Umesh Pal Murder Case: माफिया अतीक अहमद के दफ्तर से पुलिस को मिले असलहे और भारी मात्रा में कैश
प्रयागराज. उमेश पाल शूटआउट मामले के 26वें दिन प्रयागराज पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. धूमनगंज और पूरा मुफ्ती थाना पुलिस ने धूमनगंज थाना क्षेत्र के जयरामपुर से 5 अभियुक्तों को हिरासत में लिया था. पुलिस ने नियाज अहमद, मोहम्मद सजर, कैश अहमद, राकेश कुमार और अरशद कटरा उर्फ अरशद खान को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार दो आरोपियों कैश अहमद और राकेश कुमार की निशानदेही पर अतीक अहमद के चकिया स्थित दफ्तर पर पुलिस ने छापेमारी की. पुलिस की छापेमारी में अतीक के दफ्तर से जहां हथियारों का जखीरा बरामद हुआ, वहीं भारी मात्रा में कैश भी मिला है.
भारी मात्रा में मिले कैश को गिनने के लिए नोट गिनने की मशीन मंगाई गई. पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा के मुताबिक अतीक के दफ्तर से 72 लाख 37 हजार की बरामदगी हुई. इसके अलावा पांचों अभियुक्तों के पास से छह मोबाइल और 2 लाख 25 हजार बरामद किए गए हैं. इस तरह से कुल 74 लाख 62 हजार की रिकवरी हुई है. अतीक के दफ्तर से कुल 10 असलहे बरामद हुए हैं, जिसमें पिस्टल और देसी तमंचा शामिल है. इसके साथ ही एक मैगजीन और 112 कारतूस विभिन्न बोर के बरामद किए गए हैं.
इन अभियुक्तों को दी गई थी जिम्मेदारी
पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने गिरफ्तार अभियुक्तों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पहला अभियुक्त नियाज अहमद धूमनगंज का रहने वाला है. असद ने इंटरनेट कॉल पर अतीक और अशरफ से उसकी बात कराई थी. उमेश पाल शूटआउट में नियाज़ अहमद की भूमिका रेकी करने की थी. उसने कचहरी से लेकर उमेश पाल के घर जाने तक नियाज ने रेकी की थी. उमेश पाल शूटआउट को लेकर अतीक के घर पर हुई प्लानिंग की बैठकों में भी शामिल हुआ था. इसके पास से फोन बरामद हुआ है जिसकी छानबीन की जा रही है. दूसरा आरोपी मोहम्मद सजर जयंतीपुर सुलेम सराय का रहने वाला है. यह उमेश पाल के घर के पास रहता था. असद ने इसे एक आईफोन दिया था. इसमें कई नंबर पहले से फीड थे. यह उमेश पाल की लोकेशन अतीक और अशरफ को देता रहता था. तीसरा आरोपी अरशद कटरा उर्फ अरशद खान पुलिसकर्मियों के शूटआउट की साजिश में शामिल था. चौथा आरोपी कैश अहमद 16 साल से अधिक समय से अतीक अहमद के परिवार का ड्राइवर था. उमेश पाल शूटआउट के बाद असलहा और कैश उसने छुपाया था. पुलिस इससे विस्तृत पूछताछ कर रही है. वहीं पांचवां आरोपी राकेश कुमार कौशांबी का रहने वाला है. राकेश उर्फ नाकेश कुमार उर्फ लाला 16 साल से मुंशी का काम कर रहा था. असलहा और कैश छिपाने में इसकी भी अहम भूमिका थी.
गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ में जुटी पुलिस
पुलिस गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ कर मामले के खुलासे में जुटी हैं. दावा किया जा रहा है कि इन आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को कई और सुराग मिलेंगे, जिससे 5-5 लाख के इनामी फरार पांच शूटर्स को भी पकड़ने में पुलिस को मदद मिलेगी.
.
Tags: Allahabad news, Atiq Ahmed