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Amethi News: 24 घंटे में ही खुल गई भ्रष्टाचार की पोल, ग्रामीणों को रोकना पड़ा सड़क का काम, जानें मामला

Amethi News: विभागीय अधिकारी पहले तो कैमरे से बचते नजर आए. लेकिन बाद में उन्होंने विभाग पर लग रहे आरोप को निराधार साबित ...अधिक पढ़ें

रिपोर्ट: आदित्य कृष्ण

Amethi News: ‘तुम्हारी फाइलों में गांव का मौसम गुलाबी है, यह आंकड़े झूठे हैं यह दावा किताबी है’ मशहूर शायर और कवि अदम गोंडवी की यह लाइने तो आपको याद होंगी इन लाइनों का कनेक्शन सीधे अमेठी से जुड़ा है. जी हां अमेठी में गांव पंचायतों को जोड़ने वाली कई सड़कें बनने से पहले भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ रही हैं. ऐसे में ग्रामीण भी अलग-अलग स्थानों पर इसका विरोध करते नजर आ रहे हैं. मामला एक गांव का नहीं है दर्जनों गांव में ऐसी शिकायतें आ रही हैं. जहां करोड़ों रुपए खर्च कर बनाई जा रही सड़कें भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ी हैं.

अमेठी जनपद में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत कुल 32 स्थानों पर सड़कों को बनाया जा रहा है. हर जगह सड़क बनने के दौरान भ्रष्टाचार की शिकायत आ रही है और ग्रामीण उसका विरोध कर रहे हैं. पहली तस्वीर है जगदीशपुर ब्लॉक के मंगरौरा गांव की जहां पर 48 घंटे पहले बनी सड़क को ग्रामीणों ने अपने हाथ से उखाड़ दिया. सड़क में तीन करोड़ 55 लाख रुपए से अधिक रुपए खर्च हुए थे. ग्रामीणों का आरोप है कि सड़क पर जमकर भ्रष्टाचार हुआ है. सड़क को बनाने में ना तो पुरानी सड़क पर साफ सफाई की गई नाही तार को लगाया गया सिर्फ एक खानापूर्ति सड़क को बनाने के लिए की गई.

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सड़क निर्माण पर करोड़ों रुपए खर्च
दूसरी सड़क गौरीगंज तहसील के सूजापुर गांव की है. जहां पर ग्रामीणों ने 24 घंटे के अंदर दूसरा बड़ा मामला उठाते हुए मानक के विपरीत हो रहे सड़क निर्माण कार्य को रुकवा दिया और आला अधिकारियों के साथ ठेकेदारों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया. ग्रामीणों का कहना है कि सड़क के निर्माण में किसी भी प्रकार का भ्रष्टाचार हुए बर्दाश्त नहीं करेंगे.

तीसरी सड़क मनीपुर से छिटेंपुरसारीपुर गांव को जोड़ने वाली है. इस सड़क पर भी महज गिट्टिया डालकर छोड़ दी गई और सड़क का निर्माण कार्य टेंडर पास होने के बाद भी नहीं पूरा किया जा रहा था. ग्रामीणों का आरोप है कि बरसात के दिनों में यह सड़क फिर से खराब हो जाएगी और हमें समस्याका सामना करना यह तो महज उदाहरण है. ऐसे कई स्थान हैं जहां पर सड़क बन भी चुकी है और वह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है.

ग्रामीणों ने लगाया बड़ा आरोप
वहीं मंगरौरा की एक ग्रामीण महिला श्रीमती देवी ने बताया कि सड़क बने तो अच्छी तरीके से बने नहीं तो ना बने सड़क अभी से ही खराब होने लगी तो आगे चलकर इसका क्या हाल होगा. सड़क बनने के बाद 5 घंटे तक ही नहीं रुक पा रही. जबकि एक गांव के ग्रामीण हरिशचंद्र मिश्रा ने बताया कि यहां स्थिति बहुत खराब है. एक जगह गिट्टी जल डालने के बाद दूसरी जगह छोड़ दिया जा रहा है, सड़क निर्माण में लापरवाही हो रही है. सड़क बने तो अच्छी बने नहीं तो काम बंद कर दिया जाए. हमने शिकायत बहुत लोगों से की लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई अभी हम लोगों ने काम रोक दिया है. सड़क तभी बनेगी जब मानक के अनुरूप बनेगी.

विभागीय अधिकारियों ने किया बचाव
विभागीय अधिकारी पहले तो कैमरे से बचते नजर आए. लेकिन बाद में उन्होंने विभाग पर लग रहे आरोप को निराधार साबित कर दिया. विभागीय अधिकारियों का आरोप है कि सड़क जहां भी बन रही है. वहां पर मानक के अनुरूप कार्य किया जा रहा है और ग्रामीण द्वारा लगाए जा रहे आरोप गलत हैं. अधिशासी अभियंता गौरव सिंह ने कैमरे पर बोलने से इंकार कर दिया. उन्होंने कहा कि ग्रामीणों द्वारा लगाए जा रहे आरोप पूर्णतया निराधार हैं. सड़क जहां पर भी बन रही है उसका मानक बनने वाली सड़क की बोर्ड पर लिखा रहता है. अमीरों की कुछ निजी समस्याएं हैं उन समस्याओं को पूरा ना करने के बाद यह आरोप विभाग पर लगाया जा रहा है. जो पूरी तरीके से निराधार है.

Tags: Amethi news, Anti corruption branch, CM Yogi, Corruption case, Muddy Road, UP news, Yogi government

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