डाउनलोड
तेज बहादुर सप्रू हॉस्पिटल के एक्सपर्ट ईशान सिंह बताते हैं कि ड्रीफकेस ऐप मोबाइल के प्ले स्टोर से डाउनलोड करना होगा. इसके लिए आधार कार्ड होना जरूरी है और आधार कार्ड का मोबाइल नंबर लिंक होना चाहिए. जैसे ही वेरिफिकेशन के लिए ओटीपी आएगा. ओटीपी को डालने पर टोकन नंबर मिल जाएगा. यह टोकन नंबर पंजीकरण काउंटर पर लगे एलसीडी में दिखता रहेगा. नंबर आते ही काउंटर पर उसे दिखाकर मरीज या तीमारदार पर्चा का प्रिंट आउट आसानी से ले सकता है.

विवरण करने में नहीं होगी गलती
इस ऐप में परिवार के 11 सदस्यों का विवरण भरा जा सकता है. अभी तक जब मरीज काउंटर पर पर्चा बनवाने के लिए पहुंचता था. तो उसे अपना नाम समेत पूरा विवरण स्टाफ को बताना होता था. कई बार इसमें त्रुटियां भी हो जाती थी. लेकिन इस सिस्टम के जरिए मरीज या तीमारदार को अपना पूरा विवरण खुद ऐप के जरिए भरना होगा. उसे स्टाफ को विवरण बताने की जरूरत नहीं होगी.

Tags: Hospital

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