केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में भी बढ़ते प्रदूषण के खतरे और उससे बचाव और आम जनमानस की सुरक्षा के लिए अमेठी के डीएम प्रशांत शर्मा ने सख्त कदम उठाया है. जिलाधिकारी प्रशांत शर्मा ने बढ़ते प्रदूषण के खतरे को लेकर सख्ती दिखाते हुए एक पत्र जारी किया है. डीएम ने पत्र जारी करते हुए खेतों में पराली जलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई के दिशा निर्देश दिए हैं. दिलचस्प बात यह है इसके लिए डीएम ने न सिर्फ विभागीय अधिकारियों को कड़े दिशा निर्देश दिए हैं बल्कि प्रत्येक तहसीलों में संबंधित एसडीएम और सीओ की निगरानी में उड़नदस्ता टीम भी गठित की है.
यह टीम क्षेत्र में निरंतर मानिटरिंग करेगी और दिनभर की कार्रवाई रिपोर्ट भी जिलाधिकारी कार्यालय पर भेजी जाएगी.
पर पत्र जारी करते हुए सभी विभागीय अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में एक्टिव होकर किसी भी हाल में खेतों में पराली ना जलने दे. इतना ही नहीं डीएम ने पराली जलाने वालों पर आदेश न मानने की दशा में दंडात्मक कार्रवाई करने के भी कड़े दिशा निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए हैं.
जिले की चारों तहसील में डीएम ने पत्र जारी करने के बाद संबंधित तहसील के क्षेत्राधिकारी और उप जिलाधिकारी को उड़नदस्ता टीम का प्रभारी बनाते हुए टीम के साथ विभागीय अधिकारियों को भी जिम्मेदारी दी है, और यह निर्देश दिए हैं कि किसी भी हाल में क्षेत्रों में पराली और फसलों के अवशेष को जलने ना दिया जाए.
दीपावली के बाद अब एयर क्वालिटी इंडेक्स में कुछ सुधार तो हुआ है, लेकिन यह अभी भी खतरनाक स्तर पर बना हुआ है. प्रदेश में बीते चार-पांच दिनों से स्मॉग छाया हुआ है. जो सेहत के लिए बेहद खतरनाक है. मार्निंग वॉक के लिए घर से निकलने वाले लोगों को शिकायत है कि उन्हें फ्रेश एयर नहीं मिल रही है. वहीं स्थानीय लोगों ने बातचीत में बताया कि उनके वाहन से प्रदूषण नहीं हो रहा है. लेकिन डीजल और पेट्रोल के वाहनों से होने वाले प्रदूषण से उन्हें भी काफी परेशानी होती है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
FIRST PUBLISHED : November 02, 2019, 06:58 IST