कोरोना महामारी (Corona Pandemic) में लॉकडाउन (Lockdown) के चलते हजारों लोग अपने घरों से दूर फंसे हुए हैं. यूपी के प्रयागराज (Prayagraj) में सबसे ज्यादा प्रतियोगी छात्र -छात्राएं फसें हुए हैं. यहां फंसे हजारों छात्र-छात्राओं को योगी सरकार (Yogi Government) ने बड़ी राहत देते हुए सभी को घरों तक पंहुचाने के निर्देश जारी किया है. सरकार द्वारा जारी किये गये निर्देशों में कहा गया है कि यहां फंसे छात्रों को दो दिन के अंदर उनके अपने जिले में पहुंचाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी. सरकार ने जिलाधिकारी को सभी छात्रों और छात्राओं को सुरक्षित पहुचाने का निर्देश दिया है. सीएम योगी के निर्देश पर प्रयागराज प्रशासन तत्काल इंतजाम में जुट गया है. सोमवार रात नौ बजे से छात्रों को उनके घर भेजने की शुरुआत हुई. प्रयागराज में फंसे छात्रों की अनुमानित संख्या लगभग नौ से दस हजार बताई जा रही है. इन सभी छात्र और छात्राओं को 300 बसें संचालित कर उनके जिलों में चरणबद्ध तरीके से पहुंचाया जाएगा. इसके लिए जिले के अधिकारियों की जिम्मेदारी निश्चित की जा रही है. इस दौरान सभी प्रतियोगी छात्राओं और छात्रों के लिए अलग-अलग बसों की व्यवस्था होगी.
सभी बसों में परिवहन कर्मी सहित पुलिस आरक्षी तैनात किए जाएंगे जो सुरक्षित इन्हें उनके गंतव्य तक पहुंचाएंगे.
से तीन सौ बसें अलग-अलग तीन स्थानों से चलाई जाएंगी. सभी प्रतियोगी छात्रों और छात्राओं को उनके घर भेजने से पहले सब का फोन नंबर और पूरा पता प्रशासन को अपने पास दर्ज करेगा. पहले चरण में सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली वाराणसी, जौनपुर ,प्रतापगढ़ ,फतेहपुर के छात्र छात्राओं को भेजा जाएगा. इसके बाद इन्हीं बसों से दूसरे चरण में अन्य स्थान के छात्रों को पंहुचाया जाएगा.
गौरतलब है कि प्रयागराज में इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय, प्रयागराज राज्य विश्वविद्यालय, राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, सहित अन्य शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले हजारों छात्र और छात्राएं यहां फंसे हैं. इनके साथ ही बड़े पैमाने पर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र यहां है. प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के उपाध्यक्ष प्रशान्त पाण्डेय ने मुख्यमंत्री के इस कदम की सराहना की लेकिन , उन्होंने कहा कि इस बात की समीक्षा करनी होगी कि जिले में सिर्फ 10,000 छात्र ही फंसे हैं. उन्होंने कहा कि छात्रों की संख्या ज्यादा है लेकिन यह प्रयास सराहनीय है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस पहल से हजारों छात्रों और उनके परिजनों को राहत मिलेगी.
वहीं डीएम भानु चंद्र गोस्वामी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर छात्रों को घर भेजने का पूरा शेड्यूल जारी कर दिया है. शेड्यूल के मुताबिक मंगलवार रात नौ बजे रोडवेज की बसों के ज़रिये प्रतियोगी छात्र वापस भेजे जाएंगे. अन्य स्थानों पर रहने वाले छात्रों को दूसरे चरण में 29 अप्रैल को सुबह दस बजे से भेजा जाएगा. बसों में छात्रों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा. प्रयागराज में बड़ी संख्या में बाहर के प्रतियोगी छात्र फंसे हुए हैं. सभी छात्र-छात्रायें अपने शिक्षण संस्थानों के फोटो युक्त पहचान पत्र लेकर या दो वर्षों के अंदर किसी प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होने का प्रवेश पत्र लेकर यात्रा कर सकते हैं.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
FIRST PUBLISHED : April 28, 2020, 07:10 IST